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Thursday 13 February 2014

गरीबों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाना चाँद पर जाने से कम नहीं - मंत्री श्री शाह साथ ही कहा सेटेलाईट के द्वारा आँवलिया में दिया जायेगा कृषकों को प्रशिक्षण प्रशिक्षण में आने वाले किसानों को दी जायेगी साईकल लघु वनोपज उद्यमिता विकास केन्द्र होगा आँवलिया प्रशिक्षण केन्द्र का नाम लघु वनोपज संघ एवं वन विभाग द्वारा आसवन इकाई का भी किया जायेगा विस्तार ‘‘औषधीय पौध के संवर्धन, विकास एवं संवहनीय प्रबंधन’’ विषय पर कार्यशाला सम्पन्न

गरीबों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाना चाँद पर जाने से कम नहीं - मंत्री श्री शाह

साथ ही कहा सेटेलाईट के द्वारा आँवलिया में दिया जायेगा कृषकों को प्रशिक्षण

प्रशिक्षण में आने वाले किसानों को दी जायेगी साईकल

लघु वनोपज उद्यमिता विकास केन्द्र होगा आँवलिया प्रशिक्षण केन्द्र का नाम

लघु वनोपज संघ एवं वन विभाग द्वारा आसवन इकाई का भी किया जायेगा विस्तार

‘‘औषधीय पौध के संवर्धन, विकास एवं संवहनीय प्रबंधन’’ विषय पर कार्यशाला सम्पन्न











खंडवा (13 फरवरी, 2014) - गरीबों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाना चाँद पर जाने से कम नहीं है। यह बात प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री कुंवर विजय शाह ने  वनग्राम आँवलिया में प्राथमिक लघु वनोपज समितियों एवं ग्राम वन समितियों के आपसी समन्वय से वन संरक्षण, संवर्धन तथा आजीविका सृजन विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि इस कार्य को सार्थक करने के लिये ही राज्य सरकार द्वारा विभिन्न जनहितकारी हितग्राहीमूलक योजनाएँ संचालित की जा रही है। ताकि अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति को भी इनका लाभ मिले और वह अपना जीवन स्तर सुधारने के साथ सुखमय जीवन व्यतीत कर सके। इस अवसर पर प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनिल ओबेराय भी उपस्थित थे।
निःशुल्क दी जायेगी साईकल, सेटेलाईट के द्वारा होगा प्रशिक्षण:- इसके साथ ही राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंत्री कुँवर विजय शाह ने बताया कि प्रशिक्षण केन्द्र आँवलिया में अब सेटेलाई के द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से कृषक भाईयों को उन्नत कृषि तकनीकों से अवगत कराया जायेगा। इतना ही नहीं हमारे जो किसान भाई प्रशिक्षण केन्द्र पर रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, उन्हें 50 रूपये प्रतिदिन के मान से भत्ता दिया जायेगा। साथ ही प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले कृषकों को विभाग द्वारा साईकल भी निःशुल्क दी जायेगी।
लघु वनोपज उद्यमिता विकास केन्द्र होगा नाम : - राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंत्री श्री शाह ने कहा कि आँवलिया उद्यमिता विकास केन्द्र का अब वनोपज संघ में समन्वय किया जायेगा। जिसके बाद इसका नाम लघु वनोपज उद्यमिता विकास केन्द्र आँवलिया रखा जायेगा।
आसवन इकाई का भी किया जायेगा विस्तार :- कार्यशाला में वन विभाग एवं लघु वनोपज संघ के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा उपरांत खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री शाह ने जानकारी देते हुए बताया की आँवलिया में संचालित आसवन इकाई का भी अब व्यापक विस्तार किया जायेगा। जिसका की कार्य वन विभाग एवं लघु वनोपज संघ द्वारा किया जायेगा।
सपना हुआ सच :- औषधीय पौध के संवर्धन, विकास एवं संवहनीय प्रबंधन विषय पर आयोजित कार्यशाला में मंत्री कुँवर विजय शाह ने यह भी कहा कि आज मेरा इस आँवलिया क्षेत्र को लेकर देखा हुआ सपना साकार हुआ है। अब इस क्षेत्र में शिक्षा के लिये 35 करोड़ की लागत का बारहवीं तक विद्यालय, 200 करोड़ रूपये की सड़क, बिजली, पानी की भी व्यवस्था हो गई है। जिसके बाद अब आँवलिया उद्यमिता विकास केन्द्र भी इस क्षेत्र के नागरिकों के विकास में महती भूमिका निभायेगा।
