खुशियों की दास्ताँ
प्याज भण्डार गृह बनाने के लिए अनुदान भी मिला और बेहतर मूल्य भी
खण्डवा 23 जनवरी, 2021 - हरसूद विकासखण्ड के ग्राम भवानिया निवासी राजेन्द्र सिंह पिता लक्ष्मण सिंह गत 8-10 वर्ष से हर साल अपनी 3-4 एकड़ कृषि भूमि में प्याज का लगभग 300 से 400 क्विंटल तक उत्पादन कर लेते थे। भण्डार गृह न होने से प्याज का उत्पादन होते ही उसे बाजार में चालू मूल्य पर ही बेचना पड़ता था, क्योंकि इतनी प्याज रखने के लिए उनके पास जगह नही थी। ऐसा करने में प्याज का मूल्य ठीक नही मिल पाता था। कभी कभी तो लागत भी निकालना मुश्किल था।
एक दिन उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने उन्हें सलाह दी कि सरकार ने प्याज भण्डार गृह बनवाने के लिए योजना प्रारंभ की है, जिसमें 50 टन क्षमता का गोदाम बनाने के लिए उन्हें 3.50 लाख रूपये की मदद मिल सकती है। इसमें से आधी राशि अर्थात 1.75 लाख रूपये उन्हें अनुदान के रूप में मिल जायेगी। राजेन्द्र ने सलाह मानकर योजना के लिए आवेदन कर दिया और कुछ दिनों में गोदाम बनकर तैयार हो गया। अब प्याज का उत्पादन होने के बाद बेचने की जल्दी इसलिए नही रहती, क्योंकि अब वह गोदाम मालिक बन गए है। अब राजेन्द्र को जब लगता है कि बाजार में प्याज का अधिकतम भाव मिल रहा है, तभी वह गोदाम से निकालकर प्याज बेचता है, इससे उसकी आय दुगुनी से अधिक हो गई है। आय बढ़ने से अब राजेन्द्र व उसका परिवार बहुत खुश है।
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