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Saturday 30 July 2016

पत्रकार बीमा योजना के आवेदन 5 अगस्त तक जमा करायें

पत्रकार बीमा योजना के आवेदन 5 अगस्त तक जमा करायें
पत्रकारों का 2 लाख रू. का स्वास्थ्य बीमा व 5 लाख रू. का होगा दुर्घटना बीमा 

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - राज्य शासन द्वारा पत्रकारों के लिये मध्यप्रदेश संचार प्रतिनिधि स्वास्थ्य एवं दुर्घटना समूह बीमा योजना मंजूर की गयी है। योजना में संचार प्रतिनिधि का व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा 2 लाख और दुर्घटना बीमा 5 लाख रुपये का होगा। योजना में 21 से 70 वर्ष उम्र के संचार प्रतिनिधि पात्र होंगे। बीमा कम्पनी के चिन्हित अस्पतालों में 2 लाख तक की चिकित्सा की केशलेस व्यवस्था होगी। इसके लिये पत्रकारों को एक कार्ड दिया जायेगा। अन्य अस्पतालों में इलाज पर प्रतिपूर्ति की व्यवस्था रहेगी। संचार प्रतिनिधियों के लिये स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा योजना के आवेदन-पत्र आगामी 5 अगस्त तक लिये जा सकेंगे। जिन पत्रकारों ने गत वर्ष बीमा कराया था , उनका नवीनीकरण किया जाना है तथा जो पत्रकार गत वर्ष इस योजना में शामिल नही हो सके थे, उनका नए सिरे से बीमा कराया जा सकता है। बीमित प्रतिनिधि को नामिनी भी घोषित करना होगा। दुर्घटना की स्थिति पर 7 दिवस के अंदर बीमा कम्पनी के जिला कार्यालय को सूचित करना जरूरी होगा। प्रीमियम राशि का ड्राफ्ट यूनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंश कम्पनी लिमिटेड के नाम से बनेगा।
कौन कर सकता है आवेदन
बीमा योजना में संचार प्रतिनिधि के रूप में किसी भी अशासकीय समाचार एजेंसी, टेलीविजन चेनल, नेट मीडिया, समाचार पोर्टल आदि का प्रतिनिधित्व करने वाला पत्रकार, संवाददाता, फोटोग्राफर और केमरामेन शामिल होंगे। मध्यप्रदेश में निवास करने वाले तथा मध्यप्रदेश में ही कार्य करने वाले संचार प्रतिनिधि योजना में शामिल होंगे। बीमा यूनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंस कम्पनी से करवाया जायेगा। बीमा की अवधि एक वर्ष की होगी। जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार इसके पात्र होंगे। योजना में शामिल होने के लिये गैर-अधिमान्य श्रमजीवी पत्रकारों को पी.एफ. फण्ड अथवा टेक्स कटौती का फार्म नम्बर-16 देना जरूरी होगा। यह योजना सीधे बीमा कार्यालय से क्रियान्वित होगी। इसमें बीमा तिथि से पहले की सभी बीमारी कवर होंगी।
कैसे करंे आवेदन
