जनसहयोग से पोषण आहार देने के लिए संचालित है ‘स्नेह सरोकार योजना‘
खण्डवा 26 सितम्बर 2016 - आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पोषण आहार देने की व्यवस्था शासन द्वारा तो की ही गई है। यदि इसके अलावा कोई जागरूक नागरिक या समाज सेवी अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र में कुपोषित बच्चों को गोद लेना चाहे अथवा आंगनवाड़ी केन्द्र के लिए पोषण आहार या अन्य सामग्री देने में सहयोग करना चाहे तो इसके लिए सरकार ने स्नेह सरोकार योजना प्रारंभ की है। इस योजना के तहत कुपोषित एवं अति कम वजन वाले बच्चों के पालन पोषण तथा उन्हें पोषण आहार देने की जिम्मेदारी कोई भी व्यक्ति ले सकता है। ये जिम्मेदारी वह 3 माह, 6 माह, 1 वर्ष या और अधिक समय के लिए लेना चाहे तो ले सकता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास परियोजना श्री राजेष गुप्ता ने बताया कि कोई भी व्यक्ति किसी भी आंगनवाड़ी केन्द्र में अपना सहयोग दे सकता हैं। यह सहयोग नगद धन राषि के द्वारा अथवा सामग्री के रूप में या भूमि दान करके भी कर सकता है। दानदाता आंगनवाड़ी के लिए भवन निर्माण, आंगनवाड़ी केन्द्र की साज सज्जा, बच्चों के लिए खिलौने, फर्नीचर, पंखा, घड़ी, बर्तन, जैसी सामग्री दान कर सकते है अथवा आंगनवाड़ी केन्द्र के लिए बाउन्ड्रीवाल का निर्माण, बच्चों के लिए सुलभ शौचालय अथवा हेण्डपम्प खनन की व्यवस्था करा सकते हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गुप्ता ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे गरीब कुपोषित बच्चों की भलाई के लिए स्नेह सरोकार योजना के तहत अधिकाधिक दान कर पुण्य कमायें।
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