AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Sunday 20 December 2015

बुरहानपुर की कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किए जायेंगे - प्रभारी मंत्री श्री विजय शाह

बुरहानपुर की कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किए जायेंगे
- प्रभारी मंत्री श्री विजय शाह

बुरहानपुर की ऐतिहासिक विरासत के प्रदर्षन का बेहतर माध्यम है 3 दिवसीय उत्सव
- सासंद श्री चौहान

तीन दिवसीय बुरहानपुर उत्सव का हुआ रंगारंग शुभारंभ





खण्डवा 20 दिसम्बर ,2015 -  बुरहानपुर के शाही महल में शनिवार शाम को तीन दिवसीय बुरहानपुर उत्सव का रंगारंग शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में बुरहानपुर जिले की ऐतिहासिक धरोहरो व यहां की कला एवं संस्कृति को दर्षाने वाली प्रदर्षनी आयोजित की गई। साथ ही स्थानीय कलाकारों एवं स्कूली विद्यार्थियों इस अवसर पर आकर्षक नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेष के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कुंवर श्री विजय शाह ने तीन दिवसीय उत्सव का विधिवत फीता काटकर एवं मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय सासंद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने की। इस अवसर पर विधायक नेपानगर श्री राजेन्द्र दादू, विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस, महापौर श्री अनिल भोसले एवं बुरहानपुर की कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया एवं, पुलिस अधीक्षक बुरहानपुर श्री अनिल सिंह कुषवाह, सहित विभिन्न अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
जिला पुरातत्व समिति के कलेण्डर व ऐतिहासिक धरोहरों के फोटो का हुआ विमोचन
बुरहानपुर उत्सव में जिला पुरातत्व समिति बुरहानपुर द्वारा प्रकाषित कलेण्डर एवं जिले के 9 ऐतिहासिक स्थलों के रंगीन फोटो का विमोचन मुख्य अतिथि एवं प्रभारी मंत्री श्री शाह एवं सासंद श्री चौहान ने किया। कलेण्डर में बुरहानपुर की संस्कृति व सभ्यता को रंगीन चित्रों के माध्यम से प्रदर्षित किया गया है। 
गणगौर नृत्य, कोरकू नृत्य भगोरिया नृत्य, प्रस्तुत किए गये
बुरहानपुर उत्सव में स्थानीय कलाकारांे ने राजस्थानी गणगौर नृत्य, आदिवासी कोरकू एवं भगोरिया नृत्य, का आकर्षक प्रदर्षन किया। इस दौरान स्कूली छात्र छात्राओं ने ताप्ती नृत्य, गणेष नृत्य एवं स्वागत नृत्य भी प्रस्तुत किए। कोरकू नृत्य हरदा के मंषाराम एवं उनके दल ने प्रस्तुत किया। भगोरिया नृत्य नेपानगर जागृति कला केन्द्र के कलाकारों ने तथा गणगौर एवं मयूर नृत्य अखण्ड सुदर्पण जन कल्याण समिति खण्डवा के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। सरस्वती वंदना श्री प्रभुदत्त मिश्रा, रावेर एवं उनके दल ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती उषा अग्रवाल एवं संजय गुप्ता ने किया।
              कार्यक्रम मंे संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एवं प्रभारी मंत्री श्री विजय शाह ने कहा कि बुरहानपुर क्षेत्र की कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन एवं संरक्षण देने के लिए प्रदेष सरकार हर संभव मदद देगी,प्रयास किया जायेगा कि आगामी वर्षो में भी बुरहानपुर उत्सव का आयोजन और अधिक बेहतर तरीके से नियमित रूप से किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर का खूनी भण्डारा (कुण्डी भण्डारा) अपने आप में एक बेमिसाल जल वितरण व्यवस्था है, इस तरह की व्यवस्था देष में और कही नहीं देखी गई है। ऐसी व्यवस्था विष्व मंे केवल ईरान में बतायी जाती है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध कर ईरान के राष्ट्रपति को बुरहानपुर लाकर यह संरचना उन्हें दिखायी जायेगी। