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Tuesday 20 October 2015

संकट की घड़ी में किसानों को दी जाये हर संभव मदद

संकट की घड़ी में किसानों को दी जाये हर संभव मदद
वीडियों क्राफेंसिंग में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिए अधिकारियों को निर्देष 


खण्डवा 20 अक्टूबर,2015 - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागवार फसल नुकसानी की समीक्षा करते हुए कहा कि संकट की घडी में सरकार पूरी ताकत से किसान के साथ है। फसल उत्पादकता किसी भी कारण से प्रभावित हुई हो चाहे सूखा, अतिवृष्टि या कोई और कारण हो, प्रभावित किसान को पूरी मदद दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों को निर्देश दिये कि आरबीसी 6(4) में पूर्ण पारदर्शिता के साथ राहत राशि का वितरण किया जाये। किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलवाने के लिये प्रमाणिकता के साथ कार्यवाही की जाये। आगामी रबी फसलों की तैयारियां सुनिश्चित करें। किसान और मजदूर को वैकल्पिक रोजगार देने के लिये भी योजना तैयार की जाये। मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के मुख्य सचिव अंटोनी डिसा और विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्ट्रेट खण्डवा के एनआईसी के वीसी रूम में कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने वीडियों क्राफेंसिंग के दौरान किसानों को अल्प वर्षा से हुई फसल क्षति की जानकारी दी। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित तोमर,एसडीएम पुनासा श्री बी.कार्तिकेयन, एसडीएम हरसूद श्री सुरेष चंद वर्मा, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा, एसडीएम पंधाना श्री अनिल डामोर सहित कृषि सहकारिता व विद्युत विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। 
      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीसी में निर्देश दिये कि अधिकारी पूर्ण संवेदनशीलता से किसान की मदद करें। किसान की मदद में कोई कमी नहीं रखी जायेगी। जिलों में रबी के लिये खाद, बीज और आदान की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उपलब्ध पानी का पूर्ण उपयोग रबी में किया जाये। आगामी गर्मियों में पेयजल उपलब्धता के लिये कार्य योजना अभी से तैयार कर ली जाये। इस सम्बन्ध में जो कार्य फरवरी, मार्च या अप्रैल माहों में किया जाता है, वह कार्य इसी अक्टूबर माह से कर लिया जाये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाने के लिये प्रीमियम राशि समय-सीमा में बीमा कंपनी तक पहुंच जाये। बैंकों में प्रीमियम राशि पडी नहीं रहे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इस कार्य को बेहद गंभीरता से लिया जाये। आगामी एक दिवस में मुझे यह जानकारी मिल जाये कि बैंकों से प्रीमियम राशि आगे पहुंचाई जा चुकी है। वीसी में मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि फसल क्षति के आंकलन हेतु संयुक्त भ्रमण दल कार्य करे। यदि फसल कट गई हो तो संयुक्त दल, जिसमें पटवारी, पंचायत सचिव और कृषि विभाग का कर्मचारी सम्मिलित हो, फसल नुकसानी का पंचनामा बनाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में मनरेगा तथा अन्य योजनाओं से किसान व मजदूरों रोजगार देने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाना है। मनरेगा में मांग पर तत्काल काम उपलब्ध कराया जाना है। तात्कालिक स्थिति से निपटने के साथ ही हमें लांगटर्म प्लान भी बनाना है। आगामी समय में इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न नहीं हो, इसके लिये माइक्रो प्लानिंग करना है।
     मुख्यमंत्री ने कहा आगामी 25, 26 व 27 अक्टूबर को प्रदेश के गांवों में वरिष्ठ आइएएस, आइपीएस एवं आइएफएस अधिकारी भ्रमण करके किसानों की स्थिति, फसलों का आंकलन, ग्रामीण परिवेश की समीक्षा और गांवों में रोजगार देने के लिये योजना निर्माण का जायजा लेंगे। जिलों के प्रभारी मंत्री भी भ्रमण करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान वे स्वयं भी गांवों में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने आगामी 1 नवम्बर को मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर शहरों के प्रमुख स्थानों विषेषकर बसस्टेण्डों की विशेष सफाई के निर्देश भी वीसी में दिये।

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