शत् प्रतिशत पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती रहे अतिकुपोषित बच्चे
महिला बाल विकास एवं महिला सशक्तिकरण विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने दिए आदेश
प्रत्येक सुपरवाईजर की कि जाएगी व्यक्तिगत मॉनीटरिंग
कार्य में लपरवाही बरतने वालों पर होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही
संरक्षण अधिकारी महिला सशक्तिकरण को फॉस्टकेयर योजना के प्रकरणों के परीक्षण के दिए सख्त आदेश 
खण्डवा (21 अगस्त,2014) - जो काम करेंगा वही टीकेगा। कार्य में किसी भी प्रकार की उदासीनता और लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। बहाने बाजी करने वालों के खिलाफ भी सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह स्पष्ट निर्देश कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित महिला बाल विकास एवं महिला सशक्तिकरण विभाग की संयुक्त समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य जिले के नागरिकों को गुड गवर्नेंस देना है। इसके लिए हमें अपने दायित्वों का निर्वाहन प्रभावी रूप से करना होगा। बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने परियोजना अधिकारीवार सुपरवाईजरों से कुपोषण को लेकर समीक्षा की जिसमें उन्होंने पृथक-पृथक सुपरवाईजरों से उनके द्वारा अतिकुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में दाखिल कराए गए बच्चों की स्थिति जानी। वही विभाग की अन्य गतिविधियों की समीक्षा भी की। 
सितम्बर के पहले पखवाडें में शत् प्रतिशत एनआरसी में अतिकुपोषित बच्चें हो भर्ती -  महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जिले के 9 पोषण पुनर्वास केन्द्रो में आगामी सितम्बर माह के पहले पखवाडे से शत् प्रतिशत अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती कराने के निर्देश दिए। साथ ही इस कार्य को निरंतर रखने की बात भी कही। उन्होंने आदेश देते हुए कि इस कार्य की सुपरवाईजरवार व्यक्तिगत मॉनीटरिंग की जाएगी। जिले की सभी सुपरवाईजरों को दो-दो अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी मंे भर्ती कराना होगा ताकि बच्चों को अच्छी डाईट मिल सके। साथ ही कलेक्टर श्री अग्रवाल ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में बहाने बाजी करने वाले और उदासीनता बरतने वाले सुपरवाईजरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। 
आपका काम है अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी में दाखिल कराना -  बैठक में महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाईजरों को उनके दायित्वों का बोध कराते हुए कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि एनआरसी में अतिकुपोषित बच्चों को लाना आपका काम है। शासन आपको इसी का वेतन देता है। यदि अतिकुपोषित बच्चें के माता पिता मना करते है, तो उन्हें समझाना आपकी जिम्मेदारी है, और वास्तविकता तो यह है कि कौन माता पिता अपने बच्चें का भला नही चाहता है। इसलिए बहाने बाजी ना करें और अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी तक लाए। 
जनप्रतिनिधियों का ले सहयोग -  अतिकुपोषित बच्चों के माता पिता को मनाने के लिए जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग लेने के निर्देश भी कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सुपरवाईजरों को दिए। सुपरवाईजरों द्वारा कुछ प्रकरण बताने पर उन्होंने कहा की यदि सरपंच द्वारा यह लिखकर दिया जाता है कि बच्चें के माता पिता अतिकुपोषित बच्चें को एनआरसी नही भेजना चाहते और सरपंच के द्वारा उन्हें प्रेरित करने का प्रयास नहीं किया जाता तो ऐसी स्थिति में ऐसे जनप्रतिनिधि को पद से पदमुक्त करने की कार्यवाही भी सीईओ जिला पंचायत करें।
मुझे आपकी दौरा डायरी चाहिए -  समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी सुपरवाईजरों को निर्देश दिए की विगत अप्रैल माह से लेकर अबतक किए गए दौरो की दौरा डायरी जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से मुझे प्रस्तुत करें साथ ही निरीक्षण के दौरान किए गई कार्यवाही से भी अवगत कराए।  
सहायक कलेक्टर को सौंपी निरीक्षण रूटचार्ट तैयार करने की जिम्मेदारी  -  समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सहायक कलेक्टर सुश्री रजनी सिंह को सभी सुपरवाईजरो के दौरे का रूटचार्ट तैयार करने के जिम्मेदारी सौंपी। जिसपर उन्होंने प्रत्येक सुपरवाईजर को अधिकांशतः रिमोट एरिया में संचालित आगनवाड़ी केन्द्रो के निरीक्षण हो ऐसा रूट तैयार करने के निर्देश दिए। वही सभी संबंधित 83 ऑंगनवाड़ी केन्द्रो के सुपरवाईजरों को जो कि रेडझोन में आते है। उन केन्द्रों पर प्रत्येक 15 दिनों में निरीक्षण करने के आदेश दिए। 
  वही सुपोषण अभियान के प्रथम एवं द्वितीय चरण समीक्षा करते हुए इस दौरान जिन बच्चों के वजन कम हुए है, उनकी जानकारी भी एकत्र कर प्रस्तुत करने एवं उनकी सतत् मॉनीटरिंग करने के आदेश दिए। 
फास्टर केयर योजना के लंबित प्रकरण को रविवार तक परीक्षण कर सौंपे रिपोर्ट -  महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के बाद कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने महिला सशक्तिकरण विभाग की समीक्षा की जिसमें उन्होंने फास्टर केयर योजना के क्रियान्वयन में उदासीनता बरतने पर संबंधित संरक्षण अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि आगामी रविवार तक कार्यालय मंे लंबित पडे फास्टर केयर योजना के प्रकरणों का परीक्षण कर मुझे रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अन्यथा आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। वही जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी को सतत् इस योजना की मॉनीटरिंग के आदेश देते हुए, आगामी तीन माह में एक हजार लोगों चिहिन्त कर इस योजना का लाभ दिलाने के आदेश दिए। 
स्वागतम लक्ष्मी योजना का भी करें प्रभावी क्रियान्वयन -  बैठक में समीक्षा के दौरान महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा स्वागतम लक्ष्मी योजना की उपलब्धि एवं आयोजन पर भी कलेक्टर श्री अग्रवाल ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही स्वागतम लक्ष्मी योजना के अंतर्गत शासकीय जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन जन्म लेने वाली लाड़ली लक्ष्मी का रोली कुमकुम फूलमालाओं से स्वागत करने के निर्देश दिए। 
 इसके साथ ही उन्होंने विभाग में संचालित लाडो अभियान, लाड़ली लक्ष्मी योजना,  की भी समीक्षा की। इस दौरान मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अमित तोमर, सहायक कलेक्टर रजनी सिंह, और जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सुहाश सोंलकी समेत विभाग के परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर उपस्थित थी।
     क्रमांक/98/2014/1305/वर्मा
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