अपने रवैये में लाए सुधार, उदासीनता पूर्ण कार्यप्रणाली नही होगी बर्दाश्त - कलेक्टर श्रीमती गुप्ता
खण्डवा (11 जून, 2014) - विभाग के सभी अधिकारी अपने रैवये में सुधार लाए। अपनी उदासीनतापूर्ण कार्यप्रणाली बदले, यह बर्दाश्त नही कि जाएगी। यह सख्त एवं स्पष्ट निर्देश कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने महिला बाल विकास विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होनें स्पष्ट करते हुए कहा कि मेरे लिए महिला बाल विकास विभाग कि समस्त योजनाएॅं प्राथमिकता पर है, और यदि परियोजना अधिकारी व सुपरवाइजर महज निर्देश देने तक ही सीमित है, तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही कलेक्ट्रेट सभागृह में बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने विभाग के सभी अधिकारियों को ऑफिस में कम फील्ड में अधिक समय देने की हिदायत भी दी।
दो दिनों में वितरित करे एनएससी - बुधवार को कलेक्टर श्रीमती गुप्ता अपने निरीक्षण के पश्चात सीधे महिला बाल विकास विभाग के शहरी परियोजना के कार्यालय पहुॅंची थी। जहॉं पर उन्हें मार्च माह कि वितरण के लिए लंबित एनएससी मिली थी। जिस पर समीक्षा बैठक में नाराजगी जाहिर करते हुए। कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को दोषी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने आगामी दो दिनों में शिविर आयोजित कर या हितग्राहियों के घर तक पहॅुचकर हरहाल में एनएससी का वितरण करने के आदेश दिए। साथ ही अबतक शहरी परियोजना कार्यालय में पड़ी मेडिकल किट वितरित न करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल वितरण के आदेश भी दिए।
जल्द भरे खाली पद - समीक्षा बैठक में अब तक खाली आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के पदों की समीक्षा करते हुए, कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सभी परियोजना अधिकारियों को भर्ती प्रकिया शीघ्र पूर्ण करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
स्कूल चले अभियान में निभाए सक्रिय भूमिका - बैठक मेें कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने महिला बाल विकास विभाग के सभी सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारियों को 16 जून, को होने वाले स्कूल चले हम कार्यक्रम मंे सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए। उन्होनंे आदेश देते हुए कहा कि सभी परियोजना अधिकारी व सुपरवाइजर 16 जून, को अपने क्षेत्र के सभी स्कूलों का निरीक्षण करे एवं पालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करे।
अतिकम वजन के बच्चों कि की समीक्षा - बैठक में कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सभी विकासखण्डों कि सुपरवाइजर वार अतिकम वजन के बच्चों कि समीक्षा की। जिस पर उन्होंने समस्त परियोजना अधिकारियों और सुपरवाइजरों को ऑगनवाड़ीयों मे अतिकम वजन में चिन्हित बच्चों को हर हाल में तीनों समय का भोजन उपलब्ध कराने के स्पष्ट निर्देश दिए।
यह भी दिए महत्वपूर्ण निर्देश - इसके साथ ही समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने विभाग के अधिकारियों को अन्य महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए जिसमें उन्होनंे -
§ समस्त सुपरवाइजर को अपने-अपने क्षेत्रों कि आगनवाड़ीयों में 5 वर्ष कि आयु पूर्ण कर चुके सभी बच्चांे के नामांकन 16 जून, को स्कूल चले हम अभियान के अन्तर्गत संबंधित शालाओं में कराने के और वह बच्चें सतत् स्कूल में जा रहे है या नही इसकी मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
§ सभी परियोजना अधिकारियों और सुपरवाइजर को सतत् ऑगनवाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण करने और यह सुनिश्चित करे कि ऑगनवाड़ीयों में बच्चे आए इसके निर्देश दिए।
§ सभी परियोजना अधिकारियों और सुपरवाइजर को ऐसा ही भोजन बच्चों के लिए बनवाने के निर्देश दिए जो कि बच्चों के लिए उपयुक्त हो।
§ समस्त सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारी सतत् नाश्ते और खाने कि गुणवक्ता कि मॉनीटरिंग करे।
§ जिला कार्यक्रम अधिकारी और सभी परियोजना अधिकारी ऑगनवाड़ी के समय पर किसी भी तरह कि मीटिंग का आयोजन न करे।
§ जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने जिला चिकित्सालय में पदस्थ दो पिडिरटेशन में से एक का रूट चार्ट तैयार कर सतत् जिले कि आठों एनआरसी में सेवाएॅं देने के आदेश दिए।
§ साथ ही कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सुपोषण अभियान के द्वितीय चरण को महज औपचारिकता न बनाने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि सुपोषण अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए।
§ कार्यपालन यंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को भी समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सात दिनों के भीतर 112 ऑगनवाड़ी भवनों जिनके उन्नयन के लिए एक-एक लाख रूपये कि राशि आई है। उनका विजिट कर स्टीमेट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
§ बारिश के दौरान पहॅंुच विहीन ऑंगनवाड़ी केन्द्रों को दो दिनों में चिन्हित कर स्टोर कि जाने वाली सामग्री को पूर्व में स्टोर करने के निर्देश भी दिए।
§ बैठक में उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के सभी एनआरसी का निरीक्षण करने के आदेश दिए।
§ वही ऑगनवाड़ी केन्द्रों में प्री-स्कूल लर्निंग कराने के भी आदेश दिए।
§ साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग को समस्त एनआरसी का निरीक्षण करने और विभागीय कार्यो के बेहतर क्रियान्वयन के स्पष्ट आदेश भी दिए।
क्रमांक/55/2014/944/वर्मा
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