AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Friday 20 September 2019

बारिश के मौसम में वायरल बुखार से बचाव हेतु अपनायें आयुर्वेदिक नुस्खे

बारिश के मौसम में वायरल बुखार से बचाव हेतु अपनायें आयुर्वेदिक नुस्खे

खण्डवा 20 सितम्बर, 2019 - बारिश के मौसम में वायरस, बैक्टीरिया, फंगस आदि से वायरल फीवर, पीलिया, फूड पॉयजिनिंग, मलेरिया, डेंगू, दस्त आदि रोगों की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। इनमें वायरल फीवर की प्रबलता काफी हो जाती है। बुखार आने पर नियमित रूप से, गिलोय अर्थात गुडूची धनवटी का उपयोग करें। गला खराब होने पर मूलेठी चूसें। महासुदर्शन, चिरायता के काढ़े का सेवन करें। इन उपायों से दो-तीन दिन में मरीज को आराम मिल जाता है। इसके बाद भी यदि तेज बुखार बना रहता है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में आवश्यक जाँचें करवायें।
        एहतिहात के तौर पर मरीज को बुखार के दौरान पूरा आराम करना चाहिये तथा इस दौरान पानी उबालकर पीना चाहिए। संक्रमण ग्रस्त व्यक्ति को अलग कमरे में रखें क्योंकि उसके छींकने, थूकने और खाँसने से वातावरण में संक्रमण फैलता है। गीले कपड़े न पहनें तथा बारिश में न भीगें, नम वातावरण से बचें। वर्षाकाल में ताजा खाना खायें और बाहर के खाने से परहेज करें। घर के आसपास, कूलर, गमलों आदि में पानी भरा न रहने दें क्योंकि यह मच्छरों का प्रजनन काल है। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। दिन में पूरी बाँह के कपड़े पहनें। संक्रमित लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें।   

No comments:

Post a Comment