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Sunday 19 October 2014

नेत्रहीनों एवं वृद्धों के आश्रम संचालन के लिए


नेत्रहीनों एवं वृद्धों के आश्रम संचालन के लिए हर बुनियादी सुविधाएॅं करायेंगे उपलब्ध - केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत









खण्डवा (17,अक्टूबर,2014) - खण्डवा जिले जिस नेत्रहीनों के आश्रम और वृद्ध आश्रम को संचालित करने की बात क्षेत्रीय सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान कर रहे है। उसके संचालन के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर बुनियादी सुविधाएॅं मुहैया कराई जाएगी। यह घोषणा देश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत ने खण्डवा मंे आयोजित वृहद विकलांगजन उपकरण वितरण कार्यक्रम में की।
 साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय विभाग भारत सरकार द्वारा देश के निःशक्तजनांे को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बहुत सी योजनाएॅं क्रियान्वित कि जा रही है और कुछ प्रारंभ होने वाली है। केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अब 80 प्रतिशत या इससे अधिक विकलांगता वालो को पात्रता अनुरूप मोटराइज्ड  साईकिल दी जा रही है। वही इन्हें स्वालंबी बनाने के लिए कोशल उन्नयन प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही आगे यह कार्य योजना बनाई जा रही है कि प्रशिक्षित विकलांगों को विभिन्न संचालित वित्तनिगमों द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जाए। ताकि यह अपने होसले से अपने पैरो पर खड़े हो सके। 
इसके साथ ही खण्डवा पुलिस ग्राउण्ड में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार पत्र सूचना कार्यालय इन्दौर और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित वृहद विकलांगजन उपकरण वितरण कार्यक्रम में जिले के लगभग 1068 निःशक्तों को उनकी विकलांगता के अनुरूप तकरीबन 75 लाख रूपये की राशि से अधिक के उपकरण वितरित किए गए।
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि निःशक्तजनों की सेवा का कार्य सामाजिक न्याय विभाग का है, पर ऐसा नही हम इसमें सहयोग न करें। जो लोग सक्षम है वह आगे बढ़कर सहयोग करे। क्योंकि इनकी मदद करने से ज्यादा बड़ा पुण्य का कार्य कोई और नही है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम इन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़े। उन्होंने कहा कि निःशक्तजनों मंे भी जीवन जीने की जिद् है जो होनी चाहिए। यही उनका मनोबल ऊॅंचा करती है। 
    इसके साथ ही कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजपाल सिंह तोमर,विधायक पंधाना श्रीमती योगिता नवल सिंह बोरकर, विधायक मांधाता श्री लोकेन्द्र सिंह तोमर , सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री हुकुमचंद यादव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
      जिसके बाद स्वागत भाषण संयुक्त सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार श्री अवीनीश अवस्थी ने प्रस्तुत किया। वही कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किए गए परीक्षण शिविरों से लेकर विकलांगों के चिन्हांकन तक आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। 
निशक्त बच्चों को दिये 11-11 हजार रू. नकद पुरस्कार - विकलांगजन उपकरण वितरण कार्यक्रम के प्रारंभ में निर्माण नेत्रहीन संघ द्वारा अलग-अलग भाषा धर्म सबका एक ही नारा भारत देश हमारा गीत के प्रस्तुतिकरण और खण्डवा डाइसिस संस्था द्वारा आधुनिक संगीत पर निःशक्त युवाओं द्वारा किया गया जोशपूर्ण नृत्य आर्कषण का केन्द्र रहा। जिसकी प्रशंसा केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत समेत सभी ने की। जिसपर केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने दोनांे ही प्रस्तुति देने वाले समूहों को 11-11 हजार रूपये का नकद पुरस्कार भी दिया।
प्रदर्शनी को सराहा - केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत एवं सांसद श्री चौहान समेत सभी जनप्रतिनिधियों ने प्रारंभ में ही पुलिस ग्राउण्ड प्रांगण मंे लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सर्वप्रथम सभी ने पत्र सूचना विभाग के डीएवीपी द्वारा लगाई गई सबका साथ सबका विकास प्रदर्शनी देखी। जिसके बाद कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने सम्माननीय अतिथियों को जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का एक-एक कर अवलोकन कराया। जिस पर सभी प्रदर्शनियों की प्रशंसा केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद श्री चौहान ने की। 
कृत्रिम अंग निर्माण निगम कानपुर की ओर से  वितरित किये गये कृत्रिम अंग, यंत्र एवं उपकरण - कृत्रिम अंग निर्माण निगम कानपुर की और से समापन अवसर पर 1,068 लाभार्थियों को रू. 75,28,385/- की लागत के कृत्रिम अंग यंत्र एवं उपकरण दिये गये, जिनकी संख्या 3930 है।
केन्द्र सरकार ने विकलांगजनों के सषक्तीकरण तथा पुनर्वास के लिये नीतियों व योजनाओं ंपर अधिक ध्यान देने के उद्देष्य से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अन्तर्गत एक अलग विभाग डिसेबिलिटी कार्य विभाग बनाया है।   
कानुपर में वर्ष 1972 में स्थापित एलिम्को इसी विभाग के अन्तर्गत काम करने वाला सार्वजनिक प्रतिष्ठान है। एलिम्को का उद्देष्य लाभ कमाना नहीं है। एलिम्को अपने द्वारा बनाये गये कृत्रिम अंग/सहायक यंत्र व उपकरणों को भारत सरकार की एडिप योजना के अन्तर्गत देष के विभिन्न स्थानों पर कैम्प लगाकर निःषुल्क वितरित करने का कार्य भी करता है। अपने बैहतरीन कार्य की वजह से आज एलिम्को का ज्नतदवअमत रू. 165 करोड़ तक पहुंच गया है। इसके बहतरीन कार्य को देखते हुये इसे ‘मिनी रत्न’ का दर्जा भी प्राप्त हुआ है। एलिम्को प्रतिवर्श औसतन 2 लाख विकलांगजना को कृत्रिम अंग/सहायक यंत्र व उपकरण  प्रदान कराता है और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने में सहयोग करता है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा एलिम्को के आधुनिकीकरण के लिये धनराषि उपलब्ध कराये जाने का फैसला भी किया है।  विकलांग व्यक्तियों का प्कमदजपपिबंजपवद एवं न्दपअमतेंस प्क् व स्मार्ट कार्ड की सुविधा प्रदान कराने की कार्यवाही शुरू कर दी गई हैै। स्मार्ट कार्ड पूरे देष में मान्य होगें।
         कार्यक्रम में महापौर श्रीमती भावना शाह, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री राजपाल सिंह चौहान, समेत अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। 
          क्रमांक/74/2014/1593/वर्मा

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