पत्रकार इंश्योरेंस कम्पनी की वेबसाइट ूूू.उचपदकपंवदसपदम.बवउ/उचहवअज/भ्वउम.ंेचग अथवा जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट उचपदवि.वतह से आवेदन-पत्र डाउनलोड कर इसे भरने के बाद यूनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंस कम्पनी डिवीजनल ऑफिस-प्प् 153, गुरु आर्केड, फर्स्ट फ्लोर, जोन-1, एम.पी. नगर, भोपाल, फोन नं. 0755-2555338, 9425015735 अथवा जनसंपर्क संचालनालय की अधिमान्यता शाखा में अथवा जिला जनसम्पर्क कार्यालय में 5 अगस्त तक जमा कर सकते हैं। 
कितना प्रीमियम जमा कराना होगा 
        साठ वर्ष तक की आयु के पत्रकारों के लिये निर्धारित वार्षिक प्रीमियम का 75 प्रतिशत और 61 से 70 वर्ष आयु के पत्रकारों के लिये 85 प्रतिशत अंशदान जनसंपर्क संचालनालय द्वारा दिया जायेगा। शेष राशि संबंधित संचार प्रतिनिधि द्वारा जमा की जायेगी। पति-पत्नी अथवा बच्चों को अतिरिक्त 10 प्रतिशत निर्धारित प्रीमियम देने पर बीमा योजना में शामिल किया जा सकता है। जनसम्पर्क विभाग द्वारा जारी प्रीमियम तालिका के अनुसार 21 से 35 वर्ष के पत्रकार का स्वयं का बीमा मात्र 829 रूपये का प्रीमियम जमा कराना होगा। पति पत्नि दोनों का बीमा 1168 रूपये में, पति पत्नि व 1 बच्चे के लिए 1507 रूपये , पति पत्नि व 2 बच्चे के लिए 1845 रूपये, पति पत्नि व 3 बच्चे के लिए 2184 रूपये जमा कराने होंगे। इसी तरह 36 से 45 वर्ष के पत्रकार का स्वयं का बीमा मात्र 981 रूपये का प्रीमियम जमा कराना होगा। पति पत्नि दोनों का बीमा 1390 रूपये में, पति पत्नि व 1 बच्चे के लिए 1798 रूपये , पति पत्नि व 2 बच्चे के लिए 2207 रूपये, पति पत्नि व 3 बच्चे के लिए 2615 रूपये जमा कराने होंगे। इसी प्रकार 46 से 55 वर्ष के पत्रकार का स्वयं का बीमा मात्र 1454 रूपये का प्रीमियम जमा कराना होगा। पति पत्नि दोनों का बीमा 2078 रूपये में, पति पत्नि व 1 बच्चे के लिए 2701 रूपये , पति पत्नि व 2 बच्चे के लिए 3324 रूपये, पति पत्नि व 3 बच्चे के लिए 3948 रूपये जमा कराने होंगे। जबकि 56 से 60 वर्ष के पत्रकार का स्वयं का बीमा मात्र 1952 रूपये का प्रीमियम जमा कराना होगा। जबकि पति पत्नि दोनों का बीमा 2802 रूपये में, पति पत्नि व 1 बच्चे के लिए 3653 रूपये , पति पत्नि व 2 बच्चे के लिए 4503 रूपये, पति पत्नि व 3 बच्चे के लिए 5354 रूपये जमा कराने होंगे। इसके अलावा 61 से 70 वर्ष के पत्रकार का स्वयं का बीमा मात्र 1575 रूपये का प्रीमियम जमा कराना होगा। जबकि पति पत्नि दोनों का बीमा 2732 रूपये में किया जायेगा। 

