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Wednesday 24 September 2014

कितने साल से पदस्थ है, दो साल से तो दो साल की बताए उपलब्धि मिशन बनाकर चलोगे, तभी प्राप्त हो पाएगा लक्ष्य समीक्षा के दौरान उपसंचालक उद्यानिकी को कलेक्टर श्री अग्रवाल ने दिए निर्देष

कितने साल से पदस्थ है, दो साल से तो दो साल की बताए उपलब्धि
मिशन बनाकर चलोगे, तभी प्राप्त हो पाएगा लक्ष्य
समीक्षा के दौरान उपसंचालक उद्यानिकी को कलेक्टर श्री अग्रवाल ने दिए निर्देष
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पषुपालन विभाग की भी की समीक्षा उपसंचालक को दिए आवष्यक दिषा निर्देष
बाबू ने जानकारी बनाई और लेकर आ गए, कम से कम जॉंच तो ले - कलेक्टर श्री अग्रवाल
साथ ही पूछा प्रष्न जिले में प्रति व्यक्ति 7 अण्डे की उपलब्धता कैसे निकाली
पढ़ाई लिखाई करें उपसंचालक साहब
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बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र और आत्मा कि भी की समीक्षा
कम से कम 10 हजार कृषकों को किसान मोबाईल संदेष के द्वारा भेजे एसएमएस
किसान विज्ञान केन्द्र के कार्यो की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने दिए निर्देष
अलग-अलग ग्रुप तैयार कर क्लासिफाईड मैसेज भी भेजने के दिए आदेष
अब तक कोई आर्दष गॉव बनाया है आपने ? सात ब्लॉक है पॉंच गॉंव ही बताओं - कलेक्टर श्री अग्रवाल
प्रत्येक विकासखण्ड में दो-दो गॉंवों को बनाए आर्दष ग्राम
अभिनव व नवाचारी पहल और प्रयासों से करे विकसित
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खण्डवा (11 सितम्बर,2014) - कितने साल से पदस्थ है आप ? दो साल से। तो दो वर्षो की उपलब्धि आप मुझे बताये। यह जानकारी गुरूवार को कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने उपसंचालक उद्यानिकी से मॉंगी। इस दौरान बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग, पशुचिकित्सा विभाग, सहकारिता विभाग, दुग्ध संघ, समेत जल संसाधन विभाग की उपलब्धियों की भी अलग-अलग समीक्षा की। जिसमें उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली सुधारने लापरवाही वह उदासीनता न बरतने के निर्देष सभी विभाग प्रमखों को दिए। उन्होंने आदेष देते हुए कहा कि विभागीय कार्यो के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाषत नही की जाएगी। इस दौरान बैठक में मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अमित तोमर भी उपस्थित थे। 
20 सब्जियों के भाव जब मैंने पता किए है तब बैठक में आया हॅूं - आपको पता है कि सब्जी का भाव क्या है ? नही पता। जब पता करोंगे तभी तो विषलेषण करोंगे। जब विषलेषण करोंगे तभी तो जिले में उद्यानिकी को प्रोजेक्ट कर सकोगें। यह भी तल्ख संवाद एवं निर्देष गुरूवार को उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने उपसंचालक उद्यानिकी को दिए। उन्होंने कहा कि पहले मैंने 20 सब्जियों के भाव मण्डी से पता किए है, तब बैठक लेने आया हॅंू। इसलिए आप भी जिले के उद्यानिकी फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए नवाचारी व अभिनव प्रयास करते हुए उनकी मार्केटिंग की भी चिन्ता करे। साथ ही प्रभावी प्रयास भी ।
