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Wednesday 21 October 2015

महिलाओं व बच्चों की सुविधा के लिए देर रात तक नही निकलेंगे ताजिये

महिलाओं व बच्चों की सुविधा के लिए देर रात तक नही निकलेंगे ताजिये
गौवंष का वध करने वालो को कुरैषी समाज करेगा 10 वर्ष के लिए बहिष्कृत
कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में मुस्लिम प्रतिनिधियों ने लिये ऐतिहासिक निर्णय



खण्डवा 21 अक्टूबर,2015 - आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित एक बैठक में कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल व पुलिस अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह सिकरवार की उपस्थिति में मुस्लिम समाज के गणमान्य नागरिकों ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि देर रात तक ताजिये निकाले जाने से महिलाएं व बच्चें उन्हें नही देख पाते है, अतः इस वर्ष पिछले वर्षो की अपेक्षा ताजियो का चल समारोह जल्दी निकाला जायेगा तथा प्रयास किया जायेगा कि हर हाल में ताजिये रात्रि 12 बजे के पूर्व कर्बला तक पहुॅंच जायेंगे। इसके साथ ही कुरैषी समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को समाज के इस निर्णय से भी अवगत कराया कि गौवंष का वध उनके समाज में कोई नही करेगा, यदि कोई करता हुआ पाया जायेगा तो उसे समाज से 10 वर्ष के लिए बहिष्कृत किया जायेगा। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एडिषनल एसपी श्री गोपाल खाण्डेल, एसडीएम श्री शाष्वत शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक श्री शेष नारायण तिवारी एवं अन्य थाना प्रभारी व नगर निरीक्षक भी मौजूद थे।
बैठक में मुस्लिम धर्म के गणमान्य नागरिकों ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को बताया कि नवदुर्गा पर्व के चल समारोह का स्वागत मुस्लिम समाज के लोगो द्वारा किया जायेगा। उन्होंने इस स्वागत समारोह में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी आमंत्रित किया। उन्हांेने बताया कि जिन मार्गो से पूर्व में ताजिये व सवारी निकलते थे, उनमें से कुछ स्थानों पर नवदुर्गा स्थापना हो जाने के कारण ताजियो व सवारीयों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में कहा कि खण्डवा जिले की छवि पिछले कुछ वर्षो में हुई समाज विरोधी घटनाओं के कारण बहुत खराब हुई है, इस छवि को सुधारने के लिए जरूरी है कि जिले में सभी त्यौहार आपसी सदभाव व भाईचारे से मनाये जाये। उन्होंने बैठक में सभी से अपील की कि शांति व भाईचारे के साथ धार्मिक त्यौहारों को मनाये। पषु वध व्यवसाय में संलग्न कुछ लोगों द्वारा बैठक में जिला प्रषासन से अनुरोध किया गया कि वे इस व्यवसाय को छोड़कर पषुपालन या अन्य व्यवसाय करना चाहते है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने उन्हें आष्वस्त किया कि इस तरह के व्यवसायों की स्थापना के लिए शासन की स्वरोजगार योजनाओं के तहत उन्हें हर संभव मदद दिलाई जायेगी।
पुलिस अधीक्षक डॉ. सिकरवार ने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों द्वारा ताजियों का चल समारोह परम्परागत समय से कुछ जल्दी आयोजित करने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि शहर की शांति व सदभाव बिगाड़ने वालो से सख्ती से निपटा जायेगा। शहर में अमन चेन कायम रहे यह सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने मोहर्रम पर निकलने वाले ताजियो के संस्थापको से कहा कि चल समारोह के दौरान कुछ अवांछित तत्व उनके जुलुस में शामिल न हो जाये यह ध्यान रखा जाये। उन्होंने सभी ताजियादारों से उनके कार्यकर्ताओं की सूची संबंधित थाने में जमा कराने को कहा ताकि अवांछित तत्वों की आसानी से पहचान हो सके। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न मोहल्लो में सभी धर्मो के प्रतिनिधियों को शामिल कर मोहल्ले स्तर पर शांति समिति गठित की गई है, इन समितियों द्वारा उस मोहल्ले में त्यौहारों के आयोजन पर नीतिगत निर्णय लिये जायेंगे तथा मोहल्ले में शांति व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी इन समितियों के प्रतिनिधियों ने ली है। उन्होंने कहा कि जिले की छवि बनाने में वर्षो लगते है और बिगाड़ने के लिए तो एक छोटी सी घटना ही काफी होती है, अतः सभी प्रयास करें कि जिले की छवि एक शांतिपूर्ण व विकसित जिले के रूप में स्थापित हो। 

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