नाबार्ड स्थापना दिवस एवं स्वयं सहायता समूह - बैंक लिंकेज रजत जयंती समारोह आयोजित
खण्डवा 14 जुलाई, 2017 - नाबार्ड के 36 वें स्थापना दिवस एवं स्वयं सहायता समूह रजत जयंती समारोह कार्यक्रम का आयोजन जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड खंडवा द्वारा बुधवार को ग्रैंड लॉज परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में खंडवा नगर के महापौर श्री सुभाष कोठरी मुख्य अतिथि, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. वरदमूर्ति मिश्र विशेष अतिथि, बैंक ऑफ इंडिया के उप आंचलिक प्रबंधक श्री आर. के. मेहता आदि उपस्थित थे। अतिथियों ने सर्व प्रथम माँ सरस्वती की पूजा अर्चना की व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
सर्व प्रथम नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री पाटिल ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम की रुपरेखा बताई। श्री पाटिल ने बताया की नाबार्ड की स्थापना वर्ष 1982 में भारत सरकार ने कृषि एवं ग्रामीण विकास हेतु की थी। उस समय से ही देश के कृषि एवं ग्रामीण विकास के कार्य में नाबार्ड अनवरत रूप से कार्यरत है। समय-समय पर नाबार्ड देश की आवश्यकतानुसार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है जैसे वित्तीय समावेशन , जलजीवन , वित्तीय साक्षरता अभियान आदि कार्यक्रमों द्वारा देश के सर्वांगीण विकास में निरंतर सहयोगरत रहा है। स्वयं सहायता समूहों का गठन कर सुदूर ग्रामों की सामाजिक व आर्थिक रुप से कमजोर महिलाओं के उत्थान की योजना आज से 25 वर्ष पूर्व नाबार्ड ने प्रारम्भ की थी और स्वयं सहायता समूह - बैंक लिंकेज कार्यक्रम आज गरीबी उन्मूलन का एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। आज देश में 70 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह कार्यरत होकर बैंकों से जुड़े हैं एवं उनकी कुल जमापूँजी रूपए 13700 करोड़ से अधिक है। खंडवा एवं बुरहानपुर जिले में नाबार्ड के सहयोग से अबतक 800 समूहों का गठन हो चुका है एवं लगभग 600 समूहों को बैंक से लिंकेज भी किया जा चुका है। कई महिलाएं आत्मनिर्भर हो चुकी हैं तथा अपना स्वयं का रोजगार कर रही हैं। समूहों के गठन में एनजीओ आगाखान ने प्रशंसनीय कार्य कर सक्रिय भूमिका निभाई है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ.वरदमूर्ति मिश्र ने उपस्थित महिला समूह की सदस्यों एवं बैंक प्रतिनिधियों को बताया कि उनके पिछले पदस्थी के दौरान उन्होंने एक विशेष वर्ग के समूहों का संचालन एवं क्रियाकलापों का अवलोकन किया था तब उन समूहों की जमापूँजी करोड़ों में थी। समूहों के सदस्य किसी सरकारी सहायता या वित्तीय संस्थानों से बगैर सहायता लिए अपने सदस्यों को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराते थे। डॉ. मिश्र ने बताया कि यदि आप लोग भी आपस में ईमानदारी एवं निष्ठा से जुड़कर कार्य करेंगे तो आप सभी का भी आर्थिक व सामाजिक विकास होना सुनिश्चित होगा। स्वयं सहायता समूह मात्र एक संगठन न होकर छोटी बैंक के रुप में भी कार्य करता है। बैंक ऑफ इंडिया खंडवा से पधारे उप आंचलिक प्रबन्धक श्री मेहता ने नाबार्ड के 36 वें स्थापना दिवस के आयोजन हेतु नाबार्ड एवं जिला विकास अधिकारी श्री मनोज पाटिल को बधाइयाँ दी एवं नाबार्ड द्वारा प्रारम्भ किये स्वयं सहायता समूह के क्रमिक विकास यात्रा की सराहना की।
मुख्य अतिथि खंडवा नगर निगम के महापौर श्री सुभाष कोठारी ने नाबार्ड के स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्वयं सहायता समूह की उपस्थित महिला सदस्यों को इस कार्यक्रम से जुड़ने व सहभागिता करने हेतु प्रशंसा की व बधाई दी। महापौर श्री कोठारी ने बताया की नगर निगम खंडवा ने भी लगभग 150 समूहों का गठन कर संचालित कर रहे हैं एवं समूहों की महिला सदस्यों को उचित रोजगार भी प्रदान किया गया है। नगर निगम ने महिलाओं द्वारा तैयार सामग्री के विक्रय हेतु भी लगभग 1 करोड़ का मार्केटिंग काम्प्लेक्स स्थापित करने की योजना पर कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इसके अलावा भी महिला के समूहों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। महापौर श्री कोठरी ने नाबार्ड द्वारा आयोजित ऐसे अनूठे कार्यक्रमों हेतु बधाई दी। कार्यक्रम में उपस्थित उत्कृष्ट महिला समूहों को शील्ड, स्मृति चिन्ह व पुरुस्कार महापौर द्वारा वितरित किए गए। साथ ही बेस्ट परफॉर्म करने वाली बैंक शाखाओं के प्रबंधकों व आगा खान एनजीओ को महापौर द्वारा शील्ड एवं पुरुस्कार से सम्मानित किया। अंत में नाबार्ड ने सभी उपस्थित मुख्य अतिथियों एवं स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों का आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की।
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