सफलता की कहानी
अमरोती बाई की ऑंखों में अब नहीं आयेंगे आंसू
खण्डवा 29 जून, 2018 - सरकार द्वारा प्रारंभ प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से गरीब महिलाओं को निःषुल्क गैस कनेक्षन, गैस सिलेण्डर, चूल्हा, रबर नली व रेग्यूलेटर मिलने से अब उनके घरों में धंुआ नहीं होता। उज्जवला योजना से इन गरीब महिलाओं के जीवन में उजियारा छा गया है। खण्डवा विकासखण्ड के ग्राम जावर निवासी अमरोती बाई पति चन्दुलाल उन खुषनसीब महिलाओं में शामिल हो गई है जिन्हंे उज्जवला योजना के तहत निःषुल्क स्टील का चूल्हा , गैस सिलेण्डर, रबर नली व रेग्यूलेटर मिल गया है। अमरोती को शुक्रवार को भारत सरकार के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष एवं भारतीय प्रषासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री एस.पी.एस. परिहार व कलेक्टर श्री विषेष गढ़पाले की उपस्थिति में जावर के पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में गांव की सरपंच ने गैस कनेक्षन के कागजात के साथ स्टील का चूल्हा , गैस सिलेण्डर व रेग्यूलेटर सौंपे तो वो बहुत खुष हुई तथा कहने लगी कि वो पहले खाना बनाने में काफी परेषान होती थी, तथा लकड़ी फूकते फूकते ऑंखों में आंसू आ जाते थे पर अब गैस कनेक्षन मिलने से उसकी ऑंखों में अब आंसू नहीं आयेंगे और न ही उसकी रसोई में धुआं होगा और न ही रसोई के बर्तन अब काले होंगे।
अमरोती बाई बताती है कि वह और उसका पति चंदूलाल मजदूरी करते थे, जिससे उसकी आय कम होने के कारण वो अब तक गैस कनेक्षन नहीं ले सकी थी। दूसरों के घरों में गैस कनेक्षन व गैस चूल्हे देखकर उसकी भी इच्छा होती कि वो भी लकड़ी, कोयले से घर का खाना बनाना छोड़कर स्टील के चूल्हे पर खाना बनाएं। मीराबाई ने अपनी यह इच्छा पति चंदूलाल को कई बार बतायी लेकिन वो भी धन के अभाव में बात टाल देता था। अभी कुछ दिन पूर्व गांव वालों ने चंदू को उज्ज्वला योजना के बारे में बताया तो उसने पंचायत जाकर पूछताछ की। सचिव ने उसे बताया कि इस योजना की पात्रता रखने के कारण उसका नाम उज्जवला योजना के हितग्राहियों की सूची में आ चुका है और शीघ्र ही गैस चूल्हा, सिलेण्डर व रेग्यूलेटर निःषुल्क मिल जायेगा। यह सुनकर चंदू बहुत खुष हुआ और घर जाकर पत्नि अमरोती बाई को यह बात बतायी तो उसकी खुषी का भी ठिकाना न रहा। अब अमरोती बाई और उसका पति चंदूलाल बहुत खुष हैं क्योंकि अब उनके घर में न बर्तन काले होंगे और न ही रसोईघर में धुएं से प्रदूषण होगा।
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