आँवलिया उद्यमिता विकास केन्द्र को प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में करेंगे स्थापित :- राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रदेश के प्रधान मुख्य संरक्षक अनिल ओबेराय ने कहा कि यदि आपकी सहभागिता, सहयोग रहा तो यह केन्द्र आँचलिक क्षेत्र में बहुत बड़ा केन्द्र बनेगा। साथ ही हम इसे आँचलिक क्षेत्र में प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में स्थापित भी करेंगे।
                           इस अवसर पर श्री ओबेराय ने वन की महत्वता को बताते हुए वन को ही हाकीम और वन को ही हकीम बताया। उन्होंने कहा कि वनों का बचाना, सुरक्षित रखना हमारी परम्परा भी है और आवश्यकता भी। हम वनों का संवर्धन करें। यह हमारा नैतिक दायित्व है, पर यह भावनात्मक रूप से जुड़े बगैर संभव नहीं है।
                         इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण मंत्री एवं स्थानीय विधायक कुंवर विजय शाह एवं वन प्रमुख प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल अनिल ओबेराय, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ भोपाल डॉ.अनिमेष शुक्ला की उपस्थिति में किया गया।
राज्य स्तरीय कार्यशाला में प्रदेश के सभी अंचलों से वन अधिकारी एवं ग्रामीण सम्मिलित हुये। आदिवासी उद्यमिता प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास केन्द्र वनग्राम आँवलिया में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कार्यशाला के मुख्य विषय ‘‘औषधीय पौध के संवर्धन, विकास एवं संवहनीय प्रबंधन’’ में विचार प्रस्तुत किये।
        इसके अतिरिक्त भोपाल वन मुख्यालय के डॉ.अजय शंकर, सुनील अग्रवाल तथा आलोक दास एवं अन्य अधिकारी उपस्थित हुए। प्रदेश के 14 वनवृत्तों के मुख्य वन संरक्षक एवं प्रतिनिधि वनमण्डलाधिकारी उपस्थित हुए। प्रदेश के प्राथमिक लघु वनोपज समिति तथा संयुक्त वनव प्रबंधन समितियों के 155 अध्यक्ष, सदस्य एवं सचिव उपस्थित रहे।
                        प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल द्वारा आसवन संयत्र इकाई का अवलोकन किया गया। जिसमें वन तुलसी, गेंदा, नागरमोथा के आसवन से सुगंधित तेल का निर्माण किया जा रहा है। इस अवसर पर संयुक्त ववन प्रबंधन का ध्वजारोहण किया गया। राष्ट्रगान, मध्यप्रदेश गान, समिति गान का गायन किया गया।
तकनीकी सत्र:- प्रारंभिक सत्र में राज्य स्तरीय कार्यशाला के विधिवत शुभारंभ के पश्चात् प्रश्नोत्तरी खण्ड में प्रश्नों के सही जवाब देने वाले प्रशिक्षणार्थियों को तकनीकी सत्र में मंत्री कुँवर विजय शाह द्वारा सम्मानित किया गया। जिसके बाद -
§    मुख्य वन संरक्षक भोपाल सुनील अग्रवाल द्वारा वन समिति एवं प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के समन्वय से लघु वनोपज का संग्रहण तथा प्राथमिक प्रसंसकरण विषय पर जानकारी दी गई।
§    जिसके बाद मुख्य वन संरक्षक खंडवा पंकज श्रीवास्तव द्वारा प्राथमिक लघु वनोपज एवं संयुक्त वन प्रबंधन समितियों का समन्वय कैसा होना चाहिये, इस विषय पर जानकारी दी गई।
§    वहीं इसके बाद खुला मंच एवं सामूहिक चर्चा का आयोजन किया गया। जिमसें कार्यशाला मंें हिस्सा लेने वाले समस्त प्रशिक्षणार्थियों ने अपने प्रश्न पूछे।
§    इसके बाद प्रधान मुख्य वनसंरक्षक मध्यप्रदेश एवं प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ द्वारा सम्पूर्ण कार्यशाला का सारांशीकरण किया गया।
§    जिसके पश्चात् अनिल ओबेराय प्रधान मुख्य वन संरक्षक मध्यप्रदेश द्वारा वर्मी कल्चर प्रशिक्षण इकाई का शुभारंभ किया गया।
§    कार्याशाला के अंत में आँवलिया में संचालित आसवन संयंत्र का अवलोकन भी प्रशिक्षणार्थियों द्वारा किया गया।
टीप:- फोटो मेल किये गये हैं।
क्रमांक: 74/2014/278/वर्मा

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