कहानी सच्ची है
ललिता बाई का सहारा बनी ‘‘संबल‘‘ योजना
खण्डवा 17 जून, 2018 - मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना ‘‘संबल‘‘ गरीब मजदूरों के लिए सही में सहारा बन रही है। इस योजना ने खालवा विकासखण्ड के ग्राम मामाडोह निवासी ललिता बाई को बुरे वक्त में नए सिरे से जीवन शुरू करने के लिए सहारा दिया है। ललिता बाई का पति सुभाष गांव में मजदूरी करता था। पति का बीमारी के कारण अचानक निधन होने से घर परिवार का खर्चा चलाना ललिता बाई के लिए असंभव कार्य था। ऐसे में मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना ‘‘संबल‘‘ के प्रावधानों के तहत ललिता बाई को 2 लाख रूपये की आर्थिक मदद का चेक मिल गया, जिससे अब वह अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से कर सकेगी।
ललिता बाई ने बताया कि पति मजदूरी करता था, इसलिए आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। हर महीने जो कमाता था उतने खर्च हो जाते थे, इसलिए जमा पूंजी कुछ थी नही। पति के अचानक चले जाने से ललिता बाई पर तो मानो संकटो का पहाड़ टूट पड़ा हो। पति के निधन का दुख तो था ही उसके साथ यह चिंता भी उसे रात दिन सता रही थी, कि अब कमाने वाला सदस्य नहीं रहा तो बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा। वह सोचने लगी कि अगर वो मजदूरी करने भी जाये तो कैसे जाये, क्योंकि हाल ही में पति का निधन हुआ है, ऐसे में मजदूरी करने जाये तो लोग क्या कहेंगे। ललिता बाई कहती है कि संबल योजना के तहत मिले 2 लाख रूपये की मदद से अब वह अपने परिवार का पालन पोषण अच्छी तरह कर सकेगी।
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