AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Monday, 6 July 2015

महाविद्यालयों में रेगिंग रोकने के हर संभव उपाय करें - कलेक्टर डॉ. अग्रवाल

महाविद्यालयों में रेगिंग रोकने के हर संभव उपाय करें
- कलेक्टर डॉ. अग्रवाल




खण्डवा 6 जुलाई,2015 - जिले के सभी शासकीय व अषासकीय महाविद्यालयों एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्य सुनिष्चिित करें कि उनकी संस्थाओं में नवप्रवेषी विद्यार्थियों की रेगिंग न हो। यह निर्देष कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रेगिंग रोकने के लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में उपस्थित प्राचार्यो को दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. महेेन्द्र सिंह सिकरवार, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा व उप पुलिस अधीक्षक यातायात सहित विभिन्न अधिकारी व जिले के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य मौजूद थे। 
बैठक में कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने महाविद्यालयों व हायर सेकेण्डरी स्कूलों में रेगिंग नियंत्रण के लिए गठित समितियों की नियमित बैठक आयोजित करने के निर्देष दिए। उन्होंने प्राचार्यो को निर्देष दिए कि रेगिंग रोकने के लिए उड़न दस्ते भी गठित करें तथा महाविद्यालय परिसर में रेगिंग पर रोक लगाने संबंधी शासन के प्रावधान को प्रमुख स्थानों पर व सूचना पट पर प्रदर्षित करें ताकि विद्यार्थियों को यह ज्ञात रहे कि रेगिंग लेने पर उनके विरूद्ध क्या कार्यवाही हो सकती है। इसके अलावा कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने प्राचार्यो को सख्त हिदायत दी कि प्रवेष के समय विद्यार्थियों से सर्वोच्च न्यायालय के आदेषों के पालन में रेगिंग गतिविधियों में शामिल न होने संबंधी शपथ पत्र विद्यार्थियों व उनके पालको से अनिवार्यतः जमा कराये। उन्होंने कहा कि रेगिंग की छोटी मोटी घटना को भी गंभीरता से लिया जाये तथा दोषी विद्यार्थियों के विरूद्ध नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने हरसूद महाविद्यालय के प्राचार्य की बैठक में अनुपस्थिति पर नाराजगी प्रकट की तथा दूरभाष पर उनसे पूछताछ की तो प्राचार्य हरसूद संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। जिस पर उन्होंने एसडीएम हरसूद को संबंधित प्राचार्य की अनुपस्थिति के संबंध में पंचनामा बनवाकर आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिए। 
पुलिस अधीक्षक डॉ. सिकरवार ने बैठक में कहा कि कॉलेज परिसर के बाहर भी यदि कोई असामाजिक तत्व कॉलेज की छात्राओं को परेषान करने की षिकायत प्राप्त हो तो उसकी जानकारी उन्हें मोबाईल फोन पर दें ताकि ऐसे असामाजिक तत्वों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जा सकें। उन्होंने कहा कि इस तरह की सूचना देने वाले की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। 
टीप - फोटोग्राफ संलग्न है।

No comments:

Post a Comment