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर जिले का अजेय असीरगढ़ किला इतिहास में काफी प्रसिद्ध है, इस किले के जिर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जायेगा। प्रभारी मंत्री श्री शाह ने कहा कि बुरहानपुर उत्सव पर्यटकों को आकर्षित करने एवं यहां की कला संस्कृति एवं ऐतिहासिक धरोहरो को प्रचारित करने का एक अच्छा माध्यम है। उन्होंने बुरहानपुर उत्सव में प्रदर्षित डॉ. मेजर गुप्ता द्वारा लगाई गई प्राचीन सिक्कों की प्रदर्षनी की सराहना की तथा कहा कि इस प्रदर्षनी में उन्हें अपने पूर्वजों की रियासत में प्रचलित सिक्के देखने को मिले जिसकी वर्षो से उन्हें तलाष थी। डॉ. मेजर गुप्ता द्वारा प्रभारी मंत्री श्री शाह को मकराई स्टेट में प्रचलित एक सिक्का भेंट किया गया। 
क्षेत्रीय सासंद श्री चौहान ने बुरहानपुर उत्सव आयोजन के लिए जिला प्रषासन एवं जिला पुरातत्व समिति की सराहना की। उन्हांेने कहा कि लगभग 10 वर्ष पूर्व बुरहानपुर में तीन दिवसीय उत्सव आयोजित किया गया था, तब से आज तक यह उत्सव आयोजित नहीं किया गया, अब प्रयास किया जायेगा की अगले वर्षो में बुरहानपुर उत्सव का नियमित रूप से आयोजन हो। उन्होंने कहा कि यह 3 दिवसीय उत्सव बुरहानपुर की ऐतिहासिक विरासत के प्रदर्षन का बेहतर माध्यम है।
             बुरहानपुर की कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने अपने स्वागत उद्बोधन मंे तीन दिवसीय बुरहानपुर उत्सव आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कुण्डी भण्डारा के निर्माण को 400 वर्ष पूर्ण होने जा रहे है। इसलिए कुण्डी भण्डारा का मॉडल तैयार कर बुरहानपुर उत्सव में प्रदर्षित किया गया हैं ताकि लोग इसे जाने और इसका महत्व समझे। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय उत्सव में लोक नृत्य, लोक कला, रंगोली व पेंटिग संबंधी अनेकों कार्यक्रम आयोजित होंगे। कार्यक्रम में आयोजित प्रदर्षनी से स्थानीय नागरिकों एवं पर्यटकों को बुरहानपुर की संस्कृति व ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी मिलेगी।
             बुरहानपुर के महापौर श्री अनिल भोसले ने अपने संबोधन में कहा कि कुण्डी भण्डारा के सौंदर्यीकरण के लिए प्रयास किए जा रहे है। लगभग 15 लाख रूपये लागत से कुण्डी भण्डारा में नीचे तक जाने एवं वापस आने के लिए 2 लिफ्ट लगाई जा रही है तथा वहां 24 घंटे विद्युत उपलब्धता सुनिष्चित की गई है। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर का महत्व इसलिए भी है कि यहां सिक्खों के पहले गुरू एवं 10वें गुरू दोनों ही आ चुके है। 
विधायक बुरहानपुर श्रीमती चिटनीस ने इस अवसर पर कहा कि बुरहानपुर में सभी धर्मो के प्राचीन धार्मिक स्थल मौजूद है। यहां का असीरगढ़ किला, कुण्डी भण्डारा, आहूखाना, दरगाह ए हकीमी दुनिया में जानी जाती है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बुरहानपुर उत्सव का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने अगले वर्षो मंे बुरहानपुर उत्सव को और अधिक बेहतर बनाने के लिए कहा। नेपानगर विधायक श्री राजेन्द्र दादू ने भी इस अवसर पर संबोधित किया।

No comments:

Post a Comment