मिशन बनाकर चलोगे, तभी प्राप्त हो पाएगा लक्ष्य - इसके साथ ही कलेक्टर श्री अग्रवाल ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान जिले में बेहतर उद्यानिकी एवं अन्य पैदावार पर क्लास लेते हुए उपसंचालक उद्यानिकी समेत सभी उपस्थित अधिकारियों को मुख्य उद्देष्य की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य खेती को लाभ का धंधा बनाना है। इसलिए जब हम अपने उद्देष्य को मिषन बनाकर चलेगे। तभी हमे हमारा लक्ष्य प्राप्त हो पाएगा। 
उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान यह भी दिए निर्देष - इसके साथ ही कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान उपसंचालक उद्यानिकी को - 
तहसीलवार फल, सब्जी, मसाले, के क्षेत्र की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। 
वही पदस्थापना के दो साल से लेकर अब तक दो वर्षो की उपलब्धि की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। 
इसके साथ ही विकासखण्डवार उद्यानिकी फसलो की उत्पादकता, उपयोगिता, और नवाचार के प्रयासों जानकारी देने के निर्देष दिए। 
वही हेक्टेयरवार अलग-अलग फलों के उत्पादन की जानकारी प्रोडेक्टिवीटी और प्रोडेक्षनवार तैयार कर प्रस्तुत करने के भी आदेष दिए।
वही विभाग द्वारा बनवाएॅ गए पाली हाउस, मलचिंग , ड्रीप एरिगेषन, और ग्रीन हाउस, की जानकारी भी उपलब्ध कराने के निर्देष दिए।
उन्होंने उपसंचालक उद्यानिकी को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत कोल्ड स्टोरेज हाउस के प्रकरण तैयार कराने साथ ही ऐसे अन्य महत्वपूर्ण आवष्यकता अनुरूप प्रकरण भी इस योजना के अंतर्गत तैयार कराने के आदेष दिए।
बाबू ने जानकारी बनाई और लेकर आ गए, कम से कम जॉंच तो ले - उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के बाद कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पशुपालन विभाग की भी समीक्षा की जिस पर उपसंचालक पशुचिकित्सा द्वारा प्रस्तुत जानकारी की जानकारी उन्हें स्वयं ना होने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आदेष देते हुए कहा कि आप उपसंचालक है बाबू ने जानकारी बनाई और आप लेकर आ गए। कम से कम उसे पढ़ ले, जॉंच ले, तब बैठक में आए प्रस्तुत करे। 
7 अण्डे की उपलब्धता कैसे निकाली - पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान दूध, की जिले में प्रति व्यक्ति उपलब्धता की जानकारी उपसंचालक पशुपालन को न होने पर नाराजगी जाहिर करने के बाद कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जब जिले में प्रति व्यक्ति 7 अण्डे की उलब्धता का ऑंकड़ा प्रस्तुत रिपोर्ट में देखा। तो उन्हांेने प्रति व्यक्ति 7 अण्डे की उपलब्धता कैसे निकाली यह प्रष्न पूछा। जिसका जवाब भी उपसंचालक पशुपालन द्वारा न देने पर फटकार लगाई। साथ ही मिटिंग में प्रस्तुत की जाने वाली जानकारी  का सत्यापन स्वयं करने के सख्त निर्देष दिए। 
उन्होंने कहा कि जब आपके जिले की जनसंख्या ही 13 लाख है तो फिर 7 अण्डे प्रति व्यक्ति की उपलब्धता कैसे हो सकती है। कम से कम थोड़ा सी पढ़ाई लिखाई करे उपसंचालक महोदय। अगर अगली बार ऐसी जानकारी प्रस्तुत की तो कार्यवाही की जाएगी।  
  साथ ही उन्होंने जिले में संचालित चिलिंग सेन्टर  को लेकर विभाग को दिए गए अधिकारों की जानकारी भी उपसंचालक पशुपालन से पूछने पर नही दी गई। जिस पर उन्होंने कहा कि पहले आप पढ़ीये और अपने अधिकारों को जानिए। जिले में संचालित चिलिंग सेन्टर का पंजीयन करने और उनका निरीक्षण करने का अधिकार आपको ही है।
पषुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान यह भी दिए निर्देष - इसके साथ ही कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान उपसंचालक पशुपालन को - 
