खुशियों की दास्तां
कुपोषित बालिका दुर्गा बाल शक्ति केन्द्र से स्वस्थ्य होकर घर लौटी
खण्डवा 24 सितम्बर, 2019 - जिले के खालवा विकासख्ंाड के ग्राम बाराकुण्ड निवासी आषाराम की बेटी दुर्गा 22 माह की हो गई थी। लेकिन उसका वजन बहुत कम था वह कुछ खाती पिती नही थी और कुपोषित एवं कमजोर होने के कारण अक्सर बीमार रहती थी। बेटी दुर्गा की बीमारी से पिता आषाराम और माता राजवन्ति बाई काफी परेषान रहते थे। एक दिन जब गृह भेंट के दौरान आषा कार्यकर्ता श्रीमति पिंकी बाई, आंगनवाडी कार्यकर्ता नमिता तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमति कुसुम चंदेल राजवन्ति बाई के घर पहुंची और उनकी बेटी दुर्गा को देखा तो उन्होंने उनके पिता आषाराम को समझाईष देकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खालवा के पोषण पुनर्वास केन्द्र मे भर्ती करवाया गया।
खालवा विकासख्ंाड चिकित्सा अधिकारी डॉ. षैलेन्द्र कटारिया ने दुर्गा का स्वास्थ्य परीक्षण कर बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए 108 एम्बुलेंस बुलाकर उसे जिला चिकित्सालय ख्ंाडवा रैफर किया गया , जहां दुर्गा को भर्ती कर षिषु रोग विषेषज्ञ डॉ. भूषण बाण्डे व्दारा उनकी जॉच की गई। जॉच के उपरांत बच्ची को पोषण पुनर्वास केन्द्र खंडवा मे भर्ती कर उनका उपचार किया गया । भर्ती के दौरान दुर्गा का वजन 5.85 कि.ग्रा. था उसे नियमित रूप से पोषण आहार और पोषक प्रषिक्षक शबनम व्दारा नियमित रूप से डाईट और उनकी माता को नियमित समझाईष दी गई। दुर्गा को सेहत में सुधार हुआ। कुछ ही दिन में दुर्गा का वजन बढ़ना प्रारंभ हो गया और धीरे धीरे वह स्वस्थ होने लगी। अब दुर्गा सामान्य बच्चों की तरह पूर्णतः स्वस्थ्य होकर मजे से अपने घर रह रही है।
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