‘‘नमामि देवी नर्मदे‘‘ यात्रा 11 दिसम्बर को अमरकंटक से शुरू होगी
खण्डवा जिले में 2 से 8 फरवरी के बीच आयोजित होगी सेवायात्रा
खण्डवा 8 नवम्बर, 2016 - ष्नमामि देवि नर्मदेश्श् नर्मदा सेवा यात्रा-2016 आरंभ होने की तिथि में एक माह की वृद्धि की गयी है। अब नर्मदा सेवा यात्रा 11 नवम्बर के स्थान पर 11 दिसम्बर, 2016 से अमरकंटक से प्रारंभ होकर अलीराजपुर के सोण्डवा से वापस होते हुए 7 अप्रैल, 2017 को अमरकंटक में समाप्त होगी। यह 118 दिवसीय यात्रा दक्षिणी तट पर 1827 किलोमीटर एवं उत्तरी तट पर 1103 किलोमीटर की होगी। यात्रा दक्षिणी तट पर 282 ग्रामों-कस्बों और उत्तरी तट पर 275 ग्रामों-कस्बों से गुजरेगी।
मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा नर्मदा नदी का पौराणिक, आध्यात्मिक, सामाजिक एवं आर्थिक महत्व भी है। राज्य शासन द्वारा नर्मदा के संरक्षण के प्रयास किये जा रहे हैं। नदी के संरक्षण में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित की जा रही है। नर्मदा किनारे बसे गाँव-शहरों का प्रदूषित जल रोकने, ट्रीटमेंट प्लांट लगाने, पौध-रोपण के साथ इन्हें शौचमुक्त भी किया जायेगा। यात्रा में शामिल होने के लिये निरूशुल्क ऑनलाइन पंजीयन किया जा रहा है। विस्तृत जानकारी ूूू.दंउंउपकमअपदंतउंकम.उच.हवअ.पद पर उपलब्ध है।
यात्रा के लिये मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद, भोपाल में कंट्रोल-रूम बनाया गया है। हर जिले में कोर-ग्रुप का गठन किया जा रहा है, जिसमें अधिकतम 50 सदस्य होंगे। कोर-ग्रुप के सदस्य यात्रा में दो दिन और दो रात रुक सकेंगे। तीसरे दिन कोर-ग्रुप में संबंधित जिला, विभाग के अधिकारी को छोड़कर सदस्य बदल जायेंगे। ग्रुप में विषय-विशेषज्ञ, विभिन्न विभाग के प्रतिनिधि, स्थानीय संत, धर्मगुरु, सामाजिक-स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि आदि होंगे। कोर-ग्रुप के नेतृत्व में यात्रा जिस गाँव, कस्बा, शहर से गुजरेगी, वहाँ के निवासी बिना पूर्व पंजीयन के यात्रा में शामिल हो सकेंगे।
2 को धनोरा से प्रवेष कर, 8 फरवरी को मोरटक्का होकर खरगोन जिले में प्रवेष करेगी यात्रा
ष्नमामि देवि नर्मदेश्श् नर्मदा सेवा यात्रा खण्डवा जिले में हरसूद विकासखण्ड के ग्राम धनोरा से 2 फरवरी को प्रवेष करेगी, इसके बाद नर्मदा संरक्षण यात्रा जिले के ग्राम दगड खेडी, जुम्मरखाली, निषानिया फाटा, सड़ियापानी एवं छनेरा का दौरा करेगी, रात्रि विश्राम छनेरा में ही होगा। इस अभियान के तहत स्वच्छ भारत मिषन के तहत घर-घर में शौचालय निर्माण तथा मिषन से संबंधित अन्य जागरूकता कार्यक्रम व पर्यावरण संरक्षण के लिए सड़क किनारे पौधरोपण जैसे कार्य भी किये जायेंगे। यात्रा के तहत यात्रिगण प्रतिदिन सुबह 8 बजे रवाना हांेगे। अगले दिन 3 फरवरी को छनेरा से नर्मदा संरक्षण यात्रा रवाना होकर सत्तापुर , चारखेड़ा, सेल्दा , माण्डला, सहेजला , भेसावा, गुराडिया, बीड़, एवं संत सिंगाजी समाधि स्थल तक जायेगी एवं वहीं रात्रि विश्राम करेंगी। जबकि 4 फरवरी को सिंगाजी समाधि से रवाना होकर नर्मदा संरक्षण यात्रा पुनासा विकासखण्ड के ग्राम दिनकरपुरा, भुरलाई, पुरनी, जलकुंआ, गुलगांव रैयत, जामकोटा, व बांगरदा का दौरा करेंगी एवं बांगरदा में ही रात्रि विश्राम करेंगी। आगामी 5 फरवरी को सुबह बांगरदा से रवाना होकर नर्मदा संरक्षण यात्रा चिखरीखाल, चांदेल, पिपलानी, बेडानी, रिछी, पुनासा, नर्मदा नगर जायेगी तथा नर्मदा नगर में रात्रि विश्राम कर अगले दिन 6 फरवरी को दौलतपुरा, फिकरीमाल, नादियाखेडी, रिछफल, केलवाखुर्द, मोहना जायेगी एवं रात्रि विश्राम मोहना में कर अगले दिन 7 फरवरी को सुबह टेमाचा, बखरगांव, मसलाय, गंुजली, खलवाड़ा, अजरूट, कोटी एवं ओंकारेष्वर का दौरा करेंगी। ओंकारेष्वर में रात्रि विश्राम कर अगले दिन 8 फरवरी को यह नर्मदा सेवा यात्रा ओंकारेष्वर से थापना, मोरटक्का माफी होते हुये बड़वाह जिला खरगोन में प्रवेष करेगी।
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