सफलता की कहानी
खण्डवा 27 जुलाई, 2021 - खण्डवा जिले के ग्राम टिगरिया निवासी भूपेन्द्र कैथवास अपने परिवार के साथ में पवन वेयरहाउस में विगत 5 सालों से काम करता है। उनके घर बच्ची का जन्म हुआ तो घर में खुशियां आई किंतु बच्ची कशिश बचपन से ही बोल व सुन नहीं पाती थी। कशिश की मॉं रोशनी और पिता भूपेन्द्र चिंतित होने लगे और कई जगहों पर उन्होंने इलाज करवाया। ग्राम टिगरिया की आशा कार्यकर्ता भारती सर्वे के दौरान भूपेन्द्र के घर पहुंची। इस दौरान उन्हें पता चला कि रोषनी पति भूपेन्द्र की बच्ची बचपन से ही बोलने एवं सुनने में असमर्थ हैं। आशा कार्यकर्ता ने उनके परिजनों को समझाया कि मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आपकी बच्ची का निःशुल्क इलाज हो जावेगा। भूपेन्द्र अपनी बेटी को लेकर जिला अस्पताल आये जहां आर.बी.एस.के. के कॉर्डिनेटर महेश पंवार ने जिला अस्पताल के नाक-कान-गला विशेषज्ञ डॉ. अनिरूद्ध कौशल के द्वारा जांच के उपरांत उन्हें अरविन्दों हॉस्पिटल, इंदौर भेजा गया, जहां पर कशिश की जांच करने के बाद राशि रू. 6.50 लाख खर्च का प्राक्कलन बनाया गया। मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत् मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय खंडवा द्वारा इलाज के लिये स्वीकृति आदेश दिया गया। कशिश का 25 जून 2021 को अरविन्दों हॉस्पिटल, इंदौर के चिकित्सकीय टीम ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। कशिश के माता-पिता ने बताया कि इलाज के दौरान हमें कोई भी खर्चा नहीं लगा सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क किया गया। कशिश के माता व पिता ने बताया कि आज हमारी बेटी सुनने व बोलने लगी है। हमारा परिवार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देता है।
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