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Wednesday, 4 December 2013

जिले के तीन प्रगतिशील किसान करेंगे कृषि अध्ययन के लिये विदेश भ्रमण नवीन तकनीकों और उन्नत खेती का करेंगे अध्ययन, ताकि जिले में भी कृषि में हो सके इनका उपयोग प्रतीक्षा सूची में भी जिले के दो कृषकों का नाम

जिले के तीन प्रगतिशील किसान करेंगे कृषि अध्ययन के लिये विदेश भ्रमण
नवीन तकनीकों और उन्नत खेती का करेंगे अध्ययन, ताकि जिले में भी कृषि में हो सके इनका उपयोग
प्रतीक्षा सूची में भी जिले के दो कृषकों का नाम

खंडवा (04 दिसम्बर) - प्रदेश के कृषकों को वर्तमान वैश्विक परिदृश्य की आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की गई कृषक विदेश अध्ययन यात्रा के अंतर्गत जिले के तीन प्रगतिशील कृषकों का चयन राज्य स्तर पर किया गया है। जिसकी अधिक जानकारी देते हुये उपसंचालक ओ.पी.चैरे ने बताया कि जिले में विदेश अध्ययन यात्रा योजना के अंतर्गत कुल 16 आवेदन प्राप्त हुये थे। जिसमें से जिला स्तरीय समिति द्वारा पाँच कृषकों का चयन राज्य स्तर के लिये किया गया। जिसके बाद राज्य स्तर से जिले के तीन किसानों का चयन अंतिम रूप से विदेश अध्ययन यात्रा के लिये हुआ है। साथ ही जिले के अन्य दो कृषकों के नाम भी राज्य स्तरीय प्रतीक्षा सूची में रखें हैं।
इन मापदण्डों पर हुआ चयन:- विभाग द्वारा इस योजना के लिये मापदण्ड निर्धारित किये गये थे। जिनके आधार पर ही जिला समिति द्वारा कृषकों का चयन राज्य स्तर के लिये किया गया। जिसकी जानकारी देते हुये उपसंचालक कृषि श्री चैरे ने बताया कि निर्धारित मापदण्डों के अनुसार कृषक का -
ध्    कृषि भूमि धारित किसान होना जरूरी होगा।
ध्    उत्पादन, उत्पादकता एवं नवाचार में उत्कृष्ट कार्य में शासन द्वारा पुरस्कृत होना।
ध्    आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कर अधिक उत्पादन एवं उत्पादकता प्राप्त करने वाले किसान होना।
ध्    दलहनी एवं तिलहनी कृषकों के मामले में रिज एण्ड फरो पद्धति या धान की एस आर आई पद्धति को अपनाकर अधिक उत्पादन करने वाले किसान होना।
ध्    सिंचाई जल के लिये उचित प्रबंधन जैसे आुधनिक स्प्रिंकलर ड्रिप आदि विधि का उपयोग करने वाला होना।
ध्    अधिकतम आयु 65 वर्ष होना।
ध्    किसान का स्वयं का पासपोर्ट धारी होना।
इन किसानों का हुआ चयन -
कैलाशचंद्र पाटीदार:-  बड़गाँवमाली निवासी कैलाशचंद्र पाटीदार का चयन राज्य स्तरीय समिति द्वारा किया गया है। यह फिलिपिन्स और तायबान की यात्रा पर जायेंगे। जहाँ पर उन्हें सब्जियों की उन्नत किस्मों एवं नवीन तकनिकों का अध्ययन भ्रमण के दौरान कराया जायेगा। श्री पाटीदार के पास जिले के बड़गाँव माली ग्राम में 9.53 हैक्टेयर कृषि भूमि है। जिसका खसरा नंबर 406 है। जिस पर की श्री पाटीदार द्वारा टमाटर, गोभी, प्याज तथा अदरक की भरपूर खेती की जाती है।
महेन्द्र सिंह बागसिंग:- इसी प्रकार इस योजना अंतर्गत महेन्द्र सिंह बागसिंग निवासी ग्राम डाभी विकासखण्ड छैगाँवमाखन का भी चयन किया गया है। यह नीदजलैंण्ड तथा हाॅलेण्ड की यात्रा पर जायेंगे। जिनके पास ग्राम डाभी छैगाँवमाखन में 2.19 हैक्टयर कृषि भूमि है। जिसका खसरा नंबर 702 एवं 708 है। इनके द्वारा चना, सोयाबीन गेहूँ फसलों का उत्पादन किया जाता है। कृषि विज्ञान केन्द्र से प्रशिक्षण भी लेते हैं।
कृष्णपाल सिंह गजराज सिंह :- वहीं कृषक अध्ययन विदेश यात्रा में कृष्णपाल सिंह गजराज सिंह का चयन भी किया गया है। जो कि खेड़ी बुजुर्ग पुनासा के निवासी है। जिनके पास कृषि भूमि 4.58 हैक्टेयर है। जो कि योजना में चयनित होकर जर्मनी और ईटली की यात्रा पर जायेंगे। यह वर्तमान में टमाटर, केला, गन्ना की उन्नत खेती करते हैं। यह कृषि स्नातक है। आत्मा प्रोजेक्ट द्वारा राज्य स्तरीय कृषक पुरस्कार से सम्मानित है तथा गुजरात सरकार द्वारा भी इन्हें सितम्बर, 2013 में सर्वोत्तम किसान के रूप में पुरस्कार राशि 51 हजार रूपये से सम्मानित भी है।
प्रतीक्षा सूची में इनके हैं नाम:- राज्य शासन की योजना में जिले से दो कृषक प्रतीक्षा सूची में शामिल है। जिनमें भागचंद रामगोपाल अग्रवाल, जो अच्छे पशुपालक रहे हैं। जर्मनी एवं ईटली जायेंगे। जिनका पंधाना में कृषि भूमि 325 हैक्टयर है। हल्का नंबर 20 है। सर्वे नंबर 493 है। यह गेहूँ बीज उत्पादक है। आधुनिक यंत्रों का कृषि कार्य में बेहतर उपयोग करते रहे हैं। वहीं संजय प्रेम शंकर तिवारी इनका गोपाल पुरस्कार में चयन हो चुका है। यह ब्राजील एवं एर्जेटीना पर जायेंगें। दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करते है। कृषि भूमि सोनगीर में है।
यात्रा पर जाने के पूर्व जमा करानी होगी 50 प्रतिशत् राशि:- योजना के अंतर्गत शासन द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देश जारी किये गये थे कि विदेश अध्ययन के लिये चयनित लघु सीमांत कृषक को यात्रा व्यय में 90 प्रतिशत् अनुदान दिया जायेगा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कृषकों को यात्रा व्यय में 75 प्रतिशत् अनुदान दिया जायेगा। वहीं सामान्य कृषकों का चयन होने पर उन्हें निर्धारित यात्रा व्यय में 50 फिसदी का अनुदान का लाभ दिया जायेगा। इस विषय पर अधिक जानकारी देते हुये उपसंचालक श्री चैरे ने बताया कि जिले से चयनित एवं प्रतीक्षा सूची के लिये भी चयनित समस्त पाँचों कृषक सामान्य कृषक की श्रेणी में आते हैं। इसलिये इन्हें यात्रा में जाने के पूर्व अनुदान उपरांत शेष बची राशि का बैंक में भुगतान करना पड़ेगा। जिसके बाद ही चयनित कृषक में जा पायेंगे। 9-10 दिवसीय यह यात्रा फरवरी-मार्च, 2014 के मध्य प्रस्तावति है।                           
क्रमांकः 20/2013/1314/वर्मा

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