फसलों की सिंचाई प्रारंभ करें किसान भाई
खण्डवा (20 अगस्त,2014) - किसान भाई तत्कालीन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये खरीफ फसले सोयाबीन एवं कपास में सिंचाई सुविधा होने पर सिंचाई करना प्रारंभ कर दे। सोयाबीन में सिंचाई के लिये स्प्रिंकलर का उपयोग करे जिससे कम समय व कम पानी में अधिक क्षेत्र की सिंचाई आसानी से की जा सकती है तथा सोयाबीन फसल में निरंतर भ्रमण कर इल्ली के नुकसान को ध्यान रखे तथा आर्थिक क्षति स्तर से अधिक होने से प्रोफेनोफास या ट्रायजोफास का छिड़काव करे। कपास की फसल में निरंतर डोरा चलाते रहे साथ ही ड्रीप द्वारा सिंचाई करे और ग्रीष्मकालीन कपास में पौधो पर मिट्टी चढा कर सिंचाई करे जिससे फसलो में नमी अधिक समय तक बनी रहेगी। कपास की फसल में रस चूसक कीटो के नियंत्रण के लिये जैविक कीटनाषक नीम तेल या इमिडाक्लोरपिड रसायन का स्प्रे करे।
क्रमांक/96/2014/1303/वर्मा
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