सोयाबीन कृषको के लिए उपयोगी सलाह
खण्डवा 22 मई, 2017 - उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि जिन किसान भाईयों ने विगत 2-3 वर्षो से खेत की गहरी जुताई नहीं की हो वे अवष्य करें। उसके बाद बख्खर व कल्टीवेटर एवं पाटा चलाकर खेत को तैयार करें। उन्होंने बताया कि पूर्णतः सड़ी हुई गोबर की खाद (10 टन/हे.) या मुर्गी की खाद (2.5 टन/हे.) की दर से अंतिम बखरनी से पूर्व खेत में उपयोग करे। अपने क्षेत्र के लिए अनुषंसित सोयाबीन किस्मो में से उपयुक्त किस्म का चयन कर बीज की उपलब्धता सुनिष्चित करें। किसान भाई उपलब्ध सोयाबीन बीज का अंकुरण परीक्षण (न्यूनतम 70 प्रतिषत) सुनिष्चित करें। सोयाबीन की खेती के लिए आवष्यक आदान जैसे खाद, खरपतवार नाषक, कीटनाषक, बीज उपचार रसायन, कल्चर आदि की उपलब्धता सुनिष्चित करें। यह भी ध्यान रखे कि उपलब्ध सोयाबीन बीज का भण्डारण स्वच्छ, हवादार एवं नमी रहित स्थान पर करें। इसके अलावा किसान भाई मानसून के आगमन से पूर्व रासायनिक उर्वरको का प्रयोग नहीं करें।
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