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Thursday 26 July 2018

कच्चे माल की उपलब्धता और बाजार की मांग के आधार पर लगायें उद्योग

कच्चे माल की उपलब्धता और बाजार की मांग के आधार पर लगायें उद्योग
फूड प्रोसेसिंग संबंधी कार्यषाला में कलेक्टर श्री गढ़पाले ने युवा उद्यमियों को दी सलाह


खण्डवा 26 जुलाई, 2018 - जिले में फूड प्रोसेसिंग उद्योग की व्यापक संभावनाएं है। निमाड़ में मिर्ची, प्याज, लहसुन, अरबी आदि का अधिक उत्पादन होने से इनसे जुड़े फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने पर व्यवसाय सफल होगा। यह बात कलेक्टर श्री विषेष गढ़पाले ने स्थानीय भगवंतराव मंडलोई कृषि महाविद्यालय खंडवा में आयोजित फूड प्रोसेसिंग इण्डस्ट्रीज संबंधी एक दिवसीय कार्यषाला में संबोधित करते हुए कही। कार्यषाला में कटनी के जाने माने उद्योगपति तथा सोना सिक्का ब्राण्ड दाल व बेसन के उत्पादक श्री मनीष घेई ने भी संबोधित किया तथा उपस्थित युवा उद्यमियों को मार्गदर्षन दिया। कार्यषाला में कृषि महाविद्यालय के डीन डाॅ. पी.पी. शास्त्री व प्रबंधक उद्योग श्री पाटीदार तथा बैंकर्स भी मौजूद थे। कार्यषाला का शुभारंभ माॅं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। 
कलेक्टर श्री गढ़पाले ने अपने संबोधन में कहा कि खण्डवा मंे प्याज का उत्पादन अधिक होने से यहां प्याज के पेस्ट तैयार करने का उद्योग सफल हो सकता है। उन्हांेने कहा कि इच्छुक उद्यमियों को शासन की विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के तहत ऋण व अनुदान भी दिलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक केन्द्र विकास निगम द्वारा खण्डवा हरसूद मार्ग पर ग्राम रूधी में उद्योग स्थापित करने के लिए सभी मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराएं गए है। उन्होंने कहा कि खण्डवा महाराष्ट्र सीमा से लगा हुआ है, इंदौर, भोपाल, अमरावती जैसे बड़े शहर पास ही स्थित हैं तथा रेल व सड़क मार्ग से खण्डवा की कनेक्टिविटी भी बेहतर है, इसलिए यहां औद्योगिक विकास की काफी संभावनाएं है। 
कटनी के जाने माने उद्योगपति श्री मनीष गेई ने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उद्यमियों को अपना उद्योग प्रारंभ करने से पूर्व अपना सोच पूर्णतः सकारात्मक रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने से पहले खुद की क्षमता व रूचि को पहचानना चाहिए तथा सकारात्मक सोच के साथ अपने लक्ष्य की दिषा में आगे बढना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेष की सबसे बड़ी दाल मिल कटनी जिले में उन्होंने स्थापित की है जिसका प्रतिदिन उत्पादन 150 टन है। इसके अलावा उन्होंने आटा मिल, राईस मिल, बेसन आदि की मिल भी स्थापित की है, उनका अपना पावर प्लांट व पैकेजिंग प्लांट है। लगभग 500 कर्मचारी उनके उद्योग में रोजगार से लगे है। इस सब को करने में कई समस्याएं भी आयी लेकिन उनका सामना करते हुए आज वे सफल उद्योगपति है। उन्होंने कहा कि नए युवा उद्यमियों को मार्गदर्षन की जरूरत हो तो वे कभी भी उनसे मोबाइल पर चर्चा कर सकते है। 

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