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Monday, 7 November 2016

सैलानियों के स्वागत के लिये आतुर ‘‘हनुवंतिया‘‘

विषेष लेख 
सैलानियों के स्वागत के लिये आतुर ‘‘हनुवंतिया‘‘
कष्मीर की तरह ‘‘षिकारे‘‘ और हाउसबोट इस बार होंगे मुख्य आर्कषण

द्वितीय ‘‘जल-महोत्सव‘‘ 15 दिसम्बर से 15 जनवरी तक आयोजित होगा 




खण्डवा 7 नवम्बर, 2016 -  द्वितीय जल-महोत्सव इस बार भी हनुवंतिया में और भी व्यापक स्तर पर होगा। जल-महोत्सव 15 दिसम्बर, से प्रारंभ होकर 15 जनवरी, 2017 तक चलेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरूप द्वितीय जल-महोत्सव एक माह का रहेगा। सैलानी इस बार दिसम्बर में वर्षान्त एवं शीतकालीन अवकाश के दिनों में प्राकृतिक सुन्दरता एवं विपुल जल-राशि के बीच यहाँ की सैर का लुत्फ उठा सकेंगे। जल-महोत्सव में वॉटर स्पोर्टस की गतिविधियों के साथ रोमांचक और साहसिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जायेगी। हनुवंतिया में कश्मीर के षिकारे और केरल की तर्ज पर इस बार हाउस-बोट का संचालन एक अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण होगा। यहाँ क्रूज और मोटरबोट, जलपरी का संचालन पहले से ही किया जा रहा है। सैलानियों के आकर्षण के लिये इस बार बोरियामाल एवं अन्य टापू पर विभिन्न गतिविधियों की जायेगी। इस बीच जल-महोत्सव की प्रारंभिक तैयारियों की शुरूआत हो चुकी है।
      प्रथम जल-महोत्सव को मिली सफलता और दूर-दूर से आए सैलानियों से मिले प्रतिसाद के मद्देनजर द्वितीय महोत्सव में भी सैलानियों के लिये स्विस कॉटेज उपलब्ध रहेंगे। रोमांचक एवं साहसिक पर्यटन पर केन्द्रित विभिन्न गतिविधियाँ की जायेगी। इनमें वॉटर स्पोर्टस, आईलेण्ड कैम्पिंग, एडवेंचर एक्टिविटीज दृ हॉट एयर बेलूनिंग, पेरा सेलिंग, पेरा मोटर्स, स्टार गेजिंग, वॉटर स्कीइंग, जेट स्काइंग, वॉटर जॉर्बिंग, बर्मा ब्रिज, आर्टिशियल क्लाइंबिंग बॉल, बर्ड वॉचिंग, ट्रेकिंग, ट्रीजर हंट, नाइट कैंपिंग आदि गतिविधियाँ शामिल हैं। इनके अतिरिक्त क्राफ्ट बाजार के जरिये हथकरघा वस्तुओं का प्रदर्शन, सांस्कृतिक गतिविधियों पर केन्द्रित कार्यक्रम आदि भी होंगे। लज़ीज़ और सुस्वादु योजना का भी लुत्फ लिया जा सकेगा।
      मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने खण्डवा जिले में स्थित इंदिरा सागर बाँध के नजदीक हनुवंतिया को वॉटर स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित किया है। इसे एक प्रमुख पर्यटन एवं वॉटर स्पोर्टस केन्द्र के रूप में निर्मित किया गया है। निगम द्वारा यहाँ कॉटेज, रेस्टोरेंट एवं बोट क्लब आदि बनाये गये हैं। संपूर्ण परिसर को हरा-भरा बनाने के लिये पौधरोपण सहित आकर्षक ढंग से विद्युत साज-सज्जा की गई है। इस साल अत्यधिक वर्षा से यहाँ और भी अधिक विपुल जल-राशि दूर तलक नजर आ रही है। दूर-दूर तक भरे नीले जल के अकूत भण्डार से इसे नीलाभ जल वाला हनुवंतिया के रूप में भी जाना जाने लगा है। इंदिरा सागर बाँध स्थल पुनासा संभवतः एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित वॉटर बॉडी है। नर्मदा पर बाँध के बेक वॉटर से यहाँ लगभग 100 से अधिक टापू प्राकृतिक रूप से बन गए हैं। टापुओं की इस श्रंखला की शुरूआत इनके प्रवेश द्वार मूंदी से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हनुवंतिया से होती है, जो टापू भले न हों लेकिन तीन ओर से नर्मदा के बेक वॉटर से भरा हुआ है। आस-पास के सघन वन क्षेत्र से इस स्थल की रमणीयता और भी बढ़ गई है। राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा हनुवंतिया निवेश क्षेत्र के 8 गाँव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिये मास्टर प्लान (विकास योजना) भी तैयार किया गया है। प्लान में हनुवंतिया निवेश क्षेत्र की भूमि का सक्षम उपयोग, ट्रांसपोर्ट की सुगमता, कमर्शियल उपयोग के लिये भूमि का प्रावधान, क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर विकासोन्मुखी नियोजन सुनिश्चित करना आदि बिन्दु को शामिल किया गया है। 
                                        आलेख - ब्रिजेन्द्र शर्मा , जनसम्पर्क अधिकारी जिला खण्डवा

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