वर्षा ऋतु में होने वाली मौसमी बीमारियों की रोकथाम के उपाय करें

वर्षा ऋतु में होने वाली मौसमी बीमारियों की रोकथाम के उपाय करें

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - वर्षा ऋतु में संक्रामक रोग जैसे हेजा, उल्टी-दस्त, पैचिस, खसरा, मलेरिया, पीलिया आदि बीमारियां उत्पन्न होती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस. अवास्या ने बताया कि थोड़ी सी सांवधानी से इन परेषानियों से बचा जा सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि बाजार में बिकने वाले सड़ी गली व खुले में रखी प्रदूषित खाद्य सामग्री, फल आदि न खरीदे, बल्कि ढकी हुई व सुरक्षित एवं ताजा खाद्य सामग्री व फल ही खरीद कर सेवन करें।
पेयजल प्रदूषित होने के कारण
           नदी, तालाब जैसे जल स्त्रोतों के पास जब लोग मल त्याग करते है तो मल में मौजूद रोगाणु पानी में मिल जाते है । जब लोग स्नान करते हैं, कपड़े धोते है या पशुओं को नहलाते है तो अनेक रोगाणु पानी में फैल सकते है जब पीने के लिए या भोजन पकाने के लिए ऐसे प्रदूषित व गंदे जल का उपयोग किया जाता है यह रोगाणु शरीर में प्रवेश कर के लोगों को कई प्रकार की बीमारियों से पीड़ित करते है। इसमें मुख्य रूप से दस्त, हेजा, टाईफाईड, पीलिया, खूनी पैचिस, तथा क्रिम (कीड़े की बीमारी) तथा आंव दस्त जैसी कई बीमारियां होती है । 
वर्षा ऋतु में जलजनित रोगों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियां
            हमेशा शुद्ध जल स्त्रोत का प्रयोग किया जाना चाहिए। जैसे हेण्डपम्प, सार्वजनिक नल आदि इनका पानी प्रदूषित नहीं होता है । पेयजल के सबसे सुरक्षित साधनों में से एक साधन हेण्डपम्प है । पानी को हमेशा छानकर इस्तेमाल करने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है । कुंओं के पानी में नियमित ब्लीचिंग पाउडर डाला जाना चाहिए । 
पीने के पानी का रखरखाव 
             पीने के पानी को हमेशा साफ बर्तन में ही रखना चाहिए प्रतिदिन पानी के बर्तन को साफ करे ताकि उसमें काई न जमने पाए ।  पीने के पानी को हमेशा ढककर रखें । पानी को दोहरे कपड़े से छानकर भरा जाना चाहिए । पानी निकालने के लिए लम्बे हेण्डिल वाले बर्तन का प्रयोग करें । पीने के पानी में हाथ न डाले । एक घड़े या मटकें में एक क्लोरिन गोली पीसकर डालना चाहिए ।  आधे घण्टे तक इसे ढककर रखने के बाद ही पानी पीने के लिए उपयोग करना चाहिए ।  यह गोलियॉ प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता/ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व ग्राम में डिपो होल्डर के पास निःशुल्क मिलती है । 
उपचार 
          दूषित पानी से होने वाली बीमारियों में प्रमुख है दस्त रोग। दस्त रोग होने पर ओ.आर.एस. पेकेट एक लिटर स्वच्छ व शुद्ध पानी को घोलकर रोगी को पिलाना शुरू कर देना चाहिए। 24 घण्टे के अन्दर यह घोल अधिक से अधिक मात्रा में पिलाना चाहिए व 24 घण्टे के बाद बचा हुआ घोल फेककर दूसरे पेकेट का घोल बनाना चाहिए। दूध पीने वाले शिशु का दूध बंद नहीं करना चाहिए। दस्त के साथ उल्टीयां शुरू होने पर शीघ्र ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता या चिकित्सक को बताकर उपचार लेना चाहिए। ओ.आर.एस. पेकेट सभी स्वा0 कार्यकता, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकता के पास निःशुल्क उपलब्ध रहते है।

