AAPKI JIMMEDARI

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Thursday 30 April 2020

लॉकडाउन में गरीब परिवारों को दोनों समय दिया जा रहा है गरमा गरम भोजन

लॉकडाउन में गरीब परिवारों को दोनों समय दिया जा रहा है गरमा गरम भोजन


खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - नोवल कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को नियंत्रण करने के लिए खंडवा में लॉकडाउन किया गया है। इस परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे , इस उद्देश्य से नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे है। खण्डवा के अशोक नगर में स्थित पंडित दीनदयाल  अंत्योदय रसोई योजना के तहत संचालित सेंट्रलाइज किचन में लगभग छह हजार लोगों  के लिए सुबह और रात का शुद्ध और सात्विक भोजन बनवाकर वितरित किया जा रहा है। निगम आयुक्त श्री हिमांशु सिंह ने बताया कि इस कार्य में नगर निगम के करीब 65 अधिकारी- कर्मचारी संलग्न है, जो कि सुबह 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक हाइजिनिक तरीके से भोजन तैयार कराकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में दोनों समय निगम के वाहनों से शहर के जरूरतमंद लोगों को वितरित करा रहे है। उन्होंने बताया कि गुरूवार दोपहर को कुल 10529 लोगों को भोजन वितरित किया गया तथा शाम को खिचड़ी वितरित की गई। यह खिचड़ी कुल 125 किलो चावल, 12 किलो दाल, 80 किलो कद्दू व 50 किलो पत्ता गोभी मिलाकर तैयार की गई तथा लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को वितरित की गई।

जिले के 41083 किसानों के खाते में जमा होंगे 82.75 करोड़ रूपये

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत
जिले के 41083 किसानों के खाते में जमा होंगे 82.75 करोड़ रूपये

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - प्रदेश के 15 लाख किसानों को 1 मई को उनके बैंक खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की कुल 2990 करोड़ की राशि प्राप्त हो जाएगी। इसमें से खण्डवा जिले के 41083 किसानों के खाते में 82 करोड़ 75 लाख 67 हजार 291 रूपये जमा होंगे। उप संचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता ने बताया कि जिले के 15406 किसान ऐसे हैं जिन्होंने सहकारी बैंक से कृषि ऋण लिया था, उनका फसल बीमा स्वतः हो गया, ऐसे किसानों के खातों में 28 करोड़ 48 लाख 78 हजार 540 रूपये बीमा की राषि प्राप्त होगी। जबकि व्यवसायिक बैंकों व ग्रामीण बैंक के माध्यम से फसल बीमा कराने वाले 55677 किसानों के खाते में फसल बीमा के 54 करोड़ 26 लाख 88 हजार 751 रूपये जमा होंगे।

आज 1 कोरोना संक्रमित खण्डवा में तथा 1 पॉजिटिव मरीज की इंदौर में मृत्यु हुई

गुरूवार को 38 सेम्पल भेजे गए, कुल 46 रिपोर्ट निगेटिव आईं
आज 1 कोरोना संक्रमित खण्डवा में तथा 1 पॉजिटिव मरीज की इंदौर में मृत्यु हुई


खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - गुरूवार को कोरोना के संदिग्ध मरीजों के कुल 38 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए। खण्डवा जिले से कोरोना संक्रमण संबंधी जांच के लिए अब तक कुल 432 मरीजों के सेम्पल प्रयोगषालाओं को भेजे गए, जिसमें से 328 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि आज कोरोना पॉजिटिव 1 मरीज श्री शेख रहीम उम्र 65 वर्ष की मृत्यु खण्डवा में हो गई तथा इंदौर में उपचाररत 1 अन्य पॉजिटिव मरीज श्री रंजन कानूनंगो की भी कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई है। इस तरह अब तक कुल 5 लोगों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है। जिले के कुल 31 कोरोना संक्रमित मरीज अब तक संक्रमण मुक्त होकर जिला अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है। अब तक जिले में कुल 46 मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव तथा 283 रिपोर्ट निगेटिव आईं है, कुल 102 रिपोर्ट आना अभी शेष है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि गुरूवार को कोरोना जांच की कुल 46 रिपोर्ट प्राप्त हुई, सभी रिपोर्ट निगेटिव आईं है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को 1 व्यक्ति की होम क्वारेंटाइन की अवधि पूर्ण हो चुकी है तथा 29 व्यक्तियों को गुरूवार को होम क्वारेंटाइन किया गया।

कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के दौरान मजदूरों की हरसंभव मदद की गई

मजदूर दिवस 1 मई पर विषेष

कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के दौरान मजदूरों की हरसंभव मदद की गई

