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Friday 30 September 2016

गोपाल पुरस्कार योजना में दुधारू देशी गायों को मिलेगा पुरस्कार

गोपाल पुरस्कार योजना में दुधारू देशी गायों को मिलेगा पुरस्कार

खण्डवा 30 सितम्बर 2016 - उन्नत नस्ल के गोवंशीय पशुओं के पालन को बढ़ावा देने और अधिक दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पशुपालन विभाग द्वारा गोपाल पुरस्कार योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत विकास खण्ड स्तर, जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी। इसमें  प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार पशुपालकों को दिया जायेगा। पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ. जितेन्द्र कुल्हारे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी वर्ग के पशुपालकों, जिनके पास भारतीय नस्ल की गाय उपलब्ध है और गाय का दुग्ध उत्पादन प्रतिदिन चार लीटर या उससे अधिक होगा, उन्हीं पशुपालकों की गायों का पंजीयन के लिये पात्र होंगे। पंजीकृत गाय की तीन समय के दुग्ध उत्पादन का औसत चयन कर आधार माना जायेगा एवं इनमें से सर्वाधिक दूध देने वाली गाय को पुरस्कृत किया जायेगा। विकास खण्ड स्तर पर प्रथम स्थान पर आने पर 10 हजार रूपये, द्वितीय स्थान पर आने पर 7500 रूपये एवं तृतीय स्थान पर आने पर पांच हजार रूपये नगद राशि से पुरस्कृत किया जायेगा। इसी प्रकार जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पशुपालक को 50 हजार रूपये, द्वितीय स्थान पर आने वाले पशुपालक को 25 हजार रूपये और तृतीय स्थान में 15 हजार रूपये तथा सात गायों के पशुमालिकों को सान्त्वना पुरस्कार से पांच-पांच हजार रूपये प्रतिगाय के पशुपालकों को दिये जायेंगे।
गोपाल पुरस्कार योजना के अन्तर्गत इसी तरह राज्य स्तर पर भी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। इसमें प्रथम आने पर दो लाख रूपये, द्वितीय आने पर एक लाख रूपये एवं तृतीय स्थान पर आने पर 50 हजार रूपये और सात गायों को सान्त्वना पुरस्कार के स्वरूप 10-10 हजार रूपये गाय के पशुपालक को दिये जायेंगे। प्रत्येक विकास खण्ड पर प्राप्त आवेदनों में से पशुपालकों में से 10 सर्वाधिक दूध देने वाली गायों का चयन कर विकास खण्ड स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। विकास खण्ड स्तर पर चयनित गायों में से जिला स्तरीय समिति द्वारा जिले में अधिकतम दूध देने वाली 10 गायों का चयन कर प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। जिले में प्रथम एवं द्वितीय पशुपालकों के आवेदन राज्य स्तर पर संकलित किये जायेंगे एवं मापदण्ड अनुसार पात्र होने पर राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।
पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ. कुल्हारे ने जिले के समस्त गाय पालकों से आग्रह किया है कि वे अपनी देशी भारतीय नस्ल की दुधारू गायों व उनके बछड़े या बछिया के साथ उनके फोटोग्राफ सहित आवेदन-पत्र अपने नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था से प्राप्त कर पंजीयन करवा कर योजना का लाभ ले सकते हैं।

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