सरसों व चना की बोनी के लिये उन्नत प्रजातियों के बीजों का उपयोग करें
खण्डवा 5 नवम्बर,2015 - किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने किसानों को सामयिक सलाह देते हुए कहा है कि वे सरसों एवं चना बोनी के लिये उन्नत प्रजातियों के बीजों से बोनी करें। सरसों की बोनी हेतु इस समय उपयुक्त तापमान है। अतरू उन्नत प्रजातियाँ जैसे-आरजीएन-73, पूसा जय किसान, पूसा बोल्ड क्रांति रोहिणी प्रजातियों का चयन कर पर्याप्त नहीं होने पर बोनी करें। बीजोपचार बीटावेक्सपावर या बैनलेट दवा 2.50 से 3.00 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें तथा जिन खेतों में बार-बार पोलियो आता है, उसके लिये बीजोपचार हेतु कार्बेन्डाजिम दवा 3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें। चना की बोनी हेतु उन्नत उकठा निरोधी जातियाँ जैसे-जेजी-16, जेजी-6, जेजी-11, जेजी-218 व जेजी-130 का चयन करें व बोनी पूर्व बीजोपचार अवश्य करे। बीजोपचार हेतु फफूंदीनाशक कार्बेन्डाजिम 1.5 ग्राम़थायरम 1.5 ग्राम दवा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करने के बाद जैव उर्वरक राइजोबियम एवं पीएसवी कल्चर से निवेशित करके बोयें।
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