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इन दिनों लॉकडाउन के कारण परेषान मजदूरों की जिला प्रषासन मदद कर रहा है। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना के तहत अन्य राज्यों में लॉकडाउन में फॅंसे खण्डवा जिले के  922 मजदूरों के खाते में 1-1 हजार रूपये जमा कराये गए है। अन्य जिलों के जो मजदूर खण्डवा में लॉकडाउन में फॅंसे हुए थे, ऐसे लगभग 2000 मजदूरों को विषेष बसों के माध्यम से उनके गृह नगर भेजने की व्यवस्था की गई है। इन सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उन्हें मास्क एवं भोजन के पैकेट भी उपलब्ध कराये गये। 
  कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत जिले के मजदूरों के साथ साथ  बाहर से आए ऐसे मजदूर जो लॉकडाउन के दौरान अपने गांव वापस आ गए है, उन्हें भी रोजगार दिलाने की व्यवस्था की गई है। जिले के ऐसे मजदूर जो महाराष्ट्र सहित देष के विभिन्न भागों से अपने गृह जिले खण्डवा आए है, उनमें से 5380 मजदूरों को रोजगार गारंटी योजना के तहत उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में रोजगार गारंटी योजना के तहत 26531 मजदूर रोजगार पा रहे है। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने बताया कि रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत इन मजदूरों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देष्य से आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जा रहा है। सभी मजदूरों को बार बार हाथ धोने तथा निर्माण स्थल पर सोषल डिस्टेंसिंग का विषेष ध्यान रखने की समझाइष भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में फॅंसे मजदूरों को बैंकों के प्रतिनिधि मनरेगा की मजदूरी उनके घर जाकर एवं पंचायतों के माध्यम से कर रहे है। 
     कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने बताया कि शहरी क्षेत्र में मजदूर व गरीब वर्ग के ऐसे परिवार जो लॉकडाउन के कारण मजदूरी नही कर पा रहे हैं, उन्हें खाने के पैकेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। नगर निगम खण्डवा द्वारा प्रतिदिन शहर के लगभग 11 हजार लोगों को दोनों समय गरमा गरम खाना वितरित किया जा रहा है। इसके अलावा 2678 लोगों को राषन भी उपलब्ध कराया गया है। 

कोविड वार्ड में ड्यूटी करके,वीडियो कॉल से परिवार के हालचाल जान लेते हैं

कोविड वार्ड में ड्यूटी करके,वीडियो कॉल से परिवार के हालचाल जान लेते हैं 

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 वैश्विक महामारी के संक्रमण का खतरा पूरे विष्व में गहराया हुआ है। अधिकांष लोग कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अपने घरों में कैद है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच रहकर उनका उपचार तो कर ही रहे है, सरकारी ड्यूटी के साथ साथ परिवार के प्रति जिम्मेदारी भी निभा रहे है। इन्हीं में से एक है खण्डवा मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉ. विशाल आहके जो कि गत 2 सप्ताह से लगातार जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी दे रहे हैं।
     डॉ. आहके बताते हैं कि कोविड केयर सेंटर में सभी कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं, इसलिए संक्रमण से बचाव का विषेष ध्यान रखना पड़ता है और परिवारजनों को संक्रमण से बचाने के उद्देष्य से जिला अस्पताल परिसर में ही रहकर ड्यूटी करना पड़ती है। डॉ. आहके ने बताया कि उनके विवाह को अभी मात्र 7 माह हुए हैं। उनकी पत्नी डॉ. अनीता आहके भी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अकोला में अपनी सेवाएं कोविड-19 में निरंतर दे रही है। डॉ. विषाल आहके ने बताया कि ड्यूटी के बाद जब भी समय मिलता है तो वीडिया कॉल करके अपने पत्नि एवं अन्य परिवारजनों से बातचीत कर हालचाल जान लेते है।

किसानों के खाते में आज जमा होंगी फसल बीमा की राषि

किसानों के खाते में आज जमा होंगी फसल बीमा की राषि

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - प्रदेश के 15 लाख किसानों को 1 मई को उनके बैंक खातों में फसल बीमा की कुल 2990 करोड़ की राशि प्राप्त हो जाएगी।  श्री चौहान ने बताया कि पिछली सरकार ने खरीफ एवं रबी फसलों के लिए देय प्रीमियम 22 सौ करोड़ का भुगतान नहीं किया था। इसके कारण किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमने सरकार बनते ही मार्च माह में बीमा कंपनियों की यह राशि जारी कर दी, जिससे अब किसानों को फसल बीमा राशि प्राप्त हो जाएगी।
     प्रमुख सचिव कृषि ने बताया कि सरकार द्वारा खरीफ वर्ष 2018 तथा रबी वर्ष 2018-19 की फसल बीमा के प्रीमियम की राशि बीमा कंपनियों को जारी कर दी गई है। अब इन वर्षों की फसल बीमा की राशि किसानों को प्राप्त हो जाएगी। खरीफ 2018 में प्रदेश के 35 लाख किसानों द्वारा फसलों का बीमा कराया गया था। उनमें से 8.40 लाख किसानों को 19 सौ 30 करोड़ रुपए की बीमा राशि प्राप्त होगी। इसी प्रकार, रबी 2018-19 में प्रदेश के 25 लाख किसानों द्वारा रबी फसलों का बीमा कराया गया था। इनमें से 6.60 लाख किसानों को 10 सौ 60 करोड़ रुपए की बीमा राशि प्राप्त होगी।

