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Wednesday 18 June 2014

स्कूलों के विकास के लिये प्रारंभ हुई विद्यालय उपहार योजना

स्कूलों के विकास के लिये प्रारंभ हुई विद्यालय उपहार योजना

खण्डवा (18 जून,2014) - प्रदेश के सरकारी स्कूलों की अधोसंरचनात्मक सुविधाओं के लिये अब जनता का सहयोग भी प्राप्त किया जायेगा। कोई भी व्यक्ति, संस्था एवं औद्योगिक प्रतिष्ठान, कक्षा एक से कक्षा 12 तक के किसी भी सरकारी स्कूल में अपनी ओर से सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान कर सकेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने “विद्यालय उपहार योजना’’ प्रारंभ की है। इस योजना के ब्रोशर का विमोचन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
यह है योजना -  योजना के तहत विद्यालयवार आवश्यकताओं की सूची विकासखण्ड स्रोत केन्द्र समन्वयक कार्यालय द्वारा एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड की जायेगी। इस सूची के आधार पर कोई भी व्यक्ति, संस्था, समूह, ट्रस्ट या कम्पनी इन विद्यालयों को आवश्यक सामग्री उपहार के रूप में दे सकेंगे। उपहार प्रदान करने वालों को विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा सामग्री अभिस्वीकृति एवं धन्यवाद-पत्र दिया जायेगा तथा उनका नाम एज्यूकेशन पोर्टल पर दिया जायेगा। विद्यालय स्तर पर समस्त योजना शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से संचालित होगी।
विद्यालय में उपहार प्रदान करने वाले व्यक्ति, संस्था या प्रतिष्ठान अपनी सुविधानुसार छात्रावास के किचन के लिये आवश्यक सामग्री, शुद्ध पेयजल हेतु फिल्टर, वॉटर कूलर, ट्यूबवेल में इलेक्ट्रिक मोटर, पंखे, सी.एफ.एल., एल.ई.डी., सोलर लाइट, सौर ऊर्जा उपकरण, शिक्षण सहायक सामग्री, ग्रीन बोर्ड, मानचित्र, दृश्य-श्रव्य शैक्षिक उपकरण, कम्प्यूटर, टी.वी., बैटरी या अन्य उपकरण, पुस्तकों के लिये शेल्फ एवं अलमारी, विज्ञान और अन्य प्रयोगशालाओं के उपकरण, विद्यालय की आवश्यकता के अनुरूप फर्नीचर, खेल सामग्री, शौचालय के ऊपर ओव्हरहेड टेंक, खेल मैदान का समतलीकरण, विद्यालय भवन की मरम्मत, पुताई, विद्यालय के लिये बाउण्ड्री या फेंसिंग करवाना, विद्यालय भवन कक्ष, खेल मैदान के लिये भूमि उपलब्ध करवाना, विद्यालय भवन का निर्माण (पी.डब्ल्यू.डी. के पर्यवेक्षण में) जैसे कार्य या शाला प्रबंधन समिति की स्वीकृति के अनुसार अन्य कार्य उपहारस्वरूप करवाये जा सकते हैं।
क्रमांक/91/2014/980/वर्मा

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