‘‘अब कोई मजदूर नहीं रहेगा मजबूर‘‘
मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के तहत मजदूर परिवारों को दी गई सहायता
खण्डवा 13 जून, 2018 - प्रदेष सरकार द्वारा मजदूर वर्ग के लिए हाल ही में प्रारंभ मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना ‘‘संबल‘‘ गरीबों के लिए वरदान साबित होगी। इस योजना के तहत मजदूर परिवारों के बच्चे निःषुल्क पढ़ाई कर सकेंगे। मजदूरों के परिवार की महिलाओं को प्रसव के समय आर्थिक सहायता मिलेगी। मजदूर परिवारों के सदस्यों का निःषुल्क उपचार होगा तथा मजदूर की मृत्यु पर अन्त्येष्टी सहायता, अनुग्रह सहायता व 4 लाख रूपये की आर्थिक मदद भी दी जायेगी। यह बात विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ने गौरीकुंज सभागृह में खण्डवा विकासखण्ड के हितग्राहियों को संबल योजना के तहत सहायता राषि के चेक वितरित करने से पूर्व संबोधित करते हुए कही। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेष के मुखिया श्री षिवराज सिंह चौहान ने पिछले 12-13 वर्षो में गरीबों के लिए जितनी जनकल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ की है उतनी पूरे देष में अन्य किसी राज्य में नहीं की गई। कार्यक्रम में महापौर श्री सुभाष कोठारी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती चन्द्रकला पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री हरीष कोटवाले, रोगी कल्याण समिति के सदस्य श्री सुनील जैन सहित विभिन्न पार्षदगण, जनपद सदस्य व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रदेष के असंगठित श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा सुनिष्चित करने तथा उनके हित संवर्धन के उद्देष्य से राज्य शासन श्रम विभाग द्वारा मुख्यमंत्री जनकल्याण ‘‘संबल‘‘ योजना प्रारंभ की है। इस योजना के तहत पंजीबद्ध असंगठित मजदूर को योजना के प्रावधानों के तहत 1 अप्रैल से 30 मई के बीच की अवधि में लाभान्वित हितग्राहियों को 13 जून को सहायता राषि वितरण करने के लिए जिले की सभी जनपद पंचायतों तथा नगरीय निकायों में कार्यक्रम आयोजित किए गये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह जी के हरदा जिले के टिमरनी से संबोधन का सीधा प्रसारण भी किया गया, जिसमंे उन्होंने कहा कि मजदूर को अब मजबूर नहीं रहने दिया जायेगा, बल्कि मजदूर को सषक्त बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगले 4 साल में हर गरीब को पक्का मकान बनाकर दिया जायेगा। कार्यक्रम का शुभरंभ अतिथियों द्वारा मॉं सरस्वति के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीपप्रज्जवलित कर किया गया।
विधायक श्री वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना संबल के तहत महिला श्रमिक को प्रसव पूर्व जांच के दौरान 4000 रू. तथा प्रसव के बाद 12 हजार रूपये की मदद देने का प्रावधान है। इसके अलावा इस योजना में श्रमिक की मृत्यु होने पर अन्त्येष्टि सहायता हेतु 5 हजार रू., दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये, सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये की मदद, स्थाई अपंगता पर 2 लाख रूपये की मदद, आंषिक स्थाई अपंगता पर 1 लाख रूपये की मदद दी जाती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के तहत मजदूरों के बच्चों को व्यावसायिक पाठ्यक्रम व प्रतियोगी परीक्षा के लिए निःषुल्क कोचिंग की सुविधा दी जायेगी। साथ ही मजदूर परिवारों के सदस्यों के निःषुल्क इलाज की व्यवस्था के लिए राज्य बीमारी सहायता अंतर्गत की जायेगी। उन्होंने बताया कि मजदूर परिवारों के बच्चों को कक्षा 1 से पी.एच.डी. तक षिक्षा हेतु शैक्षणिक शुल्क में छूट का प्रावधान इस योजना में किया गया है।
कार्यक्रम में इन्हें दी गई मदद
मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता योजना के तहत कार्यक्रम में खण्डवा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों के पंजीबद्ध मजदूरों को संबल योजना के तहत जिन महिलाओं को सहायता वितरित की गई, उनमें मनीषा पति षिवपाल निवासी मालपुर, भारती पति भीम निवासी बेनपुरा व मोनिका पति सुरेष निवासी बोरगांवखुर्द को 14600-14600 रू., समीना पति आरिफ निवासी मूंदवाड़ा को 11600 रू. तथा रूखसाना पति असलम निवासी बडि़यातुला को 10600 रू. शामिल है। इसी तरह अन्त्येष्टी सहायता एवं अनुग्रह सहायता के प्रकरणों में ग्राम लोहारी निवासी कड़वा पिता रामू, मुंदवाड़ा के हनीफ पिता अहमद, सतवाड़ा की कृष्णा बाई पति आत्माराम, बमनगांव आखई की कमला बाई पति लालचंद, टिटिया जोषी के देवी प्रसाद पिता बाबूलाल, मुंदवाड़ा के शेख सिद्दीक पिता अमीद, गोकुल गांव के रमेष , बेडियाव के रामू पिता दिलीप, भांमगढ़ के सुरज पिता मंषाराम को सहायता राषि के चेक वितरित किए। इस दौरान उज्ज्वला योजना की हितग्राही मीरा बाई पति मंगल, प्रेमलता पति नंदू सिंह, लता पति रामकिषन तथा अनारबाई पति गोपाल सभी निवासी जामली को गैस का चूल्हा, रेग्यूलेटर, रबर नली व सिलेण्डर प्रदान किया गया।
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