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्यो को गति मिलेगी

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्यो को गति मिलेगी

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - पंचायत दिवस पर प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना का शुभारम्भ किये जाने पर प्रदेष के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है ग्रामीणों को सही अर्थों में अब आधिपत्य की आवासीय भूमि का मालिकाना अधिकार मिला है।
    प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना ग्रामीण क्षेत्र के आवासीय भू-धारकों के लिये अभिनव योजना है। ग्रामीण आबादी में आवासीय भू-धारकों को स्वामित्व संबंधी अभिलेख ऑनलाईन प्राप्त होने से उनको संपत्ति के मूल्यांकन का लाभ मिलेगा। उन्हें शहरी भू-धारकों की तरह आवासीय संपत्ति पर ऋण प्राप्त करने, अधोसंरचना निर्माण करने एवं आजीविका संवर्धन के दीर्घ आयामी अवसर प्राप्त होंगे। श्री पटेल ने कहा कि इस योजना के लागू होने से ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसंरचनात्मक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। अवरुद्ध विकास की गति को नई ऊंचाईयाँ मिलेंगी।

1 व 2 मई को आनंद नगर व पंजाब कॉलोनी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होगी

1 व 2 मई को आनंद नगर व पंजाब कॉलोनी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होगी

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - खण्डवा शहर संभाग के अंतर्गत आनंद नगर फीडर से जुड़े क्षेत्रों में 1 मई को प्री-मानसून मेंटेनेस का आवष्यक कार्य होने के कारण विद्युत प्रदाय बाधित होगा। इसी तरह 2 मई को 11 के.व्ही. पंजाब कॉलोनी फीडर का प्री-मानसून मेंटेनेस का आवष्यक कार्य होने के कारण वहां भी विद्युत प्रभाव प्रभावित होगा। सहायक यंत्री विद्युत वितरण कम्पनी शहरी क्षेत्र ने बताया कि इन दोनों क्षेत्रों में प्रातः 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक फीडर्स से संबंधित क्षेत्रों में विद्युत प्रदाय बाधित रहेगा। 
    सहायक यंत्री मध्यप्रदेष विद्युत वितरण कम्पनी ने बताया कि आनंद नगर फीडर से जो क्षेत्र प्रभावित होंगे उनमें सीमेंट प्रो., ऑंगन ढाबा, सोहनी गोडाउन, मिश्रा पेट्रोल पम्प, पॉलिटेक्निक महिला आई.टी.आई., बेडेकर कॉलोनी, आनंद नगर, जय नगर, एकता नगर, सुभाष नगर, रेल्वे कॉलोनी, सेंट पायस स्कूल एवं आसपास का क्षेत्र आदि शामिल है। जबकि पंजाब कॉलोनी फीडर से जुड़े क्षेत्रों में माता चौक, नारायण नगर, जगदम्बा नगर, नर्मदापुरम, अम्बेडकर वार्ड, राजेन्द्र नगर, गुरूद्वारा, पंजाब कॉलोनी, महादेवी नगर, जसवाड़ी रोड, कमला नगर, फ्रेड्स कॉलोनी, राजीव नगर, विट्ठल नगर, प्रताप नगर, कृष्ण कुंज, जय श्री कॉलोनी आदि शामिल है, जहां विद्युत प्रदाय बंद रहेगा।

कन्टेन्मेंट क्षेत्र के 700 घरों का किया गया सर्वे

कन्टेन्मेंट क्षेत्र के 700 घरों का किया गया सर्वे 

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - कन्टेन्मेंट क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के दल गठित किए गए है। इन दलों द्वारा बुधवार व गुरूवार को शहर के परदेषीपुरा, दूध तलाई व बड़ाबम क्षेत्र के 700 घरों में जाकर परिवारजनों से चर्चा की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इन दलों में आषा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सुपरवाईजर, आर.बी.एस.के. चिकित्सक एवं आयुष चिकित्सक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी शामिल है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि बुधवार को स्क्रीनिंग दलों द्वारा परदेषीपुरा क्षेत्र में 201 तथा बडाबम क्षेत्र के 235 घरों में जाकर परिवारजनों से चर्चा की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। जबकि गुरूवार को परदेषीपुरा क्षेत्र के 470 व दूध तलाई क्षेत्र के 194 घरों का सर्वे किया गया।

