दस हजार से अधिक आबादी की 31 ग्राम-पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम
जिले की नर्मदानगर ग्राम पंचायत में भी होगा कार्यक्रम का आयोजन
खंडवा (21 जनवरी, 2014) - प्रदेश में निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत 10 हजार से अधिक आबादी वाली 31 ग्राम-पंचायतों में ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन का कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। राज्य के 18 जिलों की चयनित 31 ग्राम-पंचायत में राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन के माध्यम से यह कार्यक्रम सुचारु रूप से क्रियान्वित किया जायेगा। इसके लिये विस्तृत कार्य-योजना (डीपीआर) के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही कार्यक्रम के अमल के दौरान नियमित पर्यवेक्षण और तकनीकी सहयोग मुहैया करवाने के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश भेजे जा रहे हैं।
चयनित ग्राम-पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में समुदाय में जन-जागृति के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार मुहिम भी शीघ्र शुरू होगी। इस बारे में ग्रामीण समुदाय संचालनकर्त्ताओं को भी व्यापक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस परियोजना के क्रियान्वयन में अनुभवी स्वयंसेवी संस्थाओं और निजी एजेंसी तथा फर्मों की भागीदारी भी होगी। ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य 10 हजार से अधिक आबादी वाली जिन ग्राम-पंचायत में शुरू होने जा रहा है। इनमें शहडोल जिले की ग्राम-पंचायत बकहो, अनूपपुर की बनगावाँ, देवहरा और डोला, सागर की रजाखेड़ी, मकरोनिया बुजुर्ग, ढाना और खिमलासा, ग्वालियर जिले की मोहना, टेकनपुर और डबरा, मुरैना की जौराखुर्द और रजौदा में, शिवपुरी की सिरसौद, झाबुआ की मेघनगर तथा जबलपुर जिले की खापा, बिलपुरा और हरदुली ग्राम-पंचायत शामिल है।
इसी तरह राजगढ़ जिले की ग्राम-पंचायत कुरावर, खण्डवा की नर्मदा नगर, छिन्दवाड़ा की चंदन गाँव, सिवनी की छपारा, होशंगाबाद की बनखेड़ी, बुरहानपुर की ऐमागिर्द, खरगोन जिले की धूलकोट और बड़वाह कस्बा, इंदौर जिले की बड़ा बांगरदा, पालदा और पोदरिया तथा मंदसौर जिले की भैंसोदा ग्राम-पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम का क्रियान्वयन शीघ्र आरंभ होगा।
क्रमांक: 118/2014/118/वर्मा चयनित ग्राम-पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में समुदाय में जन-जागृति के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार मुहिम भी शीघ्र शुरू होगी। इस बारे में ग्रामीण समुदाय संचालनकर्त्ताओं को भी व्यापक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस परियोजना के क्रियान्वयन में अनुभवी स्वयंसेवी संस्थाओं और निजी एजेंसी तथा फर्मों की भागीदारी भी होगी। ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य 10 हजार से अधिक आबादी वाली जिन ग्राम-पंचायत में शुरू होने जा रहा है। इनमें शहडोल जिले की ग्राम-पंचायत बकहो, अनूपपुर की बनगावाँ, देवहरा और डोला, सागर की रजाखेड़ी, मकरोनिया बुजुर्ग, ढाना और खिमलासा, ग्वालियर जिले की मोहना, टेकनपुर और डबरा, मुरैना की जौराखुर्द और रजौदा में, शिवपुरी की सिरसौद, झाबुआ की मेघनगर तथा जबलपुर जिले की खापा, बिलपुरा और हरदुली ग्राम-पंचायत शामिल है।
इसी तरह राजगढ़ जिले की ग्राम-पंचायत कुरावर, खण्डवा की नर्मदा नगर, छिन्दवाड़ा की चंदन गाँव, सिवनी की छपारा, होशंगाबाद की बनखेड़ी, बुरहानपुर की ऐमागिर्द, खरगोन जिले की धूलकोट और बड़वाह कस्बा, इंदौर जिले की बड़ा बांगरदा, पालदा और पोदरिया तथा मंदसौर जिले की भैंसोदा ग्राम-पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम का क्रियान्वयन शीघ्र आरंभ होगा।
No comments:
Post a Comment