वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के मददे्नजर कलेक्टर श्री सिंह ने किया आंेकारेष्वर का दौरा
पौधरोपण स्थल पर व्यवस्थाएं चाक चौबंद हो - कलेक्टर श्री सिंह
खण्डवा 27 जून, 2017 - आगामी 02 जुलाई को वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत संपूर्ण मध्यप्रदेश में 6 करोड पौधे लगाए जाना है, इस हेतु औंकार पर्वत पर लगभग 36 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इस हेतु कलेक्टर श्री अभिषेक सिंह ने जनसुनवाई के तत्काल बाद ही ओंकारेश्वर का दौरा किया। माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रस्तावित आगमन को देखते हुए कलेक्टर श्री सिंह द्वारा व्यवस्थाआंे का जायजा लेने के लिए ओंकारेश्वर का दौरा कर स्थल का निरीक्षण किया।
स्थल निरीक्षण के दौरान बरगद, पीपल, बेलपत्र के पौधो को प्राथमिकता के आधार पर लगाये जाने के निर्देष दिए। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सम्पूर्ण मार्ग का भ्रमण करके व्यवस्थाएं देखने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि स्थल पर पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर एवं स्ट्रेचर की व्यवस्था की जाये। साथ ही एम्बूलेंस भी तैनात की जावे। यात्री प्रतिक्षालय की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने एवं पौधरोपण के मार्ग को समतल करने के निर्देश सीएमओ ओंकारेश्वर को दिए। कलेक्टर सिंह ने पौधे लगाने वाले व्यक्तियों को सफेद टी-षर्ट एवं केप प्रदान करने के निर्देष सीईओ जिला पंचायत को दिए। स्थल पर समूचित जलपान की व्यवस्था कराये जाने हेतु निर्देषित किया। इससे पूर्व हेलीपेड जाकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
गिरते पानी में सैलानी टापू का किया निरीक्षण
कलेक्टर श्री सिंह ओंकार पर्वत से व्यवस्थाएं देखते हुए नाव द्वारा जल मार्ग से अभय घाट, नागर घाट पहॅुंचे। वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों कोे आवष्यक निर्देष प्रदान किये। साथ ही सैलानी टापू की व्यवस्था देखने पहुंचे, इस दौरान वर्षा आ जाने पर छतरी लेकर स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को आवष्यक निर्देष प्रदान किये। साथ ही कहा कि वृहद वृक्षारोपण का कार्यक्रम मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है इसकी व्यवस्थाएं करने में कतही लापरवाही न बरतें।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. वरदमूर्ति मिश्र, पुनासा एसडीएम शीतला पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र तारणेकर, सीएमओ ओंकारेष्वर श्री अरविंद चौहान, एसडीओपी ओंकारेष्वर श्री एम.एस. गवली सहित संबंधित जिला अधिकारीगण मौजूद थे।
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