रमजान के पवित्र माह में डॉ. सुश्री अंसारी भूखे प्यासे रहकर कर रही हैं ड्यूटी

हमारे कोरोना योद्धा

रमजान के पवित्र माह में डॉ. सुश्री अंसारी भूखे प्यासे रहकर कर रही हैं ड्यूटी

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जहां एक ओर अधिकांश लोग अपने-अपने घरों में सुरक्षित है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता दिन रात एक कर स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य कर रहे है। जिला मुख्यालय पर गठित मेडिकल मोबाइल यूनिट में कार्यरत डॉ. हिना कौसर अंसारी दिन रात मेहनत कर खण्डवा से गुजरने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग कर रहे है। डॉ. सुश्री अंसारी रमजान के इस पवित्र माह में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रोजे रख रही हैं। उन्होंने बताया कि रोजे के दौरान भी सुबह से ही घर से निकलकर एक बार पीपीई किट पहन ली तो फिर दिन भर समय ही नही मिलता। पीपीई किट पहनकर धूप में गर्मी के मौसम में लगातार दिन भर शहर के अलग अलग क्षेत्रों में स्क्रीनिंग के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में खाना व पानी का ख्याल भी नही आता है। मेडिकल मोबाइल यूनिट में डॉ. हिना कौसर अंसारी की ड्यूटी सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक दिन में रहती हैं। डॉ. कौसर शहरी क्षेत्र के सभी 50 वार्डों में जाकर वहां खण्डवा जिले के तथा अन्य जिलों से आए लोगों की लगातार स्क्रीनिंग कर रहे हैं। 

वाहनों का कर जमा करने की अंतिम तारीख 15 मई निर्धारित

वाहनों का कर जमा करने की अंतिम तारीख 15 मई निर्धारित

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - राज्य शासन ने प्रदेश में लॉकडाउन के चलते वाहनों का संचालन और परिवहन कार्यालय बंद होने के कारण वाहनों का मासिक तथा त्रैमासिक कर जमा करने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 15 मई, 2020 निर्धारित कर दिया है। परिवहन आयुक्त श्री व्ही. मधु कुमार द्वारा म.प्र. मोटरयान कराधान नियम-1991 के नियम-7 के अंतर्गत इस बारे में परिपत्र जारी किया गया है।

गुरूवार को 24 रिपोर्ट निगेटिव आईं, कोरोना संक्रमित 1 मरीज की मौत

गुरूवार को 24 रिपोर्ट निगेटिव आईं, कोरोना संक्रमित 1 मरीज की मौत 

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 -  एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ. योगेष शर्मा ने बताया कि गुरूवार को कुल 24 सेम्पल्स की रिपोर्ट प्रयोगषाला से प्राप्त हुई, सभी रिपोर्ट निगेटिव आईं है। उन्होंने बताया कि इन 24 रिपोटर््स में जिला अस्पताल के सारी वार्ड में गत दिनों मृत इकबाल पुत्र मूसा एवं कल्लू कुरेषी की रिपोर्ट भी निगेटिव आईं है। डॉ. शर्मा ने बताया कि बुधवार व गुरूवार की मध्य रात्रि में कोविड केयर सेंटर में भर्ती 1 कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु हो गई है।

मनरेगा मजदूरों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पिला रहे है काढ़ा

मनरेगा मजदूरों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पिला रहे है काढ़ा
बाहर से आये 5380 मजदूरों सहित कुल 13782 मजदूरों को मिल रहा है रोजगार   

