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Saturday 25 July 2015

मनरेगा हुआ स्मार्ट , मोबाइल एप से होंगे काम आसान

मनरेगा हुआ स्मार्ट , मोबाइल एप से होंगे काम आसान

खण्डवा 25 जुलाई,2015 - महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना (मनरेगा) की मॉनीटरिंग और जानकारी का आदान-प्रदान अब स्मार्ट मोबाइल डिवाइस से होगा। इससे प्रदेश में मनरेगा के क्रियान्वयन में पारदर्षिता के साथ जनपद, जिला और राज्य स्तर तक योजना की निगरानी में आसानी होगीं मोबाइल एप के जरिये मजदूरों की दैनिक उपथिति तथा रोजगारमूलक कार्यों का साप्ताहिक मूल्यांकन सुगमता से होगा, संबंधित ग्राम रोजगार सहायक तथा उप यंत्री जब कार्य स्थल पर पहुँचेंगे तब वहाँ समय और तिथि संबंधी विवरण मोबाइल एप पर स्वतः ही दर्ज हो जायेगां इससे यह सुनिश्चित होगा कि अमले ने कार्य-स्थल पर जाकर ही मूल्यांकन किया है। इस प्रणाली से कार्य-स्थल पर जाये बगेर मूल्यांकन करने की शिकायत पर भी अंकुश लगेगां।
 इस संबंध में मनरेगा परिषद स्तर पर प्रषिक्षण भी आयोजित किया जा रहा है। खण्डवा जिले के अधिकारियों को 24 जुलाई को भोपाल में प्रषिक्षण दिया गया। जिसमें मनरेगा के परियोजना अधिकारी प्रमोद त्रिपाठी, सिनियर डेटा मेनेजर राजेन्द्र डोडवे, बलड़ी के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी श्री धर्मेन्द्र मालवीय द्वारा सहभागीता की गई। श्री त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि जिले में भी प्रषिक्षण आयोजित कर मनरेगा के मैदानी अमले को इस नई तकनीक से अवगत कराया जाएगा ताकि इस तकनीक का सुचारू रूप से मनरेगा के कार्यो की प्रगति के लिए उपयोग किाय जा सके।  आयुक्त मनरेगा, श्रीमती सिमता भारद्वाज ने बताया कि मनरेगा की मानीटरिंग प्रणाली के लिये तैयार किये गये मोबाइल एप का परीक्षण सफलता से हो चुका है। इसके संबंध में ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भोपाल में नीलबढ़ सिाित क्षेत्रीय प्रशिक्षण संसािान में जिला और जनपद पंचायत स्तर के अधिकारियों के प्रशिक्षण की शुरूआत हो गई है। पंचायत राज संचालनालय द्वारा ऑनलाइन भुगतान प्रणाली के संबंध में प्रशिक्षण के साथ ही स्मार्ट मोबाइल डिवाइस और मोबाइल एप के जरिये मनरेगा में ऑनलाइन भुगतान का प्रशिक्षण साथ-साथ दिया जा रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा में तैनात मैदानी अमले को मोबाइल डिवाइस खरीदने की मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है। 
    प्रदेष में मनरेगा में ऑनलाइन भुगतान प्रणाली (ईएफएमएस) वर्ष 2013-14 से लागू है। वर्तमान में राज्य में ग्राम पंचायत स्तर पर करीब 4 लाख रोजगारमूलक काम जारी हें अब मोबाइल एप के जरिये इन कार्यों पर मजदूरों द्वारा काम की मांग, कार्य-स्थलों पर मजदूरों की उपस्थिति तथा कार्य की मूलयांकन रिपोर्ट स्मार्ट डिवाइस के जरिये त्वरित प्राप्त होगीं। मजदूरों की दैनिक उपस्थिति तथा कार्यों की मूल्यांकन की जीपीएस स्थिति और फोटोग्रापस मोबाइल एप के जरिये तुरंत मिल जायेंगें इसके साथ ही मजदूरों के आधार सीडिंग का काम भी स्मार्ट डिवाइस से किया जा रहा हें इससे विभिन्न जानकारी के संकलन में अब विलंब नहीं होगा और ऑनलाइन मोड में प्राप्त जानकारी भी इंटरनेट कनेक्टिविटी जोन पर आने पर स्वतः ही अपलोड हो जायेगीं ऑनलाइन भुगतान प्रणाली लागू होने से डाटा अपलोडिंग के लिये सुरक्षित माने गये एमपी स्वॉन नेटवर्क के साथ मोबाइल डिवाइस की सिम को कान्फीगर किया जायेगा। इससे मनरेगा डाटा सुरक्षित नेटवर्क के जरिये नरेगा सर्वर पर अपलोड किया जा सकेगा। 

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