दस्तक अभियान का प्रथम चरण 15 जून 2017 से 15 जुलाई 2017 तक
05 वर्ष तक के बच्चों को घर-घर जाकर दी जायेगी स्वास्थ्य सेवायें
खण्डवा 22 मई, 2017 - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस. अवास्या द्वारा बताया गया है कि 15 जून 2017 से 15 जुलाई 2017 तक दस्तक अभियान चालाया जायेगा जिसमें दस्तक अभियान सकारात्मक परिणामों के फलस्वरूप बच्चों मे होने वाली प्रमुख समस्याओं के सक्रिय पहचान आधारित इस गतिविधि का विस्तार समूचे प्रदेश में वर्ष में दो बार माह जून एवं दिसम्बर में आयोजित किया जावेगा। दस्तक अभियान मे 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की पहचान कर उनका प्रबंधन, 09 माह से 05 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए की अनुपूरक दवा पिलाई जायेगी, 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निमोनिया की पहचान कर उनका इलाज व उच्च संस्थाओं में रेफरल, 05 वर्ष के कम उम्र के बच्चों में दस्त रोग के नियंत्रण के लिये ओ.आर.एस. की उपयोगिता के लिये सामुदायिक जागरूकता बढाने के लिये आशा एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता के द्वारा गृह भेंट कर ओ.आर.एस. पहुचाना और उनकी बनाने की विधि को प्रदर्शित करना। माता पिता और परिजनों को शिशु एवं बाल्य आहार संबंधी समझाईश देना। एस.एन.सी.यू. एवं एन.आर.सी. में भर्ती बच्चों को छुटटी के पश्चात उनका फालोअप करना। बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों की पहचान करना। आयोडिन युक्त नमक की जांच करना और लोगों में जागरूकता लाना। इस अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आदिवासी कल्याण विभाग और पंचायत विभाग का सहयोग लिया जावेगा। इसके लिये जिले व ब्लॉक स्तर पर अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जावेगा साथ ही ब्लॉक स्तर पर आंगनवाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, आशा सहयोगी, और ब्लॉक के अन्य कर्मचारियों को भी इस संबंध मे प्रशिक्षित किया जायेगा। अभियान के प्रचार प्रसार हेतु आशा, आंगनवाडी, स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा ग्रामीणजनों को अभी से जानकारी दी जा रही है।
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