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Saturday 23 April 2016

ओंकारेष्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब

ओंकारेष्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब
शाही स्नान के बाद श्रृद्धालुओं ने किए ओंकारेष्वर ज्योतिर्लिंग के दर्षन



खण्डवा 23 अप्रैल 2016 - उज्जैन में शुक्रवार को आयोजित सिंहस्थ महापर्व के प्रथम शाही स्नान के बाद श्रृद्धालुओं ने बड़ी संख्या में शनिवार को ओंकारेष्वर ज्योतिर्लिंग के दर्षन किए और नर्मदा स्नान का पुण्य प्राप्त किया। शुक्रवार व शनिवार की मध्य रात्रि से ही ओंकारेष्वर में श्रृद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हुआ, जो शनिवार शाम तक जारी रहा। कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह सिकरवार ने शनिवार को ओंकारेष्वर मंदिर परिसर व झूला पुल क्षेत्र का दौरा कर वहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा व्यवस्था में और सुधार करने के निर्देष उपस्थित अधिकारियों को दिये। उन्होंने झूला पुल पर 5-6 व्हीलचेयर रखवाने के निर्देष मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों को दिये, ताकि वृद्धजनों व निःषक्तजनों को मंदिर परिसर तक आने जाने में समस्या न हो। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने उपस्थित पुलिस कर्मियों को निर्देष दिए कि निःषक्त व वृद्धजनों को झूला पुल से मंदिर जाने के लिए न रोका जाये। 
मंदिर परिसर में वीआईपी भी करेंगे लाईन में लगकर दर्षन
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने मंदिर परिसर में तैनात पुलिस अधिकारियों व मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि किसी भी व्यक्ति को वीआईपी दर्षन की अनुमति न दी जाये। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ महापर्व के दौरान केवल 1100 रूपये की रसीद कटवाने वाले श्रृद्धालुओं को ही विषेष दर्षन की अनुमति दी जाये। इसके अलावा सभी को लाईन में लगकर आम नागरिकों की तरह ही ज्योतिर्लिंग के दर्षन करने दिए जाये। शनिवार को देष के विभिन्न भागों के साथ साथ कई विदेषी नागरिकों ने भी ज्योतिर्लिंग ओंकारेष्वर के दर्षन किए। 
खोया पाया केन्द्र पर एनाउंसमेन्ट कर मिलाया जा रहा है बिछुड़े परिजनों को
ओंकारेष्वर मंदिर परिसर में श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए खोया पाया केन्द्र भी स्थापित किया गया है, जहां अपने परिजनों से बिछुड़ गए श्रृद्धालु माईक पर एनाउन्समेन्ट करवा रहे थे। देष के अन्य राज्यों से आये ऐसे श्रृद्धालु जो हिन्दी नही बोल सकते थे तथा उनके परिवार के लोग अपने बिछुड़े परिजनों से माईक पर अपनी क्षेत्रीय भाषा में एनाउंसमेन्ट कर सूचना दे रहे थे। 
आंेकारेष्वर मंदिर परिसर में किया जा रहा है निःषुल्क उपचार
ओंकारेष्वर मंदिर परिसर में अस्थाई चिकित्सा केन्द्र भी स्थापित किया गया है, जिसमें गत दो दिनों में 68 श्रृद्धालुओं का उपचार पंजीबद्ध किया जा चुका है। वहां तैनात चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र दुधि ने बताया कि मंदिर में दर्षन के लिए आने वाले श्रृद्धालुओं में जयपुर, कोटा, मेरठ, अहमदाबाद, बड़ोदरा, कलकत्ता, दार्जिलिंग, उड़ीसा, हरियाणा, दिल्ली, तथा हिमाचल प्रदेष के श्रृद्धालुओं का उपचार इस चिकित्सा केन्द्र में किया गया, जिनमें से अधिकांष को घबराहट व बेचेनी तथा रक्तचाप बढ़ने संबंधी दवाईयां निःषुल्क दी गई।

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