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Tuesday 27 October 2015

किसानों को फसल क्षति के लिए यथा संभव मदद दिलाई जायेगी - श्रम मंत्री श्री आर्य

किसानों को फसल क्षति के लिए यथा संभव मदद दिलाई जायेगी 
                                                                 
- श्रम मंत्री श्री आर्य
अधिकारियों की बैठक लेकर किसानों को हुए फसल नुकसान की समीक्षा की



खण्डवा 26 अक्टूबर,2015 - श्रम, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने आज कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में अल्प वर्षा के कारण प्रभावित फसलों से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देष दिए कि कम वर्षा के कारण किसानों की फसलें खराब होने से वे बहुत दुखी है, संकट की इस घड़ी में किसानों के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करते हुए उन्हें शासकीय योजनाओं के तहत दी जा सकने वाली हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाना चाहिए। मंत्री श्री आर्य ने बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान ने अल्प वर्षा से उत्पन्न परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेष के सभी मंत्रियो, सचिवो व प्रमुख सचिवो, भारतीय पुलिस सेवा व भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को सभी विकासखण्डों का दौरा कर वहां सूखे से उत्पन्न स्थिति का अध्ययन कर रिपोर्ट देने को कहा है। सभी अधिकारी व मंत्रीगण 28 अक्टूबर को शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगे तथा उसी दिन मंत्री मण्डल की बैठक में किसानों के हित में शासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिये जायेंगे। बैठक में विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा, विधायक श्रीमती योगिता बोरकर, महापौर श्री सुभाष कोठारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हसीना बाई, कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री अमित तोमर, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गोपाल खाण्डेल सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।
श्रम मंत्री श्री आर्य ने बैठक में सूखा राहत तथा फसल क्षति की जानकारी व्यवस्थित एवं सही समय पर तैयार करके शासन को भेजने के लिए जिला प्रषासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि किसानों को अल्प वर्षा से तो नुकसान हुआ ही है साथ में कीट व्याधि होने से भी उनकी फसल खराब हुई है, जिससे किसान बहुत दुखी है। उन्होंने कहा कि खण्डवा जिले का दौरा करने के बाद वे भोपाल में खण्डवा एवं बुरहानपुर में फसल क्षति तथा किसानों की स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री जी को जानकारी देकर उनसे किसानों को अधिकाधिक सहायता दिलाने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देष दिए कि कम वर्षा के कारण जल स्त्रोतो में पानी की स्थिति को देखते हुए ग्रीष्म ऋतु के लिए पर्याप्त पेयजल व्यवस्था हेतु कार्य योजना तैयार कर उसी के अनुसार कार्य करें। मंत्री श्री आर्य ने जिला पंचायत के सीईओ श्री तोमर को निर्देष दिए कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में रोजगार के पर्याप्त अवसर खोलने के लिए पंचायत सचिवों व सरपंचो को आदेष दें। उन्होंने बहते हुए पानी को रोकने के लिए स्टॉप डेम व बांधो के गेट लगाने के निर्देष भी ग्रामीण विकास व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए। 
 बैठक में विधायक श्री वर्मा ने विद्युत कम्पनी द्वारा समय पर ट्रांसफार्मर न सुधारे जाने तथा बिजली बिल बकाया होने पर उनके कनेक्षन काटे जाने का मुद्दा उठाया , जिस पर मंत्री श्री आर्य ने अधिक्षण यंत्री को किसानों के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करते हुए कार्य करने के निर्देष दिए। बैठक में कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिले में 16 अगस्त से 14 सितम्बर के बीच एक भी बार वर्षा न होने से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। साथ ही सफेद मक्खी व पीला मोजाईक के कारण जिले के सोयाबीन उत्पादक किसानों को सबसे अधिक क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रषासन द्वारा 8 सितम्बर को ही सबसे पहले किसानों की फसल क्षति की जानकारी दी गई थी। उसके बाद लगातार जिले के किसानों की फसल खराब होने के संबंध में शासन को नियमित रूप से जानकारी दी जाती रही है। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों की फसल खराब होने पर शासन से 135 करोड़ रूपये राहत की मांग की गई है। साथ ही इल्ली व कीटों से हुए फसल नुकसान के संबंध में किसानों को राहत देने के लिए 8 करोड़ रूपये की मांग की गई है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिले के 1.88 लाख किसानों की फसल अल्प वर्षा से प्रभावित हुई है। इनमें से 86025 किसानों का फसल बीमा का प्रिमियम कुल 7.92 करोड़ रूपये जिले की सभी बैंक शाखाओं द्वारा कृषि बीमा कम्पनियों को जमा करा दिया गया है। सभी बैंक शाखाओं के प्रबंधकों से इस संबंध में प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिये गए है।
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में बताया कि अल्प वर्षा को देखते हुए जिले के सभी गांवों में सरकारी व निजी नल कूपो की जानकारी एकत्र की जा रही है ताकि जरूरत पड़ने पर ग्रीष्म ऋतु में पेयजल परिरक्षण अधिनियम के तहत निजी नलकूपों का अधिग्रहण ग्रामीणों के हित मंे किया जा सके। उन्होंने बताया कि खालवा क्षेत्र में जरूरत पड़ने पर पेयजल परिवहन भी कराया जायेगा। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिले के सभी गांवों में 50 प्रतिषत से अधिक नुकसान फसलों का हुआ है। जिले में कुल 1496 फसल कटाई प्रयोग कर आयुक्त भूअभिलेख की वेबसाईट पर इसकी ऑनलाईन एन्ट्री कर दी गई है। 

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