सफलता की कहानी
उद्यानिकी फसल लगाने से राजेन्द्र की आमदनी बढ़ी
खण्डवा 26 जुलाई, 2021 - ग्राम दामखेड़ाकलां निवासी कृषक श्री राजेन्द्र के पास 2 हेक्टेयर कृषि भूमि है। पहले राजेन्द्र पारम्परिक खेती करता था, जिससे उसे उत्पादन कम प्राप्त होता था। कुछ समय पूर्व में उद्यानिकी विभाग के संपर्क में आया। उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजित कृषक प्रशिक्षण एवं अन्य कृषि संबंधित कार्यक्रमों में सम्मिलित हुआ। इन कार्यक्रमों में खेती के लिए नवीन तकनीकों के प्रयोग के लिए बताया गया। विगत 3 वर्षो से राजेन्द्र आधुनिक खेती कर रहा है। राजेन्द्र ने बताया कि वर्ष 2017-18 में उद्यानिकी विभाग से ड्रिप के साथ उसे वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत प्लास्टिक मल्चिंग योजना का लाभ मिला, जिसका उपयोग उसने तरबूज की खेती में किया। वर्तमान में राजेन्द्र द्वारा मुख्यतः आलू, तरबूज एवं प्याज की खेती की जाती है। इस वर्ष माह मार्च में तरबूज की 2 हेक्टेयर रकबा में किस्म-सागर किंग एवं बाहुबली लगाई, जिसमें बीज की कुल मात्रा 1.50 किग्रा. लगी। साथ ही उसने फर्टीगेशन एवं पोषक तत्वों का भी प्रयोग किया, जिसमें कुल 80 हजार रूपये का खर्च आया। मजदूरी व्यय एवं अन्य खर्च मिलाकर कुल लागत राशि रु. 1.80 लाख रुपये लगी। तरबूज का 700 किं्वटल उत्पादन प्राप्त हुआ। तरबूज को स्थानीय मण्डी एवं व्यापारी को बेचा गया। जिससे उसे पॉच लाख रुपये का लाभ प्राप्त हुआ। कुल लागत एवं अन्य खर्च को मिलाकर राजेन्द्र को 3.20 लाख रुपये का 3 माह में शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ। आधुनिक एवं नवीनतम तकनीकों का प्रयोग कर श्रम एवं समय की बचत के साथ उसने कम समय में अधिक लाभ की प्राप्ति हुई है।
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