खण्डवा 30 अप्रैल, 2020 - ग्रामीण मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जिले के विभिन्न ग्रामों में निर्माण कार्य शुरू किए गए है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोषन सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले की 422 ग्राम पंचायतों में इस समय रोजगार गारंटी योजना के तहत कुल 13782 मजदूर कार्य कर रहे है। इनमें 5380 ऐसे में मजदूर भी शामिल है, जो कि अन्य जिलों व अन्य राज्यों से लॉकडाउन के दौरान जैसे तैसे अपने घरों को वापस आये थे एवं जिन्हें रोजगार की तलाष थी। श्री रोषन सिंह ने बताया कि रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत इन मजदूरों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देष्य से आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जा रहा है। सभी मजदूरों को बार बार हाथ धोने तथा निर्माण स्थल पर सोषल डिस्टेंसिंग का विषेष ध्यान रखने की समझाइष भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत गोल सैलानी एवं अंजनिया खुर्द में मजदूरों को मजदूरी के दौरान आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जाता है। 
     मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोषन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री जीवन अमृत योजना के तहत इन मजदूरों को आयुर्वेदिक काढ़ा तैयार कर वितरित किया जा रहा है। इस आयुर्वेदिक काढ़े को बनाने की विधि बहुत सरल है। पीपल, सोंठ एवं कालीमिर्च को समान मात्रा में मिलाकर, कूटकर तैयार किए जाने त्रिकटु चूर्ण को 3-4 तुलसी के पत्तों के साथ एक लीटर पानी में उबालना होता है। जब पानी आधा रह जाता है, तब ये काढ़ा तैयार हो जाता है। एक-एक कप कुनकुना काढ़ा दिन में तीन से चार बार  पिया जा सकता है। यह किसी रोग के न होने पर भी यह उपयोगी है और शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता निर्मित करता है।

Wednesday 29 April 2020

दिनांक 30 अप्रैल, 2020 को समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पत्र कतरनें.....







































मुख्यमंत्री जीवन अमृत योजना के तहत आयुर्वेदिक काढ़े के पैकेट बांटे जायेंगे

मुख्यमंत्री जीवन अमृत योजना के तहत आयुर्वेदिक काढ़े के पैकेट बांटे जायेंगे

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 जैसी चुनौतियों से निपटने में उपचार की भारतीय पद्धति का भी उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि आज जिस तरह इस रोग ने पूरे विश्व को कष्ट में डाल दिया है, उससे यह प्रश्न उपस्थित हुआ है कि उपचार में किस तरह योग, मंत्र और संगीत आदि का उपयोग किया जाए। रोगी का मनोबल बढ़ाने के लिए क्या प्रयास हों। कई रोग स्नेह से ठीक होते हैं लेकिन कोविड-19 जैसे रोग के लक्षण वाले बालक को उसकी माँ ही सिर पर हाथ नहीं रख सकती। श्री चौहान ने कहा कि रोगी के उपचार की प्रचलित विधियों के साथ ही भारतीय परंपरा में विद्यमान मौलिक विधियों को उपयोग में लाया जा सकता है। एक स्थिति रोग होने के बाद उपचार की होती है। दूसरी स्थिति यह होती है कि शरीर को इतना रोग प्रतिरोधी बना दिया जाए कि रोग पास ही न आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में आयुर्वेद के विद्वानों, प्राकृतिक चिकित्सा के जानकारों, आध्यात्मिक गुरुओं और विभिन्न वर्गों से विचार-विमर्श कर समाधान का मार्ग निकाला जाना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि कोविड-19 की चुनौती से निपटने में मध्यप्रदेश में आयुर्वेदिक काढ़े के उपयोग की बात अन्य प्रांतों तक पहुंची है। निश्चित ही इस उपयोगी काढ़े के व्यापक उपयोग पर ध्यान दिया जा सकता है।
एक करोड़ लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा के पैकेट्स का निःशुल्क वितरण होगा
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि जीवन अमृत योजना में आयुष विभाग के सहयोग से मध्य प्रदेश लघु वनोपज संघ ने आयुर्वेदिक काढ़ा के 50-50 ग्राम के पैकेट्स तैयार किए हैं। ये पैकेट्स ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ व्यक्तियों को निःशुल्क वितरित किया जा रहा है। इस आयुर्वेदिक इस काढ़े को बनाने की विधि बहुत सरल है। पीपल, सोंठ एवं कालीमिर्च को समान मात्रा में मिलाकर, कूटकर तैयार किए जाने त्रिकटु चूर्ण को 3-4 तुलसी के पत्तों के साथ एक लीटर पानी में उबालना होता है। जब पानी आधा रह जाता है, तब ये काढ़ा तैयार हो जाता है।  एक-एक कप कुनकुना काढ़ा दिन में तीन से चार बार  पिया जा सकता है। यह किसी रोग के न होने पर भी यह उपयोगी  है और शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता निर्मित करता है।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम में कारगर हैं आयुर्वेदिक औषधियां

