AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Friday 21 July 2017

जनस्वास्थ्य रक्षको को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम और जन कल्याणकारी योजनाओ का दिया प्रशिक्षण

जनस्वास्थ्य रक्षको को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम और जन कल्याणकारी योजनाओ का दिया प्रशिक्षण 

खण्डवा 21 जुलाई, 2017 - जिला पंचायत सभाकक्ष मंे गुरूवार को जिले के जनस्वास्थ्य रक्षको को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम और जन कल्याणकारी योजनाओ का प्रशिक्षण दिया। जनस्वास्थ्य रक्षको को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.के.सेठिया, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अनिल तंतवार, डॉ. मनिषा जुनेजा, डॉ0 नितिन कपूर, डी.पी.एच.एन.ओ. श्रीमती अनिता शुक्ला व्दारा स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। 
प्रशिक्षण में टीकाकरण से वंचित बच्चों व गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की जानकारी दी गई। टीकाकरण से जिन बीमारियों से बचाव होता है जैसे टी.बी. पोलियो, पीलिया, डिफ्थेरिया कालीखांसी, टिटेनस, एच.इन्फ्लूएन्जी-बी, खसरा, दस्त से बचाव संबंधी जानकारी दी । इसी प्रकार मौसमी बीमारियों से बचाव और प्राथमिक उपचार बताया गया। परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत पुरूष नसबंदी को बढ़ावा देने के लिए जनस्वास्थ्य रक्षकों व्दारा इस वर्ष जिले में 1000 पुरूष नसबंदी कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में योग्य लक्ष्य दम्पत्ति से सम्पर्क कर नसबंदी कराने के लिए तैयार करेंगे। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का कार्य भी किया जावेगा। इसमें गर्भवती महिलायें, स्कूली छात्र-छात्राओं को एनीमिया से संबंधित जागरूकता प्रदान करेगें।  
मलेरिया की जानकारी देते हुए बताया गया कि मच्छरों के काटने से चिकनगुनिया डेंगू व मलेरिया रोग होता है, इसके मुख्य लक्षण है तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टी, जोडों में दर्द एवं मांसपेशियों में दर्द होता है ऐसे लक्षण दिखने पर तुरन्त शासकीय अस्पताल में जाकर चिकित्सक को दिखावे और खून की जांच निःशुल्क करवायें। वर्षा ऋतु में गड्डो, पानी कंटेनर, पानी की टंकिया, अनुपयोगी टायर, टूटे-फूटे बर्तनों आदि स्थानों में पानी भर जाता है और पानी निकासी नहीं होने से उनमें मच्छरों की उत्पत्ति होती है। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है व दिन के समय में काटता है। 
घर के आस-पास पानी के गड्डे न रहे, घर में पानी की टंकियों की नियमिति रूप से साफ सफाई करें एवं उसे ढक कर रखें, कूलर, बर्तन आदि को भी साफ करें। पीने के पानी को साफ स्थान पर ढक कर रखें । शरीर के अंगों को भी अधिकाधिक ढक कर रखे पूरे आस्तिन के कपड़े पहने जिससे मच्छरों से बचा जा सके। नीम की पत्तियों का धुऑं करने से भी मच्छरो का प्रकोप कम होता है। मच्छरदानी का प्रयोग करे। लार्वा को नष्ट करने के लिए पैराथ्रम का छिड़काव किया जाता है अथवा पानी के गड्डों में जला हुआ आईल डाले ताकि लार्वा पनपने न पाये। इसी प्रकार से क्षय, कुष्ठ अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी विस्तार से दी गई । जनस्वास्थ्य रक्षक जिला अध्यक्ष रामनारायण उपाध्याय, सचिव शरिफ कुरैशी के साथ जिले से लगभग 100 जनस्वास्थ्य  रक्षकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया।  

No comments:

Post a Comment