अगस्त माह में 39 नसबंदी षिविर आयोजित होंगे

अगस्त माह में 39 नसबंदी षिविर आयोजित होंगे

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत् अगस्त माह में जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में  महिला व पुरूषों के लिए 39 नसबंदी शिविरों का आयोजन किया जा रहा है । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस. अवास्या ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मूंदी, पुनासा, व सुलगांव में 3, 10, 17, 24  व 31 अगस्त को इंदौर के डॉ. कंसल नसबंदी ऑपरेषन करेंगे। इसी तरह खालवा , हरसूद व सिंगोट मंे 5, 12, 19 व 26 अगस्त को इंदौर के डॉ. महाडिक ऑपरेषन करेंगे, जबकि छैगांवमाखन व खण्डवा में 1, 8 , 22 व 29 अगस्त को एवं पंधाना में 4, 11, 22 व 29 अगस्त को जिला चिकित्सालय में इंदौर के डॉ. एम.एल. पंत ऑपरेषन करेंगे। डॉ. अवास्या ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जावर की नसबंदी कराने वालों के ऑपरेषन जिला चिकित्सालय खण्डवा में तथा किल्लौद क्षेत्र के हितग्राहियों के नसबंदी ऑपरेषन हरसूद स्वास्थ्य केन्द्र में किए जायेंगे। जिला अस्पताल खण्डवा में डॉ. श्रीमती लक्ष्मी डोडवे प्रतिदिन एल.टी.टी. ऑपरेषन कर महिलाओं की नसबंदी करती है, जबकि पुरूष नसबंदी डॉ. शक्तिसिंह राठौर व्दारा प्रतिदिन की जाती है । सभी आशा व स्वास्थ्य कार्यकर्ताआंे को निर्देश है दिये गये कि शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें एवं नसबंदी हितग्राहियों को प्रेरित कर इन शिविरों में भेजे । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अवास्या ने बताया कि नसबंदी कराने वाले हितग्राही पुरूष को 2000 रू. नगद व  प्रेरक को  300 रू. नगद दिये जायेगें तथा महिला नसबंदी हितग्राही को 1400 रू. व प्रेरक को 200 रू. नगद दिये जावेगंे। प्रसव पश्चात् 7 दिन के अन्दर नसबंदी कराने पर प्रसूता को रू. 2200/- तथा प्रेरक को रू. 300/- दिये जाते है।  

सोयाबीन की फसल में खरपतवार नियंत्रण के उपाय जरूर करें किसान

सोयाबीन की फसल में खरपतवार नियंत्रण के उपाय जरूर करें किसान

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 -  जिन किसान भाईयों की सोयाबीन की फसल 20 से 25 दिनों की हो गई है उन्हें उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री ओ.पी. चौरे ने सलाह दी है कि वहां खरपतवार नियंत्रण आवष्यक रूप से किया जावे। फसल की प्रारंभिक अवस्था में 30 से 45 दिनों तक खरपतवारों का प्रकोप अधिक होता है, जिनका नियंत्रण किया जाना आवष्यक है। यदि किसान भाई खरपतवार नियंत्रण नहीं करते हैं तो फसल के पौधे कमजोर एवं पतले हो जाते हैं जिसके परिणाम स्वरूप फसल का उत्पादन प्रभावित होता है और उत्पादन कम हो जाता है। भौतिक विधियों से खरपतवारों के नियंत्रण हेतु बतर प्राप्त होने पर डोरा या कुलफा चकाकर खरपतवारों को नष्ट करें। इस विधि से खरपतवार नियंत्रण करने पर खरपतवारों के सड़ने से फसल को जबकि खाद भी प्राप्त हो जाता है। यदि भौतिक विधियों से खरपतवारों का नियंत्रण करना संभव न हो सके तो उस स्थिति में किसान भाई रासायनिक विधियों से भी खरपतवारों का नियंत्रण कर सकते है। 
     उपसंचालक कृषि श्री चौरे ने बताया कि फसल 20 से 25 दिनों की होने पर सकरी पत्ती के खरपतवारों के नियंत्रण हेतु क्यूजेलेकोप इथाइल एक लीटर प्रति हेक्टेयर अथवा सकरी एवं चौड़ी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवारों के नियंत्रण हेतु इमेजाथाफायर 750 मिली दवा प्रति हेक्टेयर उपयोग किया जा सकता है। रासायनिक विधि से दवाओं के द्वारा खरपतवारों नियंत्रण करने हेतु खेतों में नमी का होना आवष्यक है तथा दवा का छिड़काव समुचित रूप से हो 20-25 स्प्रिेयर पंप पानी प्रति हेक्टेयर अवष्य उपयोग किया जावे। दवा का छिडकाव करते समय सावधानी आवष्यक है। हाथों में दस्ताने पहनना चाहिए तथा मुंह पर कपड़ा बांधकर हवा की दिषा में छिड़काव करना चाहिए। अधिक जानकारी हेतु अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी या वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर सकते है।