कोरोना संक्रमण की रोकथाम में कारगर हैं आयुर्वेदिक औषधियां

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  भारत शासन के आयुष मंत्रालय ने देश में व्याप्त वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की रोकथाम एवं प्रबंधन के लिए समस्त राज्यों को एडवाइजरी जारी कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रभावी उपाय किये जाने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुष की समस्त पैथियों में रोग प्रतिरोधकता क्षमता बढ़ाने के प्रभावी एवं प्रमाणित उपाय हैं, जिनका उपयोग दैनिक जीवन में करने से संक्रमण से बचाव संभव है।
     उल्लेखनीय है कि आयुर्वेदिक उपचार पद्धति में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए संशमनी वटी जिसमें गिलोय होती है, त्रिकुट चूर्ण, काढ़ा, जिसमें सौंठ, पीपली एवं काली मिर्च का उपयोग किया जाता है। अणु तेल बहुत ही असरकारक एवं संक्रमण की रोकथाम में सहायक है, इसके निर्माण में तिल तेल, नागरमोथा, वायविडंग, कंटकारी, इलायची, खस, मुलैठी, दारूहल्दी, तेजपत्र, देवदारू, दालचीनी, मुलैठी, शतावर, जीवन्ती इत्यादि का उपयोग किया जाता है। सामान्यतः संशमनी वटी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, ज्वर व सर्दी जुकाम में उपयोगी है। त्रिकुट चूर्ण खांसी, सर्दी-जुकाम व अन्य रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। अणु तेल साइनस, नाक बहना, एलर्जी व नाक एवं गले शुष्कता (ड्रायनेस) की रोकथाम में उपयोगी होता है। उल्लेखित औषधियों को निश्चित मात्रा में चिकित्सक के परामर्श अनुसार सुरक्षात्मक उपाय के रूप में वर्तमान कोरोना संक्रमण में सेवन करना लाभदायक है। 

31 में से 30 रिपीट सेम्पल रिपोर्ट निगेटिव आईं

31 में से 30 रिपीट सेम्पल रिपोर्ट निगेटिव आईं 

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  मंगलवार देर रात को कुल 26 रिपोर्ट में से 16 निगेटिव आई तथा 10 पॉजिटिव रिपोर्ट आई हैं। इन 10 पॉजिटिव रिपोर्ट मंे से 3 पहले से सारी वार्ड में भर्ती थे, 3 को मंगलवार देर रात भर्ती करा दिया गया। इसके अलावा 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज इंदौर में उपचार करवा रहे हैं तथा 2 अन्य की मृत्यु हो चुकी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि कोरोना वायरस रिपीट सेम्पल की कुल 31 रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें से 30 की रिपोर्ट निगेटिव एवं 1 की पॉजिटिव रिपोर्ट आईं है। अस्पताल के कोविड केयर सेंटर से बुधवार को 19 मरीजों की छुट्टी होन के बाद अब कुल 8 पॉजिटिव मरीज शेष रह गए है। डॉ. चौहान ने बताया कि कुल 27 लोगों को गत 24 घंटों में होम क्वारेंटाइन किया गया है तथा 1 अन्य को फैसेलिटी क्वांरेटाइन में रखा गया है।

खड़कपुरा-इमलीपुरा कन्टेन्मेंट क्षेत्र का विस्तार किया गया

खड़कपुरा-इमलीपुरा कन्टेन्मेंट क्षेत्र का विस्तार किया गया
गणेष मंदिर के पास पड़ावा क्षेत्र भी कन्टेन्मेंट एरिया घोषित

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  मंगलवार रात्रि में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने से कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने गणेष मंदिर के पास पड़ावा क्षेत्र को नया कन्टेन्मेंट एरिया घोषित किया है। इसके साथ ही पूर्व से घोषित खड़कपुरा-इमलीपुरा कन्टेन्मेंट क्षेत्र की सीमा का पुनः निर्धारण किया गया है। जारी आदेष अनुसार इस कन्टेन्मेंट क्षेत्र की सीमा में शेर तिराहे से अमीर मेडिकल, षिवाजी चौक, पत्ती बाजार चौक, मोघट थाना भवन, शक्कर तालाब क्षेत्र, रामेष्वर टेकरा, रामेष्वर पुलिया, विजेता चौक, तीन पुलिया, सिनेमा चौक, दूध गली, केवलराम चौराहा , घटाघर , नगर निगम तिराहा, शेर तिराहा के दायरे में आना वाला नगरीय क्षेत्र शामिल है।  
         कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने बताया कि कन्टेन्मेंट क्षेत्र के सभी घरों का सर्वे निर्धारित प्रपत्र अनुसार कराया जायेगा। कन्टेनमेंट क्षेत्र के सर्विलांस के लिए अधिकारियों का दल गठित किया गया है, जिसमें इन्सीडेंट कमाण्डर के रूप में एसडीएम खण्डवा श्री संजीव पाण्डेय तैनात रहेंगे। इनके साथ राजस्व अधिकारी, तहसीलदार श्री प्रताप सिंह आगास्या, पुलिस अधिकारी सीएसपी श्री ललित गठरे तथा नगर निगम आयुक्त श्री हिमांशु सिंह को भी तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि कन्टेनमेंट एरिया में पूर्ण रूप से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। इस क्षेत्र के सभी निवासियों को होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। 

