खुशियों की दास्तां
दस्तक अभियान से आयुष को मिला जीवनदान
खण्डवा 24 जुलाई, 2019 - खालवा विकासखंड के ग्राम सावंलीखेड़ा निवासी कलीराम व उसकी पत्नि अनिता बाई अपने बेटे आयुष के जन्म के बाद से ही काफी चिंतित थे, क्योंकि जन्म के समय उसका वजन मात्र ढाई किलो था। हाल ही में दस्तक अभियान के दौरान स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारियों का संयुक्त दस्तक दल जब कलीराम के घर पहुंचा तो उसने अपने बच्चे के कमजोर होने की समस्या उन्हें बताई। दल में शामिल ए.एन.एम. अनिता मंसारे तथा आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता ने कलीराम के बेटे आयुष का स्वास्थ्य परीक्षण किया तो पाया कि बच्चा देखने में ही बहुत कमजोर था और बच्चें को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। जांच के बाद ए.एन.एम. अनिता मंसारे ने बच्चे के माता पिता को समझा बुझा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खालवा ले जाने के लिए तैयार कर लिया।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने आयुष को खालवा के अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. खेड़ेकर को दिखाया तो उन्होंने बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद तुरन्त 108 जननी वाहन से उन्हें जिला अस्पताल की एस.एन.सी.यू. के लिए रैफर किया गया। कलीराम अपने बच्चे आयुष को लेकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता के साथ जिला चिकित्सालय खण्डवा गया , जहां आयुष को एस.एन.सी.यू. वार्ड में भर्ती किया गया और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा वास्केल की देखरेख में उसका नियमित उपचार शुरू हुआ। देखते ही देखते आयुष की स्थिति में सुधार आने लगा और स्वस्थ होने पर पांचवें दिन अस्पताल से आयुष की छुट्टी कर दी गई। अब आयुष पूर्णतः स्वस्थ है और उसका वजन 4 किलोग्राम से अधिक है। आयुष के माता पिता कलीराम और अनिता अब बहुत खुश हैं। वो कहते है कि दस्तक अभियान ने हमारे बेटे आयुष को जीवनदान दिया है।
No comments:
Post a Comment