गलत तथ्यों के आधार पर लिया गया जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने के आदेश
हरसूद एसडीएम डॉ. झाडे ने की कार्यवाही
खण्डवा 2 मार्च, 2021 - अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डॉ. परीक्षित झाड़े ने बताया कि हरसूद तहसील के काशीपुरा निवासी श्री राधेश्याम धुर्वे ने शिकायत की थी कि उनके ही गांव के मनोहर पिता किशनलाल, अनिल, मदनलाल जो कि पिछड़ी जाति ‘‘भुंजवा‘‘ के हैं, उन्होंने गलत तथ्य प्रस्तुत कर अपनी जाति ‘‘भुंजवा‘‘ के स्थान ‘‘भुंजिया‘‘ (अनुसूचित जनजाति) करवा ली थी। इस तरह उन्होंने पिछड़े वर्ग के स्थान पर अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाली योजनाओं का लाभ भी लिया। इस शिकायत की जांच नायब तहसीलदार किल्लौद से कराई गई, तो जांच में पाया गया कि ‘‘मनोहर लाल पिता किशनलाल, अनिल कुमार पिता जागेश्वर, मदनलाल पिता रामेश्वर, सुरेश पिता किशनलाल, जितेन्द्र पिता किशनलाल, सुनील पिता दगडू लाल, दीपक पिता मदनलाल आदि ने वर्ष 1990 से 1995 के बीच गलत तथ्यों के आधार पर अपना जाति प्रमाण पत्र पिछड़े वर्ग के स्थान पर अनुसूचित जनजाति का बनवा लिया था।‘‘
एसडीएम हरसूद डॉ. झाड़े ने विस्तृत जांच व न्यायालय में सुनवाई के बाद मनोहर लाल पिता किशनलाल, अनिल कुमार पिता जागेश्वर, मदनलाल पिता रामेश्वर, सुरेश पिता किशनलाल, जितेन्द्र पिता किशनलाल, सुनील पिता दगडू लाल, दीपक पिता मदनलाल के अनुसूचित जनजाति संबंधी जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने के आदेश मंगलवार को जारी कर दिए है। अपने आदेश में उन्होंने उल्लेख किया है कि यदि इन लोगों के परिजनों द्वारा इन गलत प्रमाण पत्रों के आधार पर मेडिकल इंजिनियरिंग जैसी उच्च शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश लिया गया हो तो उनका प्रवेश निरस्त किया जाये। साथ ही शासन द्वारा उन पर किए गए खर्चे की क्षतिपूर्ति इन्हीं लोगों से की जाये। साथ ही इन लोगों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के लिए पुलिस विभाग को भी सूचित किया जायेगा।
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