मनरेगा की मेढ़ पर पेड़ उपयोजना का लाभ अधिक से अधिक हितग्राहियांे को दिया जाये - कलेक्टर श्रीमती नायक
छैंगावमाखन में पौधरोपण कार्यो की समीक्षा के दौरान ही जारी कराई गई प्रशासकीय व तकनीकी स्वीकृतियां
खण्डवा 9 जून 2017 - पौधरोपण कार्य से न केवल पर्यावरण में सुधार होगा बल्कि ग्रामीणों को स्थाई रोजगार की सुनिश्चिता भी होगी। यह बात कलेक्टर श्रीमती स्वाती मीणा नायक द्वारा 09 जून को जनपद पंचायत छैंगावमाखन में आगामी 2 जुलाई को होने वाले वृहद पौधरोपण कार्य की समीक्षा के दौरान कही गई। कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा निर्देश दिये गये कि फलदार पौधों के रोपण का लाभ पौधरक्षक के रूप में महिला समूहों को दिया जाये, जिससे पौधों की सतत निगरानी सुनिश्चित होगी व अधिक से अधिक महिलाओं को भविष्य में फलो से होने वाली आय का लाभ मिल सकेगा। बैठक में कलेक्टर श्रीमती नायक व सीईओ जिला पंचायत डॉ. वरदमूर्ति मिश्र द्वारा ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण की तैयारी के संबंध में समीक्षा की गई एवं जानकारी ली गई की कितनी ग्राम पंचायतों में पौधरक्षकों की नियुक्ति पूर्ण कर ली गई है व गढ्ढो की खुदाई प्रारम्भ हो गई है।
बैठक के दौरान ही मनरेगा की उपयोजना मेढ पर पेड के 2 हितग्राहियों अशोक, मदन व मदनसिंह तंवर के खेतों के मेढ पर लगने वाले 200-200 पौधो की प्रशासकीय व तकनीकी स्वीकृती कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा करवाई गई एवं कहा गया कि इच्छुक व पात्र हितग्राहियों की बैठक के दौरान की स्वीकृतियां जारी की जाये। कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा सभी मनरेगा योजन की नवीन उपयोजना मेढ पर पेड के अंतर्गत अधिक से अधिक कृषको को पेड़ लगाने के लिये प्रोस्ताहित करने के निर्देश दिये गये। इस उपयोजना अंतर्गत किसानो को उनके खेतो की मेढ पर 200 पौधो का लाभ दिया जायेगा एवं प्रति पौधे 938 रूपये के हिसाब से उसे लाभ प्राप्त होगा।
कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा निर्देश दिये गये है कि 02 जुलाई के बाद पौधो की सतत् निरीक्षण के लिये कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी। साथ ही फलदार व छायादार पौधो से होने वाले लाभ से सभी को अवगत कराते हुये बताया गया। सरपंच व सचिवों को निर्देश दिये गये है कि जिनकी ग्राम पंचायतो में अतिक्रमण है वहां तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करते हुये पौधरोपण के लिये स्थल तैयार किया जाये। बैठक में सीईओ जिला पंचायत डॉ. मिश्र द्वारा 02 जुलाई को होने वाले 4 तरह के वृक्षारोपण की जानकारी देते हुये बताया गया है कि जिले में सड़को के किनारे, नहर किनारे, समस्त शासकीय परिसरो में व खाली शासकीय भूमि में पौधरोपण होना है जिनमें से प्रथम 3 में 200 पौधो की युनिट 1 पौधरक्षक एवं शासकीय भूमि पर कम से कम 625 पौधो की युनिट पर 1 पौधरक्षक रखा जाना है। बैठक में सभी को निर्देश दिये गये है कि यदि पौधो को किसी प्रकार का नुकसान होता है अथवा उनकी उत्तरजीविता सुनिश्चित नही की जाती है तो संबंधितो के विरूद्ध कठोर कायवाही की जायेगी एवं ऐसे स्थलो पर तत्काल पौधरक्षको को भी हटा दिया जायेगा। बैठक में सभी को 2 जुलाई को अनिवार्यतः पौधरोपण करने व पौधों की सुरक्षा करने की शपथ भी दिलायी गयी। बैठक में छैगांवमाखन जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक व पौधरक्षक उपस्थित रहे।
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