राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 9 फरवरी को
नेहरू स्कूल में शिक्षको को दिया गया प्रशिक्षण
खण्डवा 6 फरवरी, 2018 - राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 9 फरवरी के तहत शहरी क्षेत्र के निजी स्कूल, मदरसो तथा सरकारी स्कूलांे के नोडल शिक्षको को एक दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार को नेहरू स्कूल में दिया गया। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी आंगनवाड़ी केन्द्र और स्कूली बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाई जायेगी साथ ही शाला त्यागी बच्चों को भी 9 फरवरी को एल्बेंडाजोल गोली खिलाई जावेगी । यह गोली खाने से बच्चों के पेट में होने वाले कीड़े से बचाता है । प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र, समस्त स्कूलो, निजी स्कूलो और मदरसों में साथ ही शाला त्यागी बच्चों को एक साथ कृमि नाशक गोली खिलाई जायेगी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 1 वर्ष से 2 वर्ष तक के बच्चो को आधी गोली पीसकरके और 2 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल गोली चबा कर खिलाई जाऐगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कृमि होने से बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास में वृद्धि अवरूद्ध हो जाती है । कृमि कई कारणों से बच्चे के पेट में पहुंच सकते है जैसे- नंगे पैर खेलने, बिना हाथ धोये खाना खाने, खुले में शौच करने, साफ-सफाई न रखने से होते है और कृमि होने से खून की कमी (एनीमिया) कुपोषण, भूख न लगना थकान और बेचैनी, पेट में दर्द, उल्टी और दस्त आना, मल से खून आना, आदि हानिकारक प्रभाव पड़ते है । बच्चों को कृमि नाशक देने से कई तरह के लाभ होते जैसे खून की कमी में सुधार आना, बेहतर पोषण स्तर में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद, स्कूल और आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति प्रगति और बच्चों की सीखने की क्षमता में सुधार आता है ।
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