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Tuesday, 7 April 2020

लॉकडाउन के दौरान केंसर मरीज का इंदौर के बजाय खण्डवा में कराया उपचार

लॉकडाउन के दौरान केंसर मरीज का इंदौर के बजाय खण्डवा में कराया उपचार

खण्डवा 7 अप्रैल, 2020 - पूरे देश के साथ साथ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए खण्डवा जिले में भी लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के दौरान आवागमन सबसे बड़ी समस्या बन गई है यह लॉकडाउन उन मरीजों के लिए गंभीर समस्या है, जिनका इलाज अन्य शहरों में चल रहा है। सोमवार रात को बोरगांव बुर्जुग से श्री इमरान काजी ने कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल को वॉटसअप के माध्यम से मैसेज भेजकर अनुरोध किया कि उनके पिता सलीम तालीब पिता जियानुद्दीन आयु लगभग 66 वर्ष केंसर से पीडि़त है, इन्हें इंदौर उपचार के लिए हर माह ले जाते है, लेकिन लॉकडाउन के कारण इंदौर नही जा पा रहे है। अतः इंदौर जाने की अनुमति दिलवाने की व्यवस्था की जाये।
           कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने तत्परतापूर्वक इस मामले को संज्ञान में लेकर अपनी टीम के अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। डिप्टी कलेक्टर श्रीमती दीपाश्री गुप्ता को जब यह मेसेज मिला तो उन्होंने इमरान से चर्चा कर मरीज की बीमारी के बारे में पूछताछ की और प्राप्त जानकारी जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी. जुगतावत को बताई, जिस पर डॉ. जुगतावत ने जिला चिकित्सालय में मरीज का उपचार कराने तथा दवाईयों की व्यवस्था भी अस्पताल में ही कराने के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद डिप्टी कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने इमरान काजी से चर्चा कर उसे बताया कि लॉकडाउन की परिस्थिति में इंदौर जाना अत्यंत कठिन है, अतः खण्डवा में ही मरीज के अच्छे से अच्छा इलाज की व्यवस्था कर दी जायेगी। उन्होंने इमरान काजी को आश्वस्त किया कि इलाज के साथ साथ दवाईयों की व्यवस्था भी खण्डवा में ही करा दी जायेगी। मंगलवार को इमरान अपने बीमार पिता को लेकर जिला चिकित्सालय खण्डवा पहुंचा, जहां डॉ. विजय मोहरे ने तुरंत मरीज को अस्पताल में कीमोथेरेपी की व्यवस्था कराई और आवश्यक दवाईयां भी उपलब्ध कराई। इमरान ने बताया कि उसे उम्मीद नही थी कि लॉकडाउन में वह अपने पिता का इलाज करा सकेगा। ऐसे में इंदौर के स्तर का इलाज खण्डवा में ही कराने के लिए इमरान ने कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल एवं उनकी टीम की सराहना की तथा सभी का आभार प्रकट किया। 

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