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Thursday 25 June 2015

मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए सॉवधानी बरतें

मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए सॉवधानी बरतें

खण्डवा 25 जून,2015 - बारिश के मौसम में गलत खान-पान के कारण पेट से संबंधित विभिन्न तरह की बीमारियों होती है। हमें स्वस्थ्य रहने के लिये इस मौसम में सावधान रहने की आवश्यकता है। बारिश में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए आम नागरिकों से आग्रह किया गया है कि इस मौसम में तालाब, नदी, नालों के पास या खुले मैदान में शौच क्रिया के लिये ना जायें। अपने निवास के आस-पास फैली गंदगी, बारिश के पानी के बहाव में पानी के साथ घुल-मिलकर तालाबों, नदियों में मिल जाते है। इनसे जलजनित बीमारियां जैसे दस्त, हैजा, गेस्ट्रोइनटाइटिस तेजी से पनपती है। वहीं बारिश के मौसम में पानी के एक ही जगह जमा होने से मलेरिया, डेंगू के संक्रमण से पीडि़त होते हैं। जीवन शैली में बदलाव लाने और थोड़ी सी सावधानी बरतने से इन बीमारियों से बच सकते है।
    बारिश के दिनों में चूंकि पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है इसलिए जरूरी है कि नागरिकगण अधिक तला-भुना खाना न खाये बल्कि ऐसा खाना खाये जो आसानी से पच जाए। जहां शुद्ध पेयजल न हो तो पानी उबाल कर पिएं। तीव्र दस्त होने की स्थिति में यथा शीघ्र ओ.आर.एस. घोल का इस्तेमाल करें। तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से संपर्क कर अपना ईलाज कराएं। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे ताजे भोजन का सेवन करें। सड़क के किनारे मिलने वाले चायनीज फूड, भेल, पानीपुरी एवं होटल के खाने से परहेज करें तथा बासी भोजन, पहले से कटे हुए फल तथा दूषित भोजन का सेवन न करें। हमेशा ताजे व स्वच्छ सब्जी, फल का सेवन करें। ध्यान रहे कि खाने से पहले फल, सब्जी को अच्छे से साफ पानी से धोकर साफ कर लें। खासकर हरी पत्तेदार सब्जियां को आवश्यक रूप से साफ करके ही प्रयोग करें।
    नागरिकों को सलाह दी गई है कि खाना बनाने से पहले, खाना खाने से पहले, शौचालय जाने के पश्चात साबुन से हाथ धोएं। पीने के पानी को इस्तेमाल में लाने से पहले उबाले अथवा क्लोरीन से साफ कर लें। पानी के स्त्रोत के समीप शौच न करें। पक्के बने हुए शौचालय का उपयोग करें एवं उन्हें साफ रखें। नागरिकों से अपील की गई है कि मलेरिया, डेंगू, टाईफाइड से बचाव के लिये घर के आस-पास के गढ्ढों को भर दे जिससे बारिश का पानी रूककर सड़ने न पाए। इससे मच्छर उत्पन्न नहीं होंगे। रात्रि में सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। 
क्रमांक/138/2015/693/षर्मा

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