सरकारी ड्यूटी के साथ साथ माँ का फर्ज भी निभा रही है स्टॉफ नर्स संगीता

हमारे कोरोना योद्धा

सरकारी ड्यूटी के साथ साथ माँ का फर्ज भी निभा रही है स्टॉफ नर्स संगीता

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपाय करते हुए स्वास्थ्य विभाग के लिए चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टॉफ अस्पताल के आइसोलेषन वार्ड में ड्यूटी तो कर ही रहे हैं, साथ ही अपने परिवार का ध्यान रखने की जिम्मेदारी भी निभा रहे है। इन्हीं में से एक है स्वास्थ्य विभाग की स्टाफ नर्स श्रीमती संगीता चाकरे । संगीता बताती हैं कि जिला अस्पताल खंडवा स्थित कोविड केयर सेंटर में लगातार अपनी ड्यूटी आईसोलेषन वार्ड में कर रही हैं।
      संगीता बताती हैं कि आइसोलेषन वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बीच रहकर संक्रमण का पूरा खतरा बना रहता हैं, ऐसे में पीपीई किट जैसे साधनों से संगीता संक्रमण से अपना बचाव करती हैं। संगीता ने बताया कि उसका एक बेटा अवी 4 वर्ष का है एवं बेटी आन्या 7 वर्ष की हैं। चूंकि दोनों बच्चे बहुत छोटे है, ऐसे में लगातार उनसे दूर भी नही रहा जा सकता। सरकारी ड्यूटी के साथ साथ माँ का फर्ज भी निभाना पड़ता है। संगीता ने बताया कि अस्पताल कीे ड्यूटी से फुर्सत मिलने पर वह कुछ देर के लिए अपने घर जाकर बाहर से ही बच्चों से बातचीत करके उनके हालचाल जान लेती है। संगीता बताती हैं कि बच्चे अभी छोटे है तथा कोरोना संक्रमण के बारे में नहीं समझते है, इसलिए खिड़की से ही बच्चे बात कर लेते है और वह बाहर से ही वापस अस्पताल आकर अपनी ड्यूटी संभाल लेती है। 

लॉकडाउन में गरीबों का मददगार बना खालवा बैंक कियोस्क संचालक

कहानी सच्ची है

लॉकडाउन में गरीबों का मददगार बना खालवा बैंक कियोस्क संचालक 
खाते से रूपये निकालने के साथ साथ मास्क व भोजन के पैकेट भी दिए जा रहे है  

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  खण्डवा जिले के खालवा में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कियोस्क संचालक श्री सोनू शर्मा इन दिनों लॉकडाउन में फंसे गरीब लोगों के लिए मददगार सिद्ध हो रहे है। श्री शर्मा गरीबों के खातों से निराश्रित पेंशन, मजदूरी, छात्रवृत्ति, जनधन खातों में जमा राशि निकालकर उन्हें दे रहे हैं, इसके साथ ही बैंक कियोस्क आने वाले सभी गरीब ग्रामीणों को निःषुल्क मास्क व खाने के पैकेट भी उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने अपने बैंक कियोस्क में आने वाले ग्रामीणांे की सुविधा के लिए  कियोस्क सेंटर के बाहर टेंट लगाकर छांव व पेयजल की व्यवस्था भी की है।

नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी विषेष बस से उडुपी से खण्डवा के लिए हुए रवाना

नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी विषेष बस से उडुपी से खण्डवा के लिए हुए रवाना

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 - कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण कर्नाटक राज्य के उडुपी में नवोदय विद्यालय पंधाना के विद्यार्थी फॅंसे हुए है। इन विद्यार्थियों व इनके साथ गए शिक्षकों को लेने के लिए रविवार रात को खण्डवा से वाहन उडुपी के लिए रवाना किया गया था। बुधवार को उडुपी से बच्चों एवं षिक्षकों को लेकर वाहन खण्डवा के लिए रवाना हो गया है। उल्लेखनीय है कि गत दिनों कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने उडुपी के डिप्टी कमिश्नर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा कर खण्डवा जिले के नवोदय विद्यालय के बच्चों को वहां से खण्डवा वापस लाने की व्यवस्था की है। 

कोरोना से जंग जीत कर निकले, तो कलेक्टर व एस.पी. ने बरसाये फूल

अच्छी खबर

कोरोना से जंग जीत कर निकले, तो कलेक्टर व एस.पी. ने बरसाये फूल
संक्रमण मुक्त हुए 19 कोरोना विजेता अस्पताल से अपने घरों को गए