जिन गौषालाओं में पशुओं का सत्यापन हो गया है। उनकी लंबित राषि जारी करने के निर्देष दिए।
साथ ही कृत्रिम गर्भधान केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देष दिए। 
साथ ही जिन विभागीय भवनों का नामांत्रण अब तक नही हुआ है। उनके लिए समन्वय स्थापित कर नामांत्रण कार्य कराने के आदेष भी दिए।
कम से कम 10 हजार कृषकों को किसान मोबाईल संदेष के द्वारा भेजे एसएमएस - समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल ने कृषि विज्ञान केन्द्र और आत्मा परियोजना द्वारा किए जा रहे कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने पूछा की आपके द्वारा अब तक कौन-कौन से उपलब्धि मूलक कार्य किए गए है। क्या आपने कोई नई वैरायटी डेवलप की है। जिस पर संबंधित अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब न देने पर कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पुअर परफॉर्मेन्ष बताया। 
इसके साथ ही जब केवीके के संबंधित अधिकारी द्वारा किसान मोबाईल संदेष के माध्यम से 5 हजार 329 किसानों को संदेष भेजने की जानकारी दी गई। जिस पर कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कम से कम 10 हजार कृषकों को किसान मोबाईल संदेष के माध्यम से कृषि मूलक एसएमएस भेजने के निर्देष दिए। उन्होंने आदेष देते हुए कहा कि किसानों को वर्गीकृत कर अलग - अलग समूह में पंजीकृत करें। जिसके बाद उनसे जुड़े संदेष ही वर्गीकृत समूह में एसएमएस के माध्यम से प्रसारित करे।  
अब तक कोई आर्दष गॉव बनाया है आपने ? सात ब्लॉक है पॉंच गॉंव ही बताओं - इसके साथ ही बैठक में आत्मा परियोजना और केवीके की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने दोनों ही संबंधित अधिकारियों से ऐसे गॉंव की जानकारी देने की बात कही जहा कि  नवाचारों का प्रयोग कर उन्नत कृषि उत्पादन किसानो द्वारा प्राप्त किया जा रहा हो। उन्होंने पूछा की अब तक कोई आर्दष गॉंव बनाया है आपने ? सात ब्लॉक है पॉंच गॉव ही बताओं ? यदि नही तो आगामी कुछ माहों में कम से कम प्रत्येक विकासखण्ड में दो-दो आर्दष गॉव स्थापित करे। जहॉं अन्य जिलों के किसान एवं जिले के अंदर के किसान वहॉं जाकर उत्पादन, उत्पादकता, उपयोगिता और नवीन कृषि तकनीक की जानकारी अर्जित कर सके। 
दो माह में सभी हितग्राही को वितरित करे क्रेडिट कार्ड - बैठक में मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने मछुआ क्रेडिट कार्ड वितरण की समीक्षा की। जिस पर मत्स्य अधिकारी द्वारा 60 के लक्ष्य में 33 हितग्राही को क्रेडिट कार्ड वितरित करने की जानकारी दी गई। जिस पर क्रास चेक करते हुए कलेक्टर श्री अग्रवाल ने महा प्रबंधक सहाकारी समिति से वितरण की स्थिति जानी जिस पर महज 4 हितग्राही के वितरण की रिपोर्ट दी गई। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने जिला मत्स्य अधिकारी को आगामी दो माह में समन्वय स्थापित कर हर परिस्थिति में सभी हितग्राहियों को क्रेडिट कार्ड वितरित कराने के निर्देष दिए। 
इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की भी समीक्षा की। जिस पर उन्होंने कस्टम हेरिंग सिस्टम में उपलब्ध संसाधनों की उपयोगिता के अलग-अलग जानकारी अलग-अलग प्रस्तुत करने के निर्देष भी दिए। 
क्रमांक/60/2014/1430/वर्मा

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