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Wednesday 24 July 2019

स्तन व ओरल कैंसर शिविर के लिए सर्वेकताओं को दिया गया प्रशिक्षण

स्तन व ओरल कैंसर शिविर के लिए सर्वेकताओं को दिया गया प्रशिक्षण  

खण्डवा 24 जुलाई, 2019 - खण्डवा जिले में स्तन कैंसर एवं ओरल कैंसर के मरीजों की पहचान करने के लिए महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे करेंगी तथा संभावित मरीजों को चिन्हित करेगी। इन चिन्हित मरीजों का विकासखण्ड एवं जिला स्तर पर आयोजित शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सक स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे तथा आवश्यकता अनुसार उनका निःशुल्क उपचार किया जायेगा। जिले में यह अभियान जिला प्रशासन के साथ साथ इंदौर कैंसर फाउण्डेशन के सहयोग से संचालित होगा। कैंसर के संभावित मरीजों के सर्वे से पूर्व इन सर्वेक्षणकर्ताओं को बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जावर, सिंगोट, छैगांवमाखन में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग श्रीमती अंशुबाला मसीह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. सेठिया भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण के दौरान सिंगोट में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. सेठिया ने बताया कि स्तन में होने वाली हर गठान कैंसर की नही होती है, अतः महिलाओं को डरने की आवश्यकता नही है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं को उनके स्तन में होने वाले किसी भी तरह का परिवर्तन दिखाई देता है तो उसे नजर अंदाज न करें, बल्कि चिकित्सक को तत्काल दिखायें। प्राथमिक अवस्था में कैंसर का आसानी से उपचार हो सकता है। जावर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चौहान ने इस दौरान बताया कि सर्वे के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर घर जाकर महिलाओं से चर्चा कर विवाह के समय उनकी आयु, गर्भाधान के समय की आयु, परिवार में किसी अन्य सदस्य को कैंसर रोग के संबंध में जानकारी ली जायें। उन्होंने बताया कि आगामी 10 अगस्त तक जिले के गांव-गांव में घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जायेगा। इसके बाद 13,14,16,17,19 व 20 अगस्त को विकासखण्ड स्तर पर स्क्रीनिंग केम्प आयोजित किए जायेंगे। जिला चिकित्सालय में 22 व 23 अगस्त को डॉ. दिगपाल धारकर व उनकी टीम के विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा कैंसर मरीजों का परीक्षण किया जायेगा। 
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अंशुबाला मसीह ने प्रशिक्षण शिविर में बताया कि स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षणों को देखकर रोग की पहचान प्रारंभिक स्तर पर ही की जा सकती है और प्रारंभिक स्तर पर यदि उपचार कर लिया जाये तो कैंसर रोग पूर्णतः ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षणों में महिला के स्तन के आकार में अचानक बदलाव, स्तन के अग्र भाग से रिसाव या रंग परिवर्तन, स्तन के अग्र भाग का अंदर धँस, स्तन में गठान हो जाना जैसे लक्षण शामिल है। जिन परिवारों में किसी महिला सदस्य को स्तन कैंसर हो चुका है उन परिवारों की सभी महिलाओं को समय समय पर परीक्षण कराते रहना चाहिए। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की गठान में दर्द नही होता, इसलिए महिलाएं उसकी अनदेखी करती रहती है और बीमारी बढ़ती जाती है।

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