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Tuesday 24 March 2020

कोरोना वायरस संबंधी जिज्ञासाओं के समाधान हेतु व्यवस्था की गई

कोरोना वायरस संबंधी जिज्ञासाओं के समाधान हेतु व्यवस्था की गई

खण्डवा 24 मार्च, 2020 - प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिये एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने इस संबंध में सभी संभागायुक्त, कलेक्टर तथा जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश जारी किये हैं। एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली में आमजनता को इस बीमारी के संबंध में जानकारी दी जायेगी। साथ ही लोगों की जिज्ञासाओं और समस्याओं का समयबद्ध समाधान भी किया जायेगा। प्रणाली के अंतर्गत सूचानाओं के त्वरित आदान-प्रदान, विभिन्न एजेन्सियों के मध्य आपसी समन्वय, आम नागरिकों से संवाद और वर्तमान परिस्थितियों पर प्रभावी नियंत्रण के प्रयास किये जाएंगे।
एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली का उद्देश्य
      कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिये शक्तिशाली सामुदायिक निगरानी तंत्र की स्थापना, कोरोना संक्रमित, संदिग्ध मरीजों एवं उनके संपर्क में आये व्यक्तियों की शीघ्र पहचान और उन्हें समुदाय में आगे संक्रमण फैलाने से रोकने के लिये त्वरित कार्यवाही करना, कोरोना संक्रमित संदिग्ध व्यक्तियों को जांच एवं उपचार की संस्थागत व्यवस्था उपलब्ध कराना, कोरोना के विषय में नागरिकों के भ्रम तथा संशय दूर करके उन्हें सही एवं अद्यतन जानकारी प्रदान करना एवं सामाजिक जागरूकता लाना और आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर नागरिकों को कोरोना के संबंध में विशेषज्ञ सलाह, परीक्षण आदि की सुविधाएँ उपलब्ध कराना है, ताकि वायरस का संक्रमण न्यूनतम क्षेत्र में सीमित कर उसे समाप्त किया जा सके।
नोडल अधिकारी
     राज्य स्तर पर इस प्रणाली के संचालन के लिय श्री बी. चंद्रशेखर कार्यपालक निदेशक, राज्य लोक सेवा अभिकरण तथा श्री नन्दकुमारम प्रबंध संचालक, म.प्र. इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मैप आईटी, भोपाल रहेंगे। जिला स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत पदेन नोडल अधिकारी होंगे। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर नगरों में आयुक्त, नगर पालिक निगम पदेन नोडल अधिकारी होंगे।
हेल्पलाइन नम्बर्स
    प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से तथा त्वरित कार्यवाही की अपेक्षा से अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक सी.एम. हेल्पलाइन 181 तथा स्वास्थ्य हेल्पलाइन 104 को कोरोना संक्रमण बचाव कार्य के लिये एकीकृत कर प्रयोग किया जायेगा। इसके लिये यह सुनिश्चित किया गया है कि आम नागरिक 181 अथवा 104 दोनों में से किसी भी नम्बर पर कॉल कर सकते है। यह कॉल सुविधा पूर्णतः निःशुल्क होगी। यह कॉल सेंटर चौबीसों घण्टे कार्य करेंगे।
प्रणाली को प्रभावी बनाने की रणनीति
       राज्य एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिये सर्वप्रथम त्रुटि रहित एवं अद्यतन डेटाबेस की आवश्यकता होगी। अतः इस प्रणाली के जिला मॉड्यूल में सभी जिलों को प्रशासनिक मोबाइल यूनिटस, मेडिकल मोबाइल यूनिटस तथा रैपिड रिस्पॉन्स टीम के सदस्यों की जानकारी मय फोन नम्बर तत्काल अपलोड करनी होंगी। जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य, अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों, डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ का डेटाबेस भी अद्यतन कर अपलोड किया जाए। इस प्रणाली के अंतर्गत कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्य में तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों की जानकारी मय दूरभाष नम्बर भी अपलोड की जाए। ताकि अंतर-विभागीय समन्वय सुगमतापूर्वक हो सके।
       जिला एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली में स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर दूरभाष, मोबाइल, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स, सुरक्षित एवं प्रमाणित ऐप्स, वीडियो कॉलिंग आदि स्थानीय रूप से उपलब्ध आधुनिक संचार साधनों का प्रभावी उपयोग किया जाएगा। इस कार्य में जिला ई-गवर्नेन्स मैनेजर्स तथा एन.आई.सी. के अधिकारियों का उपयोग किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रणाली में किसी भी स्तर पर प्रतिक्रिया देने अथवा कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार का विलम्ब नहीं हों। सम्पूर्ण प्रक्रिया में प्रणाली के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजेटिव पाया जाने की स्थिति निर्मित होती है तो ऐसे प्रकरण में उस व्यक्ति के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग संबंधी सम्पूर्ण कार्यवाही केन्द्रीयकृत रूप से मॉनिटर की जायेगी। प्रतिदिन आने वाले कॉल्स का एक संक्षिप्त डेशबोर्ड तैयार कर सर्वसंबंधितों को नियमित रूप से दिन में दो बार भेजा जायेगा।

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