खण्डवा 29 अप्रैल, 2020 -  कोरोना वायरस से संक्रमित 19 मरीजों की लगातार 2 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें कोविड केयर सेंटर से बुधवार दोपहर में छुट्टी दे दी गई। इस अवसर पर जैसे ही ये 19 कोरोना विजेता अस्पताल के गेट अपने घर जाने के लिए से बाहर निकले तो वहां पहले से मौजूद कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल, पुलिस अधीक्षक डॉ. षिवदयाल सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोषन कुमार सिंह, एसडीएम हरसूद डॉ. परीक्षित झाडे, सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी. जुगतावत, आरएमओ डॉ. शक्ति सिंह व एपिडियोमोलॉजिस्ट डॉ. योगेष शर्मा ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया तथा पुष्पवर्षा कर उन्हें एम्बूलेंस से घर के लिए विदा किया। सभी कोरोना विजेताओं ने इस अवसर पर मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए जिला प्रशासन द्वारा कोविड केयर सेंटर में की गई व्यवस्थाओं तथा वहां उपलब्ध सुविधाओं की सराहना की। सभी कोरोना विजेताओं ने अस्पताल के डॉक्टर्स व मेडिकल स्टॉफ का आभार प्रदर्शन किया। कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज करने से पूर्व डॉक्टर्स ने सभी कोरोना विजेताओं को अगले 2 सप्ताह तक पूरी सावधानी बरतनें तथा सोशल डिस्टेंसिंग व होम क्वारेंटाइन के प्रावधानों का पालन करने की समझाइश दी। सभी कोरोना विजेताओं को घर जाते समय सेनिटाइजेषन के लिए मेडिकल किट भी दी गई। 
कोरोना विजेताओं ने अस्पताल के स्टॉफ की तरक्की की दुआ की और व्यवस्थाओं की सराहना की
जिला अस्पताल स्थित कोविड केयर सेंटर से जैसे ही 19 कोरोना विजेता डिस्चार्ज होकर बाहर आए तो उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि कोविड केयर सेंटर में प्रायवेट नर्सिंग होम की तरह बेहतर व्यवस्थाएं है। उन्होंने इस अवसर पर कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं को बेहतर बताया और अस्पताल के डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टॉफ के व्यवहार की सराहना करते हुए सभी की तरक्की की दुआ की। 
ये 19 कोरोना विजेता अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर गए
     जिन लोगों को आज कोरोना संक्रमण से मुक्ति होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, उनमें सलीम सरवन्नार उम्र 23 वर्ष, सेफ फैयाज उम्र 32 वर्ष, मोहम्मद वसीम उम्र 37 वर्ष, हनीफ खान उम्र 69 वर्ष, सुफियान खान उम्र 23 वर्ष, मोहम्मद यूनूस उम्र 48 वर्ष, जहुर खान उम्र 70 वर्ष, मोहम्मद लुकमान उम्र 35 वर्ष, मोहम्मद इकराम उम्र 30 वर्ष, शेख फरीद उम्र 57 वर्ष, मकसूद खान उम्र 70 वर्ष, मोहम्मद सईद खान उम्र 42 वर्ष, मोहम्मद इदरीष उम्र 41 वर्ष, शेहबाज खान उम्र 45 वर्ष, राधेष्याम मालवीय उम्र 50 वर्ष, विजय तिवारी उम्र 40 वर्ष, मनीषा पटेल उम्र 35 वर्ष, कासीम उम्र 20 वर्ष, पदमा मसानी उम्र 20 वर्ष शामिल है।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने नागरिकों से की अपील
     कोरोना विजेताओं को डिस्चार्ज करने के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने नागरिकों से अपील की कि जुकाम, खांसी व श्वास लेने में तकलीफ जैसे लक्षण होने पर तुरंत जिला अस्पताल के ओपीडी में आकर डॉक्टर्स को दिखायें। यदि सेम्पल लेने की आवष्यकता होगी तो कोरोना सेम्पल टेस्ट भी कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल आने में कोई समस्या हो तो कॉल सेंटर के 104 नम्बर या 181 सीएम हेल्पलाइन के नम्बर पर फोन कर सूचित करें, ताकि तत्काल अस्पताल लाने की व्यवस्था की जा सके। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने कहा कि बीमारी के लक्षण दिखते ही उपचार करायें, बीमारी को छुपाये नहीं, क्योंकि जब कोरोना संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है तो स्थिति संभालना कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जुकाम, खांसी व श्वास लेने में तकलीफ के लक्षण होने पर निजी चिकित्सालयों में इलाज न करायें, बल्कि सरकारी अस्पताल में करायंे, ताकि आवष्यकतानुसार उनकी बेहतर देखभाल की जा सके।