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Friday, 10 July 2015

षिक्षकों व विद्यार्थियों के सहयोगी बनें षिक्षा विभाग के अधिकारी - प्रमुख सचिव श्री जुलानिया

षिक्षकों व विद्यार्थियों के सहयोगी बनें षिक्षा विभाग के अधिकारी
- प्रमुख सचिव श्री जुलानिया
स्कूल चलें हम अभियान की समीक्षा बैठक सम्पन्न


 

खण्डवा 10 जुलाई,2015 -  षिक्षा विभाग के अधिकारी षिक्षकों व विद्यार्थियों के अधिकारी बनकर कार्य न करें बल्कि उनके सहयोगी व मार्गदर्षक के रूप में कार्य करें तो जिले की षिक्षा व्यवस्था स्वतः ही सुधर जाएगी। यह बात आज मध्य प्रदेष शासन के जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राधेष्याम जुलानिया ने खण्डवा कलेक्ट्रेट में स्कूल चलें हम अभियान की समीक्षा बैठक में उपस्थित षिक्षा विभाग के अधिकारियों से कही। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित तोमर, एसडीएम पुनासा श्री बी कार्तिकेयन, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, जिला षिक्षा अधिकारी श्री के.एस.राजपूत, जिला परियोजना समन्वयक श्री पी.एस. सोलंकी के अलावा सभी विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा प्रदेष के सभी जिलों में स्कूल चलें अभियान की समीक्षा के लिए भारतीय प्रषासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी क्रम में प्रमुख सचिव श्री जुलानिया ने आज षिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली एवं विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण भी किया। 
प्रमुख सचिव श्री जुलानिया ने बैठक में कहा कि षिक्षा विभाग में जिला परियोजना समन्वयक के अलावा अकादमिक समन्वयक, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक, संकुल स्त्रोत समन्वयक, जैसे अनेको अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण के लिए पदस्थ है लेकिन ये अधिकारी स्कूली षिक्षकों व विद्यार्थियों के समक्ष ‘‘अधिकारी‘‘ बनकर कार्य करते है। यदि ये अधिकारी षिक्षकों के सहयोगी बनकर उनकी समस्याओं का समय-समय पर निराकरण करें तथा विद्यार्थियों को भी समय-समय पर कक्षा में जाकर पढ़ाएं तथा उन्हें अध्ययन में आने वाली समस्याओं को सुनकर उनका हल निकालें तो षिक्षा का स्तर स्वतः ही सुधर जाएगा। उन्होंने जिला षिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक को निर्देष दिए कि जहां तक संभव हो वे अपने अधीनस्थ षिक्षकों की समस्याओं को अपने स्तर से निपटाते रहे। प्रमुख सचिव श्री जुलानिया ने बैठक में कहा कि षिक्षक विद्यार्थियों को जहां तक संभव हो प्रोत्साहित ही करें तथा बच्चों को पढ़ाई में आने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करें। 
प्रमुख सचिव श्री जुलानिया ने  बैठक में जिले में छात्रवृत्ति वितरण, गणवेष वितरण, व साईकिल वितरण तथा मध्याहन भोजन वितरण की समीक्षा भी की। उन्होंने गत 5 वर्षो में छात्रवृत्ति वितरण की विस्तार से जानकारी चाही। उन्हांेने कहा कि षिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की निरीक्षण टीप में स्कूल में पाई गई कमियों का तो उल्लेख करते है लेकिन उन्हें निरीक्षण के दौरान स्कूल में पाई जाने वाली अच्छी व प्रषंसनीय बातों का भी उल्लेख निरीक्षण टीप में करना चाहिए। उन्होंने जिला षिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक को निर्देष दिए कि जिले में गणित व अंग्रेजी के षिक्षकों को अलग से प्रषिक्षित करने की व्यवस्था की जाए।
 बैठक में बताया गया कि जिले में स्कूल चलें अभियान के तहत 2 लाख 13 हजार से अधिक बच्चों का स्कूलों में पंजीयन हो चुका है। इनमें से गणवेष की पात्रता रखने वाले 1.44 लाख विद्यार्थियों के खाते में दो-दो जोड़ी गणवेष की राषि जमा करा दी गई है। कक्षा 6 में प्रवेष करने वाले 4996 विद्यार्थियों के खाते में साईकिल वितरण के लिए 2300 - 2300 रूपये जमा करा दिए गए है। कक्षा 9 वीं में प्रवेष पाने वाले 8840 विद्यार्थियों को साईकिल वितरण के लिए राषि शीघ्र ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा जिले के स्कूलों में 359 नवीन शौचालय बन कर तैयार हो गए है, जिनमें राज्य योजना मद से 257, सासंद निधि से 75 एवं स्वच्छ भारत अभियान के तहत 15 शौचालय शामिल है। जिले में 4 कस्तूरबा गांधी छात्रावास , 2 कन्या छात्रावास उपलब्ध है।

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