सामुदायिक विकास एवं नेतृत्व संबंधी पाठ्यक्रम की कक्षाएं आज से

सामुदायिक विकास एवं नेतृत्व संबंधी पाठ्यक्रम की कक्षाएं आज से

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - महात्मा गांधी चित्रकुट ग्रामोदय विष्वविद्यालय चित्रकूट जिला सतना के माध्यम से समाज कार्य स्नातक पाठयक्रम सामुदायिक नेतृत्व में मध्यप्रदेष के 313 विकासखण्डों में जिला स्तर पर चलाया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने मध्यप्रदेष की महत्वकांक्षी कार्यक्रम के तहत प्रथम एवं द्वितीय वर्ष कक्षाओं का शुभारंभ 31 जुलाई को किया जा रहा है। यह पाठ्यक्रम खण्डवा जिले के 7 विकासखण्डों में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालयों में प्रातः 11 बजे से संचालित किया जायेगा। पाठयक्रम सामुदायिक विकास एवं नेतृत्व से संबंधित है। इस अवसर पर प्रथम तथा द्वितीय वर्ष के पाठयक्रम अनुसार संबंधित विभागों के जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों को उनके कार्यक्षेत्र संबंधित उत्कृष्ट विद्यालयों में उपस्थित रहना सुनिष्चित करे।

विद्यार्थियों की सुविधा में वृद्धि के लिए सरकारी स्कूलों को उपहार दें

विद्यार्थियों की सुविधा में वृद्धि के लिए सरकारी स्कूलों को उपहार दें

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 -  प्रदेश में सरकारी स्कूलों के अधोसंरचनात्मक और अकादमिक विकास के लिए उपहार योजना लागू की गई है। सरकारी स्कूल पोर्टल पर अपने स्कूल की प्रमुख आवश्यकताओं को चिन्हित कर, प्राथमिकता के क्रम में सूचीबद्ध करेंगे। सूची के अनुसार उपहार देने वाले व्यक्ति, समूह, कम्पनी, ट्रस्ट अपनी इच्छानुसार विद्यालयों को शुद्ध पेयजल व्यवस्था, पंखें, सौर ऊर्जा उपकरण, शिक्षण सहायक सामग्री, कम्प्यूटर, प्रयोगशालाओं के उपकरण, फर्नीचर, खेल सामग्री आदि वस्तु उपहार के रूप में दे सकेंगे। प्रदेश में अब तक लगभग 500 से अधिक सरकारी स्कूलों को इस योजना में उपहार प्राप्त हो चुके हैं। कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने जिले के गणमान्य नागरिकों व जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे उपहार योजना के तहत जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों की सुविधा में वृद्धि के लिए उपहार दे सकते है। 

उचित मूल्य की दुकानों से 4 रू. किलो की दर पर खरीदें प्याज

उचित मूल्य की दुकानों से 4 रू. किलो की दर पर खरीदें प्याज

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - जिले मंे संचालित उचित मूल्य की दुकानो पर रियायती मूल्य पर प्याज उपलब्ध है। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.आर. कोठारे ने बताया कि उपभोक्ताओं को प्याज 4 रूपये प्रति किलो दर पर उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि खण्डवा शहर की कुल 46 दुकानो को 5-5 क्विंटल प्याज विक्रय हेतु उपलब्ध करा दी गई है। इच्छुक व्यक्ति शहर की उचित मूल्य की दुकानों से प्याज खरीद सकते है।

षिक्षा मंत्री श्री शाह आज खण्डवा आयेंगे

षिक्षा मंत्री श्री शाह आज खण्डवा आयेंगे

खण्डवा 30 जुलाई, 2016 - प्रदेष के स्कूल षिक्षा विभाग के मंत्री कुंवर श्री विजय शाह 31 जुलाई को खण्डवा आयेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्री शाह 31 जुलाई को प्रातः 7ः30 बजे इंदौर से प्रस्थान कर प्रातः 10ः30 बजे खण्डवा आकर गणेष गौषाला में आयोजित पार्टी के प्रषिक्षण वर्ग षिविर में शामिल होंगे।

दिनांक 30 जुलाई 2016 को समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पत्र करतनें........