ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई का कृषक बन्धु लाभ उठायें
खण्डवा (28 मई, 2014) - प्रदेश में विगत वर्षाे से कृषि विभाग द्वारा कृषकों के लिये एक अभिनव योजना हलधर योजना शुरू की गई है। हलधर योजना में कृषकों द्वारा अपने खेत की मिट्टी पलट हल से ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करने पर रूपये- 2000 प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान का प्रावधान है। इसके अन्तर्गत एक कृषक को अधिकतम दो हेक्टेयर रकबा की ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करने पर अनुदान की पात्रता होगी। यह योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के सभी वर्ग के किसान एवं सामान्य वर्ग के लघु सीमांत कृषकों के लिये प्रारंभ की गई है।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करने से कृषकों द्वारा बोई जाने वाली आगामी खरीफ फसल में कीट, रोग एवं खरपतवार के प्रकोप की संभावना बहुत कम हो जाती है। ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई के लिये उपयुक्त समय अप्रैल के तीसरे सप्ताह से जून के मध्य तक रहती है। इस समय मृदा का तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। इतने उच्च तापमान पर मिटटी के अन्दर उपस्थिति कीटो के लार्वा, अण्डे एवं बीमारियों के रोग जनक जैसे- जीवाणु, कवक आदि नष्ट हो जाते हैं एवं गहरी जुताई से खेत के अन्दर पड़े खरपतवार के बीज मृदा के ऊपर आने से उनकी अंकुरण क्षमता नष्ट हो जाती है। साथ ही मानसून में वर्षा से मृदा में जल संरक्षण बढ़ जाता है, जो आगामी बोई जाने वाली फसल के लिये उपयोगी सिद्व होता है। जिससे फसल उत्पादन वृद्वि होती है।
क्रमांक/133/2014/877/वर्मा
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