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Friday 1 January 2021

‘‘टी.बी. हारेगा देश जीतेगा‘‘ अभियान का शुभारंभ किया सांसद श्री चौहान ने

 ‘‘टी.बी. हारेगा देश जीतेगा‘‘ अभियान का शुभारंभ किया सांसद श्री चौहान ने




खण्डवा 1 जनवरी, 2021 - भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने वर्ष 2025 तक देश को टी.बी. रोग मुक्त करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ‘‘टी.बी. हारेगा देश जीतेगा‘‘ अभियान प्रारंभ किया है। जिले में इस अभियान का शुभारंभ सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने जिला अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘‘टी.बी. हारेगा देश जीतेगा‘‘ अभियान के प्रचार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2025 के स्थान पर 2024 के दिसम्बर माह के अंत तक प्रदेश को टी.बी. रोग मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तरह यह रोग भी संक्रामक है, जो एक व्यक्ति के माध्यम से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री सेवादास पटेल व श्री हरीश कोटवाले , डॉ. एन.के. सेठिया व डॉ. शक्ति सिंह राठौर सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण मौजूद थे।  

सांसद श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत स्वस्थ्य भारत का जो संकल्प लिया है उसके लिए अनेकों कार्य भी किए है। उन्होंने कहा कि कोरोना और टी.बी दोनों ही बीमारियों के लिए मुंह पर मॉस्क लगाना और एक दूसरे से सामाजिक दूरी रखना अतिआवष्यक है। साथ ही हमें सार्वननिक स्थलों पर थूकना नहीं चाहिए ताकि संक्रमण से बचा जा सके और बीमारी के फैलाव को भी रोका जा सकें । विधायक श्री वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि टी.बी. का इलाज समय पर करायें तो यह रोग पूर्णतः ठीक हो जाता है। मरीजों को चिकित्सक की सलाह अनुसार दवाओं का पूरा कोर्स लेना चाहिए। 

  जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. शक्तिसिंह राठौर ने टी.बी. हारेगा देष जीतेगा अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020 में जिले में 10349 संभावित टी.बी. मरीजों के खखाँर परीक्षण किये गए जिसमें से 1989 मरीजों को उपचार पर रखा गया। उन्होंने इस अवसर पर बताया कि 2 सप्ताह से अधिक खांसी होने पर जांच अवश्य करायें। यदि जांच में टी.बी. के लक्षण पाए जाते है तो पूरा इलाज करें। दवाओं का कोर्स आधा  करके छोड़ने पर टी.बी. रोग लाइलाज हो सकता है। उन्होंने बताया कि टी.बी. खोजने वाले कार्यकर्ताओं को सरकार पारिश्रमिक देती है तथा इलाज कराने वाले मरीजों को भी सरकार 500 रूपये महीना देती है। उन्होंने बताया कि टी.बी. रोग के प्रमुख लक्षणों में रात में पसीना आना, शाम के समय बुखार आना, भूख न लगना, 2 सप्ताह से अधिक समय तक लगातार खांसी होना जैसे लक्षण शामिल है। 

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