मिशन परिवार विकास के तहत प्रचार रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया
खण्डवा 26 दिसम्बर, 2018 - ‘‘मिशन परिवार विकास पुरूष नसबंदी पखवाड़ा 2 जनवरी 2019 तक आयोजित होगा, जिसमें पुरूषों को बिना चीरा बिना टांका पद्धति से आॅपरेशन कराने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस अभियान के प्रचार प्रसार के लिए बुधवार को जनजाग्रति प्रचार रथ को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रतन खंडेलवाल ने जिला स्वास्थ्य कार्यालय से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले के सभी विकासखंडों के ग्रामों में भ्रमण कर परिवार कल्याण के स्थायी साधन, पुरूष नसबंदी के लिए प्रेरित करेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. खण्डेलवाल ने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता परामर्श देगें एवं पम्पलेट वितरित करेगें। परिवार कल्याण के अंतर्गत पुरूष नसबंदी कराने पर रू. 3000 और प्रेरक को रू. 400 दिये जाते है। पुरूष नसबंदी जिला अस्पताल में प्रतिदिन डाॅ. शक्तिसिंह राठौर और डाॅ. अनुरूद्ध कौशल तथा मूंदी अस्पताल में डाॅ. शांता तिर्की द्वारा प्रतिदिन की जाती है। प्रति सोमवार को डाॅ. ललित मोहन पंत द्वारा छैगांवमाखन में और डाॅ. मोहन सोनी द्वारा प्रति गुरूवार को सुलगांव, पुनासा, मूंदी और पंधाना में पुरूष नसबंदी की जाती है। इसके अलावा सिंगोट, खालवा व हरसूद में प्रति शुक्रवार डाॅ. सोनी द्वारा नसबंदी की जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. खण्डेलवाल ने बताया कि पुरूष नसबंदी एक बहुत सरल विधि है, जिसमें चीरा लगता है और न टांका लगता है, कोई भी व्यक्ति अकेला आकर निश्चिंत होकर नसबंदी करा सकता है। उन्होंने बताया कि नसबंदी कराने के बाद व्यक्ति सामान्य दैनिक कार्य कर सकता है। उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थितियों में आवश्यकता पड़ने पर शुक्र नली को पुनः जोड़ा जा सकता है। इस विधि से आॅपरेशन में 10 मिनट लगते है। पुरूष नसबंदी कराने से पुरूष के शरीर में शक्ति की कोई कमी नहीं रहती और न ही कोई कमजोरी महसूस होती है।
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