किसान भाई पाले से बचाव के लिए जरूरी उपाय करें
खण्डवा 30 दिसम्बर, 2018 - वर्तमान में वायु में नमी की अत्यधिक कमी होने, कड़ाके की सर्दी पड़ने, सायंकाल में हवा के अचानक रूक जाने तथा भूमि के निकट का तापमान अत्यंत कम होने से चना, मटर, मसूर, मिर्च, सरसों, मक्का आदि की फसल पाले से प्रभावित हो सकती है, जिससे पत्तियां व फूल मुरझाकर सूखने की आशंका रहती है और फसल उत्पादन प्रभावित हो सकता है। उपसंचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता ने बताया कि किसान भाई पाले से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करें। उन्होंने बताया कि पाले से बचाव के लिए किए जाने वाले प्रमुख उपायों में खेतों में धुआं करना, फसलों में हल्की सिंचाई करना तथा गंधक के घोल का स्प्रे करना जैसे उपाय शामिल है। उन्होंने बताया कि धुंआ करने से खेतों का तापमान बढ़ जाता है, इससे पाले का प्रभाव फसल पर नहीं होता है। इसी तरह हल्की सिंचाई से भी खेत के पानी का तापमान कुछ बढ़ जाता है, जिससे पाला फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। इसके अलावा 1000 लीटर पानी में 1 लीटर गंधक का रसायन मिलाकर फसलों पर स्प्रे करने से भी फसल को पाले से राहत मिलती है।
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